अपने बारे में - दो शब्द " संघे शक्ति कलियुगे "

" संघे शक्ति कलियुगे "

प्रजातान्त्रीय व्यवस्था के अंतर्गत विधिमान्य संगठनों एवं संस्थाओं की बड़ी ही महत्ता है । इस दिशा में उत्तरप्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ तीन लाख से अधिक प्राथमिक और उच्च प्राथमिक शिक्षकों का एक मात्र संगठन है । संगठन हमेशा से ही अपने सदस्यों की सेवा सुरक्षा के साथ साथ नैतिक , आर्थिक, सामाजिक एवं शैक्षिक स्तर के क्रमिक उन्नयन में सतत प्रयत्नशील रहा है । काल और परिस्थितियों के अनुसार अनुसार अपनी नीतियों में परिवर्तन के साथ साथ कुछ शाश्वत मूल्यों के प्रति भी संगठन ने अपनी पहचान हमेशा मुखर रूप से समाज में दर्ज करायी है । आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है की हम आगे भी इसमे लगातार खरे उतरते रहेंगे ।
अपने बारे में - दो शब्द " संघे शक्ति कलियुगे " Reviewed by प्रवीण त्रिवेदी on 8:52 PM Rating: 5

2 comments:

सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठी said...

बधाई और शुभकामनाएं।

Anonymous said...

prathmik shikshak sangh chaplooson aur dalaalon ka sangathan hai. vetan aur bhatta tatha avakason ko prapt karne ke atirikt, janhitkari shaikshik neeti tatha shaikshik gunvatta ke liye aaj tak kya kiya?.......swrthi aur kayar p.s. sangh murdabad

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