स्नातक पास शिक्षामित्रों को प्रशिक्षण देने को प्रारूप तैयार

स्नातक पास शिक्षामित्रों को प्रशिक्षण देने को प्रारूप तैयार हो गया है। इन्हें एकेडमिक प्रशिक्षण 144 घंटे, स्कूल आधारित प्रशिक्षण 15 घंटे व क्रियात्मक प्रशिक्षण 80 घंटे का दिया जाएगा। शिक्षण कार्यों की जानकारी को 24 दिन कार्यशाला आयोजित की जाएगी। पूरे प्रशिक्षण को चार सेमेस्टर में बांटा गया है। हर सेमेस्टर छह माह का होगा।
प्रशिक्षण के दौरान शिक्षामित्र स्कूलों में बच्चों को पढ़ाते भी रहेंगे।
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) द्वारा तैयार प्रशिक्षण प्रारूप को मंजूरी मिल चुकी है। इस बाबत शीघ्र शासनादेश जारी होगा। प्राथमिक स्कूलों में कार्यरत स्नातक पास 1.24 लाख शिक्षामित्रों को दो वर्षीय डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन का प्रशिक्षण दिया जाना है। पहले चरण में 62 हजार 300 शिक्षामित्रों को टे्रनिंग दी जाएगी।
प्रशिक्षण को पंजीकरण शुल्क 100 रुपए, परीक्षा शुल्क 300 रुपए देना होगा। प्रशिक्षण के दौरान शिक्षामित्रों को ठहरने, खाने की व्यवस्था स्वयं करनी होगी। प्रशिक्षण को चार सेमेस्टर में बांटा गया है। हर छह माह का एक सेमेस्टर होगा। इसमें 120 कार्य दिवस होंगे। इसमें एकेडमिक काउंसिलिंग 6 दिन, वर्कशाप 6 दिन, लिखित विषय को तैयारी 40 दिन, सत्रीय कार्य 10 दिन, पाठ योजना निर्माण एवं शिक्षण कार्य 30 दिन, इंटर्नशिप 15 दिन और परीक्षा की तैयारी को 13 दिन का समय होगा। 
पहले सेमेस्टर में वर्तमान भारतीय समाज, प्रारंभिक शिक्षा तथा बाल मनोविज्ञान, द्वितीय सेमेस्टर में शिक्षण अधिगमन के सिद्धांत, प्रारंभिक शिक्षा की जानकारी, तृतीय सेमेस्टर में विशिष्ट आवश्यकता वाले बच्चों की शिक्षा तथा निर्देशन एवं परामर्श व शैक्षिक मूल्यांकन विद्यालय शोध एवं चतुर्थ सेमेस्टर में शिक्षा में सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी व शैक्षिक प्रबंधन व प्रशासन की जानकारी दी जाएगी।
प्रशिक्षण में प्रयोगात्मक, क्रियात्मक विषय के अंतर्गत कक्षा शिक्षण एवं इंटर्नशिप का आंतरिक मूल्यांकन होगा। प्रशिक्षु शिक्षामित्र को एक विषय में फेल होने पर अधिकतम 5 अंक का कृपांक मिलेगा। यह तभी मिलेगा, जब उस सेमेस्टर में उसे 40 प्रतिशत अंक मिलेंगे। जिस विषय में प्रशिक्षु शिक्षामित्र को 75 प्रतिशत या अधिक अंक मिलेगा, उसे उस विषय का विशेषज्ञ माना जाएगा।
स्नातक पास शिक्षामित्रों को प्रशिक्षण देने को प्रारूप तैयार Reviewed by प्रवीण त्रिवेदी on 5:44 AM Rating: 5

No comments:

Contact Form

Name

Email *

Message *

Powered by Blogger.