शिक्षकों की उपस्थिति बताएगी बायोमैट्रिक प्रणाली

► मुख्य सचिव जावेद उस्मानी ने दिए निर्देश

अध्यापकों, विद्यार्थी एवं रसोइयों की उपस्थिति सुनिश्चित कराने के लिए स्कूलों में बायोमैट्रिक प्रणाली लगाई जाएगी। पायलट प्रोजेक्ट के रूप में सरोजनी नगर, लखनऊ के एक स्कूल से इसकी शुरुआत की गयी है। यह निर्देश मुख्य सचिव जावेद उस्मानी ने गुरुवार को सर्वशिक्षा अभियान तथा मध्याह्न भोजन प्राधिकरण कार्यकारिणी समिति की बैठक में अधिकारियों को दिए।

उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के माध्यम से संचालित ‘आशीर्वाद’ बाल स्वास्थ्य गारंटी योजना का दूरदर्शन, आकाशवाणी व अन्य संचार माध्यमों से प्रचार कराया जाए। विद्यालय प्रबंध समितियों के माध्यम से यूनिफार्म बंटवाई जाए। कक्षा 8 तक के स्कूलों में परीक्षा के समाप्त होने के बाद सतत एवं व्यापक मूल्यांकन की व्यवस्था आगामी सत्र से लागू की जाए।
शारीरिक शिक्षा प्रशिक्षण व खेल सामग्री उपलब्ध कराने के लिए प्रत्येक स्कूल को 8000 रुपये दिए जाएं। उच्च प्राथमिक स्कूलों में कला-शिक्षा, शारीरिक एवं स्वास्थ्य शिक्षा एवं कार्य शिक्षा के शिक्षण के लिए चिह्नित 13769 विद्यालयों में 7000 रुपये प्रतिमाह पर अंशकालिक अनुदेशक रखे जाएं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में शिक्षा के प्रति जागरूकता के लिए लगभग 24 हजार वालंटियर्स का चयन कर प्रत्येक दल में तीन को चयनित कर उन्हें इसी माह प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय योजनांतर्गत निर्मित 454 भवनों में से पूर्ण 407 विद्यालय के भवनों को तत्काल हस्तांतरित कराते हुए शेष का शीघ्र निर्माण कराया जाए। स्कूलों में 3660 शौचालयों के निर्माण तथा 1629 हैंडपंपों की स्थापना के लिए राशि जारी करने का निर्देश दिया

प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा सुनील कुमार ने बताया कि एलिम्कों, कानपुर की सहायता से शारीरिक रूप से नि:शक्त व दृष्टि विकलांगता वाले लगभग 151 एवं श्रवण बाधित बच्चों के 151 मेजरमेंट कैम्प आयोजित कराये जा चुके हैं। डिस्ट्रीब्यूशन कैम्प शुक्रवार से शुरू होगा
शिक्षकों की उपस्थिति बताएगी बायोमैट्रिक प्रणाली Reviewed by प्रवीण त्रिवेदी on 1:01 PM Rating: 5

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