‘माननीय’ भी परखेंगे स्कूलों की व्यवस्था : रामगोविन्द चौधरी

  • परिषदीय स्कूलों के बच्चे पहनेंगे प्राइवेट स्कूलों की तरह स्कर्ट और टाई
  • शिक्षामित्रों की मेहनत को देखते हुए उन्हें टीईटी के दायरे से रखा गया है दूर
  • प्रशिक्षण खत्म होते हीशिक्षामित्रों को बतौर सहायक अध्यापक मिलेगी नियुक्ति
  • शिक्षामित्रों का मानदेय होगा पांच हजार
  • 41 हजार शारीरिक शिक्षकों की होगी भर्ती 
  • अगले वर्ष तक चार सौ से पांच सौ किमी वाले दूरस्थ शिक्षकों को गृह जिलों में तैनाती मिलेगी
  • अनौपचारिक शिक्षा अनुपदेशकों को दिया उनकी लड़ाई लड़ने का भरोसा


 बागपत : बाल विकास पुष्टाहार और बेसिक शिक्षा मंत्री राम गोविंद चौधरी ने कहा कि परिषदीय स्कूलों में शिक्षा का स्तर सुधारने के हरसंभव कदम उठाए जाएंगे। सांसद, विधायक समेत अन्य जन प्रतिनिधि स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों का दौरा कर अपने सुझाव देंगे। इन्हीं के आधार पर व्यवस्था को दुरुस्त किया जाएगा।

पूर्व विधायक एवं सपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य साहब सिंह के आवास पर पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने माना कि परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा का स्तर गिरा है। नौकरी के नाम पर खानापूरी करने वाले शिक्षकों पर सरकार शिकंजा कसेगी ताकि शिक्षा का स्तर सुधर सके।

सांसद, विधायक, जिला पंचायत सदस्य, ब्लाक प्रमुख, ग्राम प्रधान आदि जन प्रतिनिधि स्कूलों व आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण कर वहां की खामियों को दूर करने के सुझाव रजिस्टर में दर्ज करेंगे। संबंधित अधिकारी व मंत्री को इसकी प्रतिलिपि जाएगी। अगर उन्हें कोई गड़बड़ी दिखाई देती है तो वह संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति बीएसए से भी कर सकते हैं।

इसके बाद सुझावों के आधार पर व्यवस्था बनाई जाएगी। कहा, जल्द ही परिषदीय स्कूलों के बच्चे प्राइवेट स्कूलों की तरह स्कर्ट और टाई पहने नजर आएंगे। चौधरी ने कहा कि सरकारी शिक्षकों की ढिलाई के कारण ही अभिभावकों का सरकारी विद्यालयों से भरोसा उठ गया है। जो भी थोड़ा बहुत बचा है वह शिक्षामित्रों के भरोसे। शिक्षामित्रों की मेहनत को देखते हुए उन्हें टीईटी के दायरे से दूर रखा गया है। प्रशिक्षण का पहला बैच खत्म होते ही उन्हें बतौर सहायक अध्यापक नियुक्ति मिलेगी। उन्होंने कहा कि जल्द ही शिक्षामित्रों का मानदेय पांच हजार होगा।
                                                    (साभार-दैनिक जागरण)

बड़ौत : मंत्री ने कहा कि सपा सरकार ने 72825 शिक्षकों की भर्ती शुरू की है। इसके बाद करीब 41 हजार शारीरिक शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। शिक्षामित्रों को नियमित बनाने की प्रक्रिया चल रही है। कहा कि अगले वर्ष तक चार सौ से पांच सौ किमी वाले दूरस्थ शिक्षकों को गृह जिलों में तैनाती मिलेगी। अनौपचारिक शिक्षा अनुपदेशकों को उनकी लड़ाई लड़ने का भरोसा दिया


  • भर्ती प्रक्रिया में बी.एड. को शामिल करने पर स्थिति स्पष्ट नहीं

‘माननीय’ भी परखेंगे स्कूलों की व्यवस्था : रामगोविन्द चौधरी Reviewed by Brijesh Shrivastava on 7:35 PM Rating: 5

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