शिक्षामित्रों के समायोजन में अब भी कई पेच : 10 दिन की समय सीमा एक चुनौती

  • शिक्षामित्रों के समायोजन में अब भी कई पेच
  • सृजित करने होंगे शिक्षा सहायक के पद
  • नियमावली में करना होगा सेवा शर्तो का स्पष्ट उल्लेख
  • शीघ्र ही शासनादेश जारी करने की तैयारी

सरकार शिक्षामित्रों के समायोजन पर भले ही फैसला कर चुकी हो लेकिन समायोजन की प्रक्रिया को अमली जामा पहनाने में अब भी कई पेंच हैं। अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के झंझट के बिना शिक्षामित्रों को पक्की नौकरी देने का रास्ता तलाश रही सरकार ने फिलहाल उन्हें शिक्षा सहायक के पद पर समायोजित करने का मन बनाया है लेकिन समायोजन के लिए शिक्षा सहायक के पद अभी सृजित ही नहीं हैं।

समायोजन की प्रक्रिया किसी पद के सापेक्ष होती है। लिहाजा यदि सरकार शिक्षामित्रों को शिक्षा सहायक के पद पर समायोजित करना चाहती है तो पहले पद सृजित करने पड़ेंगे। मौजूदा व्यवस्था में अभी यह पद सृजित नहीं हैं। शिक्षा सहायक के पद सृजन के लिए सरकार के सामने दो विकल्प हैं। पहला, यह कि वह नये पद सृजित करे। दूसरा, यह कि वह शिक्षकों के खाली पदों को शिक्षा सहायक के पदों में तब्दील करे। नये पद सृजित करने की प्रक्रिया लंबी होगी। वहीं दूसरे विकल्प पर अमल करने के लिए वित्त विभाग की मंजूरी जरूरी होगी। दूसरा पेंच यह है कि यदि शिक्षामित्रों के समायोजन के लिए अलग से नियमावली बनायी जानी है तो उसमें उनकी सेवा शर्तों को स्पष्ट करना होगा। अभी शिक्षामित्र अपने गांव के स्कूलों में पढ़ा रहे हैं। यदि उन्हें स्थायी शिक्षक बनाया जाता है तो क्या उन्हें उसी स्कूल में तैनाती दी जाएगी या दूसरे विद्यालयों में स्थानांतरित किया जाएगा। 

बेसिक शिक्षा निदेशालय ने शासन को शिक्षामित्रों के समायोजन की नियमावली का प्रारूप भेज दिया है। इसमें समायोजन के बाद शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापकों के बराबर वेतन देने की बात कही गई है। वहीं यह भी कहा गया है कि शिक्षामित्रों की वरिष्ठता उसी शैक्षिक गुणांक के आधार पर तय होगी जिसके जरिये अध्यापक सेवा नियमावली के तहत सहायक अध्यापकों के चयन की मेरिट बनती है। शैक्षिक गुणांक में शिक्षामित्रों के हाईस्कूल, इंटरमीडिएट, स्नातक और बीटीसी ट्रेनिंग के अंकों को आधार बनाया जाएगा।

उधर फतेहपुर में बेसिक शिक्षामंत्री रामगोविंद चौधरी ने शिक्षामित्रों की स्थायी नौकरी के लिए दस दिन में नियमावली घोषित करने का वादा किया है।
खबर साभार :  दैनिक जागरण

बेसिक शिक्षा निदेशालय ने शिक्षा मित्रों के समायोजन का प्रस्ताव शासन को भेज दिया है। इसमें अलग से पद सृजित किए जाने का प्रस्ताव है। उन्हें शिक्षा सहायक बनाया जाएगा। इसके लिए चरणबद्ध तरीके से पद सृजित कराए जाने की बात कही गई है। हालांकि, सचिव बेसिक शिक्षा नीतीश्वर कुमार के दिल्ली में होने की वजह से इसे उनके समक्ष आने के बाद रखा जाएगा। जरूरी हुआ तो इसमें आंशिक संशोधन करने के बाद बेसिक शिक्षा मंत्री रामगोविंद चौधरी के माध्यम से मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के पास भेजा जाएगा। उनकी सहमति के बाद वित्त और कार्मिक विभाग से मंजूरी लेने के बाद समायोजन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।


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शिक्षामित्रों के समायोजन में अब भी कई पेच : 10 दिन की समय सीमा एक चुनौती Reviewed by प्रवीण त्रिवेदी on 11:31 AM Rating: 5

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