शिक्षामित्रों का समायोजन 31 जुलाई तक : 30 जून तक मेरिट,14/15 जुलाई को काउंसिलिंग

    • जल्द जारी होगा शासनादेश
    • समायोजन बंद व एकल विद्यालयों को ध्यान में रखकर किया जाएगा
    • जिले में बंद व एकल विद्यालय नहीं हैं तो जहाँ अध्यापनरत हैं, उन्हीं विद्यालयों में होंगे समायोजित
    • काउंसलिंग में महिला शिक्षामित्रों को दी जाएगी प्राथमिकता
    • महिलाओं को दूसरे विद्यालयों में भेजने की बजाय मूल विद्यालय में ही रखा जा सकता है
    • 30 जून तक बनाई जाएगी जिलावार सूची
    • सात जुलाई को समायोजन के लिए जिलेवार विज्ञापन
    • 14-15 जुलाई से डायट पर शिक्षामित्रों की काउंसिलिंग
    • काउंसिलिंग के बाद शैक्षिक योग्यता के आधार पर बनेगी मेरिट सूची
    • 31 जुलाई तक दे दिए जाएंगे नियुक्ति पत्र
    लखनऊ : परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में पढ़ा रहे शिक्षामित्रों को स्थायी शिक्षक के तौर पर समायोजित करने के लिए संशोधित नियमावलियां जारी होने के बाद बेसिक शिक्षा निदेशालय ने शिक्षामित्रों के समायोजन का प्रस्ताव शासन को भेज दिया है। प्रस्ताव प्राप्त होने के बाद इस बारे में जल्द ही शासनादेश जारी होने की संभावना है। प्रस्ताव में शिक्षामित्रों का समायोजन 31 जुलाई तक करने का इरादा जताया गया है। शिक्षामित्रों का समायोजन जिला स्तर पर किया जाना है। शासन को भेजे गए प्रस्ताव के मुताबिक समायोजन के लिए 30 जून तक शिक्षामित्रों की जिलावार सूची बनायी जाएगी। सात जुलाई को समायोजन के लिए जिलेवार विज्ञापन प्रकाशित किया जाएगा। 14-15 जुलाई से जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों पर शिक्षामित्रों की काउंसिलिंग शुरू होगी। काउंसिलिंग के बाद शैक्षिक योग्यता के आधार पर मेरिट सूची बनेगी और 31 जुलाई तक शिक्षामित्रों को समायोजित करने की मंशा है। स्कूलों में तैनाती के लिए महिला शिक्षामित्रों से तीन विकल्प मांगे जाएंगे। आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर शिक्षामित्र एसोसिएशन के अध्यक्ष जितेंद्र शाही और उप्र प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के प्रदेश मंत्री अनिल यादव ने इसका स्वागत किया है और जल्द शिक्षामित्रों के समायोजन की उम्मीद जतायी है।

     
                                                                   खबर साभार : दैनिक जागरण 



    • शिक्षामित्रों के समायोजन का कार्यक्रम तैयार
    लखनऊ। बेसिक शिक्षा निदेशालय ने पहले चरण में 58 हजार शिक्षामित्रों के समायोजन का कार्यक्रम शासन को भेज दिया है। इसके अनुसार 30 जून तक मेरिट लिस्ट तैयार हो जाएगी। इसके बाद 7 जुलाई तक जिलेवार विज्ञापन दिए जाएंगे। 14 व 15 जुलाई को काउंसिलिंग होगी। 31 जुलाई तक नियुक्ति पत्र दे दिए जाएंगे। महिला शिक्षामित्रों को तीन स्कूलों का विकल्प दिया जाएगा। निदेशालय सूत्रों के मुताबिक, अगर शासन स्तर पर बदलाव न होने की स्थिति में यही फाइनल कार्यक्रम होगा।


                                                                      खबर साभार : अमर उजाला


    खबर साभार : हिंदुस्तान 

    खबर साभार : हिंदुस्तान
    • शिक्षामित्रों के समायोजन के लिए कैलेंडर तय

      लखनऊ । शिक्षामित्रों के समायोजन के लिए कैलेण्डर (समय-सीमा) तय कर दिया गया है। सूत्रों के मुताबिक इस सिलसिले में पत्रावली शुक्रवार को ही निदेशालय से सचिवालय भेज दी गयी। सोमवार को भर्ती प्रक्रिया चालू करने का शासनादेश जारी किया जा सकता है।

      तय कैलेण्डर के मुताबिक पहले चरण में 30 जून को प्रशिक्षण हासिल कर अध्यापन कर रहे शिक्षामित्रों की सूची तैयार होगी। इसके बाद 7 जुलाई को जिला स्तर पर विज्ञापन जारी होगा और 14-15 जुलाई को कांउसलिंग करायी जाएगी। 31 जुलाई तक इन्हे सहायक अध्यापक के पदों पर समायोजित कर दिया जाएगा। प्रथम चरण में प्रशिक्षण के लिए 62 हजार सीटें थीं, लेकिन अंतिम प्रशिक्षण परीक्षा के बाद 58856 शिक्षामित्र ही उत्तीर्ण हो पाये थे। इसके चलते शिक्षामित्रों का समायोजन होने के बाद भी प्रथम चरण में ही सीटें खाली रह जाएंगी।

      सूत्रों का कहना है कि शिक्षामित्रों का समायोजन बंद व एकल विद्यालयों को ध्यान में रखकर किया जाएगा, लेकिन अगर जिले में ऐसे विद्यालय नहीं होंगे तो जिन विद्यालयों में शिक्षामित्र अध्यापनरत हैं, उन्हीं विद्यालयों में समायोजित कर दिया जाएगा। काउंसलिंग में महिला शिक्षामित्रों को प्राथमिकता दी जाएगी। उन्हें दूसरे विद्यालयों में भेजने की बजाय मूल विद्यालय में ही रखा जा सकता है। सूत्रों का कहना है कि दो दिनों तक सचिवालय व निदेशालय बंद होने के कारण इस कैलेण्डर को शुक्रवार को ही सचिवालय भेज दिया गया। सोमवार को भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के लिए शासनादेश जारी किया जा सकता है।



                                                                            साभार : राष्ट्रीय सहारा


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    शिक्षामित्रों का समायोजन 31 जुलाई तक : 30 जून तक मेरिट,14/15 जुलाई को काउंसिलिंग Reviewed by Brijesh Shrivastava on 7:45 AM Rating: 5

    28 comments:

    Unknown said...

    shikha ka astar girna tay ho gya hai kyoki padhe likhe ko tet dena parta hai yha bin quality ka teacher ho jayenge

    Unknown said...
    This comment has been removed by the author.
    Unknown said...

    Vhj

    Unknown said...

    अमन सिंह जी

    आपको मालूम होना चाहिए की कोई भी व्यक्ति अब बिना स्नातक किये टीचर नहीं बन सकता और उस को बी टी सी या बीएड करना भी जरुरी है और अब टेट पास करना भी जरूरी कर दिया गया है. लेकिन आप जो शिक्षामित्रों के बारे में कह रहे है तो आपको मालूम होना चाहिए की शिक्षामित्रों में एक से बढकर एक योग्यता रखने वाले भी हैं. दूसरी बात जब शिक्षामित्र नियुक्त किये गए थे तब भी वह अपने साथ के लोगो में सबसे हाई मेरिट वाले है, तीसरी बात ये कि शिक्षामित्रो को पढ़ाते हुए 14 साल हो गए हैं और उनको 14 साल का तजरबा भी है, चौथी बात ये कि टेट लागू उन लोगो पर है जो 2009-10 के बाद नियुक्त हुए है या होने वाले है शिक्षामित्र एक भी ऐसा नहीं जो 2008 के बाद नियुक्त हुआ हो, पांचवी बात शिक्षामित्रों का समायोजन हो रहा है न की नियुक्ति इस लिए उनको टेट पास करना जरूरी नहीं रह जाता , आखिर में ये कहना चाहूँगा कि मानवता भी कोई चीज है जो अपनी जिंदगी के 14 साल मात्र 2250- 3500 में कट चुके है और उम्र भी 40- 50 हो चुकी है और कहाँ जायेंगे इस उम्र में इनको कौन कम देगा . सोचो बंधू किसी और की भी सोचो,
    आप बीएड करने वालों के बारे में सही कह रहे है उनको भी नियुक्ति मिलनी चाहिए लेकिन किसी की छीनकर नहीं सरकार से मांग करनी चाहिए इन लोगो को अपन हक के लिए.
    अगर आप बीएड और टेट पास हैं तो अपने सरनेम की गलती सुधारिये सबसे पहले तब किसी को पढ़ाने की सोचिये.

    अशरफ अली खान शिक्षामित्र ग्राम- नूरपुर विकास खंड टप्पल जिला- अलीगढ य़ू० पी० मोबाइल 9758752408
    -

    Unknown said...

    Hi

    Unknown said...

    Jo good merit wale SM hai unki TET jaroor hona chahiye. Siksamitro ko kewal dabangai dikhane ke alawa kuch nahi aata. Unka samayojan agar hota hai to block change kar dena chahiye. Tabhi theek rahega. Yeh govt. To bilkul bekar hai jo sm ka samayojan kar rahi hai. Inka samayojan nahi hona chahiye.

    akki said...

    apne ghar ke paas 12th paas ko 3500 se jyada kaun deta.rahi baat education ki to A.T bhi M.Sc,M.phil,P.hd bhi hain to kya unko college me posted kar dein.agar aisa hai to pure india me jitne bhi samvida karmi hai sabhi ko parmanent kar do.gadhe ghode sab barabar.s.m ke liye 10% b.tc,s.btc kota hi theek tha.hum unemployee top rankers m.sc.b.ed,tet paas inn 12th paas,private grauate,distance btc wale s.m se bekaar.hai koi barabari.vote bank ki politics.i pray to god.ye sab radd ho jaye aur agar galti se ho jaye to bhi court ke chakkar lagte rahein.

    Unknown said...

    टेट जरूर होना चाहिए अगर नियम में हो तब, अगर इस तरह टेट होगा तो उनको भी टेट पास करना होगा जो आज से 30-40 साल पहले से नोकरी कर रहें है और उनको तो नोकरी से निकाल ही देना चाहिए जो हाई स्कूल और इंटर पास हेडमास्टर बन चुके है और आज कल में रिटायर होने वाले हैं!
    आप अपने दुःख से इतने परेशान नहीं दिखाई दे रहे हो जितने दूसरे के सुख से दोस्त अपनी सोच बदलो, जब जो नियम होता है उसी के अनुसार नोकरी मिलती है समय के अनुसार नियम बदलते रहते हैं. शिक्षामित्रों के वक्त में इंटर पास मांगे गए थे अब उनको स्नातक करा कर बी टी सी की ट्रेनिंग देकर टीचर बनया जा रहा है, बिना योग्यता नहीं बनाया जा रहा टेट की छूट अगर मिल रही है तो नियमानुसार मिल रही है आप को खुदा से दुआ करनी चाहिए की आपके लिए भी कोई रास्ता निकल आये

    Unknown said...

    दोस्त,
    आप की सोच से में सहमत नहीं हूँ आप इंटर पास वाले को 3500 भी अधिक बता रहे है और इस देश के प्रधानमंत्री जी ने हाई स्कूल पास को उच्च शिक्षामंत्री बना दिया है,लाखों का महिना बेठेगा, सब नसीब की बात है कभी हम 3000 में गुजरा करते थे आज 30000 की उम्मीद जगी है, कल इससे भी अधिक हो सकता है, सहायक अध्यापक जो एम.फिल, पी एच डी आदि हैं उनको किसने कहा था की वो बेसिक में नोकरी करें अपनी मर्जी से की इतनी योग्यता होते हुए भी एक प्राइमरी का अध्यापक बनना स्वीकार किया आखिर क्यों ? क्या मजबूरी थी जो इतनी छोटी नोकरी को पाने के लिए लाइन में लगे, और अब आप भी उसी लाइन में लगे हो आप तो योग्यताधारी हैं आप तो कहीं भी जॉब पा सकते हैं आप क्यों BA पास वालों की लाइन में लगे हैं. आप को डिग्री कालेज में आवेदन करना चाहिये जब शिक्षामित्र कम योग्यता वाले थे तब कक्षा 1 व 2 को पढाते थे अब BA कर लिया अध्यापक के लिए निर्धारित योग्यता हासिल कर ली अब 8 तक के बच्चों को पढाने की जिम्मेवारी क्यों उन को मिल नहीं सकती ? रही घर के घर में पढ़ाने वाली बात तो जो प्रोफेसर या टीचर अपने घर के पास पढ़ा रहे है या इन लोगों ने अपने कालेज के पास घर बना लिया है उनका वेतन घटा देना चाहिए
    सरकार रहने का किराया भी अदा करती है, शिक्षामित्रों का ब्लाक ही नहीं जिला भी बदल देना चाहिए परन्तु इनको वेतन और भत्ता भी तो इनके काम के हिसाब से मिलना चाहिए , घोड़े-घोड़े सब बराबर नहीं होते, हर घोड़े की अलग क़ीमत होती है, सत्य की हमेशा जीत होती है और मेहनत का फल भी देर सवेर जरूर मिलता है

    नर हो न निराश करो मन को, कुछ काम करो कुछ काम करो

    Unknown said...

    Ye maamla court mein jaayega.isme koi do raai nahin hai.

    Unknown said...

    well said!!!

    Unknown said...

    Ye to education ka majak banaya ja raha hai tet hona cahiyeb btc ke bad to tet hona hai

    Unknown said...

    Mritak aashriton ka bhi kuchh kijiye sir hum log to niyukti ke bad tet bhi dena chahte hain.. aur ye log bina tet ke ho rahe hain... kuchh to ensaf kijiye ap log...

    Unknown said...
    This comment has been removed by the author.
    Preetam Singh said...

    मैं एक प्राइमरी का अध्यापक हूँ। शिक्षामित्रों को समायोजित किया जाना उनके और उनके बच्चों के साथ न्याय होगा। smको 14-15 वर्षोंके त्याग का फल अवस्य मिलना चाहिए। यही मानवता कहती है।

    Preetam Singh said...

    शिक्षामित्रों के समायोजन पर इतनी बहस क्यों ? जो लोग विरोधी हैं वो भी अपने जीवन के चौदह पन्द्रह वर्ष गुजारकर देखेंटीत हमें बताइए कैसा महसूस होता है।

    Unknown said...

    दोस्त
    टेट की शुरुआत की गई. आखिर क्यों ? क्योंकि बी०एड०/ बी०टी०सी० घर बेठे होने लगी बिना कालेज का मुंह देखे 80% तक नंबर छात्र ला रहे हैं. कभी क्लास नहीं ली लेकिन प्रैक्टिकल में भी टॉप आ रहे है, तब इन लोगों से पढ़ने वाले छात्र छांटने के लिए टेट का कांसेप्ट व्यवहार में लाया गया . आज सेकड़ो कालेज ऐसे है जहाँ सिर्फ आप को पैसा देना है पढने की कोई जरूरत ही नहीं है, इन कालेज से पास हुए बच्चे पढने वाले बच्चों पर भरी पड़ रहे थे इस लिए एक टेस्ट की जरूरत महसूस की गई. जिसमे भी धांधली हुई वो आप सब को पता है लेकिन फिर भी पैसा खर्च करने वालों की जीत हुई टेट की मेरिट पर ही नियुक्ति का आदेश हुआ है, अब जिन लोगों ने हाई स्कूल से स्नातक तक एवम BTC/ B.ED में 55% प्राप्त किये और किसी वजह से TET में जुगाड़ न करवा सके और सिर्फ अपनी मेहनत से TET पास कर पाए उनको नोकरी की उम्मीद नहीं , लेकिन जिस ने पैसा खर्च कर TET में 90% प्राप्त किया उसकी नोकरी पक्की ?
    शिक्षामित्रों ने 14 साल 2250- 3500 में फुल टाइम स्कूल में पढ़ाया क्या उन को इतना भी तजुर्बा नहीं हुआ की वो 5 तक के बच्चों को पढ़ा सकें ? जो कभी स्कूल न झांके न कोई क्लास ली वो सिर्फ TET पास कर नोकरी के योग्य हो गए ? दोस्त सोच बदलो, अपने दिल पर हाथ रख कर सोचो अगर आप इस जगह इतने कम पैसों में नोकरी कर रहे होते तब ? आप तो योग्य हो भाई शिक्षामित्र तो अब इस मतलब के भी नहीं की आप की तरह टेस्ट की तेयारी कर सके.
    अशरफ अली खान शिक्षामित्र 9758752408

    Unknown said...

    आप के लिए सरकार को सहानुभूति पूर्वक विचार करना चाहिए और आप लोगो को भोई अपनी समस्या सही ढंग से सरकार के समक्ष रखनी चाहिए

    Unknown said...

    धन्यवाद सर, जो SM के संग नोकरी कर रहे है वो उनकी परेशानी को बखूबी समझते है !

    Unknown said...

    समायोजन पर बहस कर अपने खाली समय का सदुपयोग कर रहे है !

    Unknown said...

    jinke bache hai aur we kam ni karte to kya unhe bhi kyo n teachers bana diya jay usse bina bed btc ke 90 present shikhamitr thik se shikhan kary ni kar pate village ke hone ke karn koi kuch kah bhi ni skta so well qualifide teachero ko niyukt karo aman singh head master chandauli

    Unknown said...

    bilkul sach enhe katyi niyukt ni karna chahiye ni to sarkari school ke bacho ka shikha star gir jayega head master chandauli

    Unknown said...

    Sarkar ko rasoiya(cook) or Perak ko bhi patrachar intermediate, snatak or patrachar btc Kara ke AT bana dena chahiyae kyo ke inki aarthik halat shikshamitro se bhi kharab hai.

    Swami Satgurusevanand said...

    teen bar tet pass bhi shikshamitra hain par ve bhi samayojan ki prtiksha me hain .DER AAYAD DU RUST AYAD. ye kutte hathiyon par bhunk rahe hain..apni rah bachakar nikal chalne me hi bhlayee hai .

    Unknown said...

    हेड मास्टर जी क्या आप बता सकते हैं कि आप के स्कूल के बच्चों का इस वक्त शिक्षा स्तर क्या है? क्या इस से भी अधिक गिरने की कल्पना कर रहे हैं! गरेबाँ में झांक कर देखिये साहब...............
    अशरफ अली खान शिक्षामित्र टप्पल ब्लाक जिला अलीगढ ९७५८७५२४०८

    Unknown said...

    हेड मास्टर जी,
    लगता है कि शिक्षामित्र के साथ आपकी कोई व्यक्तिगत दुश्मनी है, नहीं तो हाल ये है कि हेड मास्टरों 50 % काम शिक्षामित्र करते हैं, और हेड मास्टर नेतागिरी करते फिरते हैं, रही बात गाँव की तो इनके दुश्मन आप से ज्यादा हैं गाँव में गन्दी राजनीती चलती है और आप जेसे हेड मास्टर इस आग में घी डालने का काम करते हैं,!
    1.आप किस सन में नियुक्त हुए थे? 2. क्या जब TET अनिवार्य था ? 3. तब आपकी योग्यता क्या थी आज आप की योग्यता क्या है ? 4. आप कितनी दूर से स्कूल आते हैं ? 5. स्कूल में कितने AT हैं ? 6. क्या वो सब TET पास है इनका आप के प्रति व्यवहार केसा है?
    7. आपके यहाँ कितने शिक्षामित्र हैं इनका व्यव्हार आप के प्रति केसा है ? जबाब जरूर दीजियेगा
    हर व्यक्ति एक सा नहीं होता, हो सकता है आप का शिक्षामित्र कम जानकारी वाला हो, दबंग हो , या पढ़ाने में रूचि न लेता हो लेकिन जो SM में बातें मिल सकती हैं वो किसी भी हेड ,सहायक अध्यापक, शिक्षामित्र किसी में मिल सकती हैं, TET पास करना अगर योग्यता की निशानी है तो सभी का TET पास होना जरूरी है आप का भी और मेरा भी, और जो कार्य नहीं करता उस को स्कूल से निकाल देना चाहिए वो चाहे हेड हो या शिक्षामित्र

    अशरफ अली खान शिक्षामित्र ब्लाक टप्पल जिला- अलीगढ 9758752408

    Unknown said...

    और हेड को अनुदेशक एवम सहायक को रसोइया बना देना चाहिए

    सर, तर्क करें, कुतर्क नहीं

    Unknown said...

    आपने ठीक कहा हाथी चले जाते हैं कुत्ते भोंकते रह जाते हैं

    लेकिन में इन को ऐसा भी नहीं कह सकता ये भी सब मेरे भाई हैं और इन्होने भी मेहनत की है इसका फल इनको मिलना चाहिए, में अल्लाह से दुआ करूँगा की खुदा इन की भी जल्द से जल्द सुन ले !

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