बीटीसी 2016 की प्रवेश प्रक्रिया में बदलाव करने की तैयारी, बीटीसी में अब घर बैठे दाखिला, ऑनलाइन आवेदन की तर्ज पर ही काउंसिलिंग

बेसिक टीचर्स सर्टिफिकेट (बीटीसी) में दाखिले की राह अब और आसान होने जा रही है। युवाओं को आवेदन के लिए न फार्म लेने जाना पड़ेगा और न काउंसिलिंग कराने के लिए शहर-शहर भटकना होगा। घर में बैठकर युवा ऑनलाइन आवेदन करेंगे और फिर उसी तर्ज पर ऑनलाइन काउंसिलिंग करा सकेंगे। संबंधित शहर एवं प्रशिक्षण कराने वाले कॉलेज का चयन होने के बाद उन्हें औपचारिकता पूरी करके पढ़ाई करने के लिए ही वहां जाना होगा।

प्रदेश में बीटीसी 2016 की प्रवेश प्रक्रिया में आमूलचूल बदलाव करने की तैयारी है। परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने कुछ दिन पहले इसके लिए प्रस्ताव तैयार किया था। उसमें जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) व निजी कॉलेजों को अपनी-अपनी सीटें भरने का मौका दिए जाने का प्रस्ताव था, क्योंकि हर बार निजी कॉलेज सीटें न भरने का ठीकरा डायटों पर फोड़ते आ रहे हैं। शासन ने इसे खारिज कर दिया है। साथ ही अफसरों ने प्रस्ताव में व्यापक बदलाव करने का निर्देश दिया है। इसमें अभ्यर्थियों को बेवजह की भागदौड़ से मुक्ति दिलाने व सब कुछ पारदर्शी ढंग से करने की बात कही गई है, ताकि विवादों की गुंजाइश न रहे।

असल में प्राथमिक विद्यालयों में हो रही भर्तियों से युवाओं में शिक्षक बनने की ललक इधर बढ़ी है। वहीं, बीटीसी कराने वाले निजी कॉलेजों में भी बाढ़ आ गई है। वहां सीटें भरने एवं कटऑफ मेरिट से कम पर दाखिला देने या कटऑफ से अधिक अंक वाले अभ्यर्थियों को बैरंग लौटाने की खूब शिकायतें हैं। हर साल तमाम प्रकरण कोर्ट तक पहुंच रहे हैं। इसमें अभ्यर्थी तो परेशान होते ही हैं साथ ही विभाग की भी फजीहत हुई है। ऐसे में परीक्षा नियामक कार्यालय ऑनलाइन आवेदन के बाद अब ऑनलाइन काउंसिलिंग की ओर बढ़ने जा रहा है। ऑनलाइन काउंसिलिंग का प्रस्ताव तैयार हो रहा है, जिसे बीटीसी 2016 से लागू कराने की तैयारी है। नए प्रस्ताव को दिसंबर के अंतिम सप्ताह या फिर जनवरी के पहले पखवारे में भेजा जाएगा। उम्मीद है कि फरवरी से ऑनलाइन आवेदन लिए जाएंगे और ऑनलाइन काउंसिलिंग के जरिए अप्रैल-मई तक सारी सीटें भरकर नया सत्र शुरू होगा।

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