सीएम योगी के साथ बैठक के बाद शिक्षामित्रों का आंदोलन 15 दिन के लिए स्थगित, आज से पढ़ाएंगे स्कूल में


⚫ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिला शिक्षामित्रों का प्रतिनिधिमंडल
⚫ मुख्यमंत्री ने कहा, समस्या का विधिसम्मत हल ढूंढेंगे, स्कूलों में पढ़ाना शुरू करें



लखनऊ : सोमवार को अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा राज प्रताप सिंह के साथ शिक्षामित्रों के प्रतिनिधियों की वार्ता विफल हो गई थी। लिहाजा मंगलवार को मुख्यमंत्री ने शिक्षामित्रों के प्रतिनिधियों को बातचीत के लिए बुलाया। शिक्षामित्रों के प्रतिनिधियों से उन्होंने कहा कि आप लोग सड़क पर आंदोलन और तोड़फोड़ करें और अपनी समस्या के समाधान के लिए शासन से वार्ता भी करें, यह दोनों बातें एक साथ नहीं चलेंगी। 



उन्होंने कहा कि मैं विधानमंडल सत्र के दौरान दोनों सदनों के अंदर और बाहर भी कह चुका हूं कि शिक्षामित्रों से सरकार की पूरी सहानुभूति है। आज आपसे फिर कह रहा हूं। उपद्रव और ¨हसा का मार्ग अपनाकर आप सहानुभूति खो देंगे। सरकार आपकी व्यथा को समझती है और शिक्षामित्रों को राहत देने के लिए सुप्रीम कोर्ट के आदेश के परिप्रेक्ष्य में ऐसा समाधान ढू़ंढ़ने की कोशिश करेगी जो कानून की कसौटी पर भी खरा हो। लिहाजा शिक्षामित्र अपना आंदोलन छोड़कर बुधवार से स्कूलों में पढ़ाना शुरू करें। 



उन्होंने यह भी कहा कि पूर्ववर्ती सरकार की गलती की वजह से ही शिक्षामित्रों को इस समस्या का सामना करना पड़ रहा है। शिक्षामित्र प्रतिनिधियों को याद दिलाया कि हरियाणा में हुए शिक्षक भर्ती घोटाले में कैसे वहां के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला वर्षों से सलाखों के पीछे हैं।  मुख्यमंत्री ने अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा को निर्देश दिया कि इस समस्या के समाधान के लिए वह शिक्षामित्रों के साथ बैठक करें और उनकी ओर से दिये जाने वाले सुझावों पर गौर करें। 



मुख्यमंत्री से एक घंटे तक चली बातचीत के बाद उप्र प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के प्रदेश अध्यक्ष गाजी इमाम आला और आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र शाही ने बताया कि मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद शिक्षामित्रों ने आंदोलन 15 दिन के लिए स्थगित करने का फैसला किया है। वार्ता के दौरान बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अनुपमा जायसवाल, निदेशक बेसिक शिक्षा सर्वेद्र विक्रम बहादुर सिंह, तिलोई के भाजपा विधायक मयंकेश्वर शरण सिंह भी मौजूद थे। 



⚫ शिक्षामित्रों की मांगें : इससे पहले शिक्षामित्रों के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री को अपना प्रत्यावेदन सौंपा जिसमें मांग की गई कि सरकार तात्कालिक रूप से अध्यादेश लाकर ऐसा कानून बनाये, जिससे कि शिक्षामित्र सहायक अध्यापक बने रहें। नया अध्यादेश लाये जाने तक प्रदेश के समायोजित शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक पद पर बनाये रखते हुए उन्हें वेतन आदि की सुविधाएं यथावत दी जाएं। विकल्प के तौर पर समायोजित शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक के समकक्ष वेतनमान पर शिक्षा सहायक जैसे पद सृजित कर समायोजित किया जाए।



⚫ हरहु नाथ मम संकट भारी : बातचीत के दौरान शिक्षामित्र प्रतिनिधियों में से एक ने मुख्यमंत्री के सामने हाथ जोड़कर श्री रामचरित मानस के सुंदरकांड की चौपाई सुनाते हुए विनती की-
‘दीनदयाल बिरिदु संभारी, हरहु नाथ मम संकट भारी।’ 



लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को शिक्षामित्र संगठनों के प्रतिनिधियों को सचिवालय एनेक्सी स्थित अपने कार्यालय में बुलाकर उनसे वार्ता की। उन्होंने प्रतिनिधियों से कहा कि शिक्षामित्रों से सरकार की पूरी सहानुभूति है। शिक्षामित्रों से अपना आंदोलन खत्म कर बुधवार से स्कूलों में पढ़ाने का काम शुरू करने के लिए कहा। 



आश्वासन दिया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के परिप्रेक्ष्य में सरकार शिक्षामित्रों की समस्या के समाधान के लिए विधिसम्मत और तर्कसंगत हल ढूंढने की हरसंभव कोशिश करेगी। मुख्यमंत्री से वार्ता के बाद शिक्षामित्रों के संगठनों ने अपना आंदोलन 15 दिन के लिए स्थगित करने का फैसला किया है।


सीएम योगी के साथ बैठक के बाद शिक्षामित्रों का आंदोलन 15 दिन के लिए स्थगित, आज से पढ़ाएंगे स्कूल में Reviewed by प्राइमरी का मास्टर 1 on 6:49 AM Rating: 5

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