मानव संपदा के लीव मॉड्यूल में किए जाने वाले परिवर्तन के संबंध में

मानव संपदा के लीव मॉड्यूल में किए जाने वाले परिवर्तन के संबंध में।

मानव सम्पदा : इस व्यवस्था के बाद बढ़ेगी परेशानी, छुट्टी लेने के लिए अब करना होगा यह काम

यूपी सरकार ने बनाए बेसिक शिक्षकों की छुट्टी के नए मानक, इन आठ कारणों पर नहीं मिलेगी छुट्टी


योगी सरकार ने शिक्षकों की छुट्टी ( leave ) के लिए नए मानक तय कर दिए हैं. अब शिक्षकों को अवकाश लेने के लिए सुबह आठ बजे तक ऑनलाइन आवेदन करना होगा. अगर वह ऐसा नहीं करते हैं तो उन्हें छुट्टी नहीं मिल सकेगी।

निर्धारित किए गए नए मानकों को जुलाई से सितंबर के बीच लागू किए जाने की उम्मीद जताई जा रही है. इसके लिए मानव संपदा पोर्टल में भी परिवर्तन किए जाने की सिफारिश की गई है। अवकाश प्रक्रिया में जाे बदलाव किए गए हैं उनमें मुख्य रूप से सुबह आवेदन के समय काे फिक्स करना है। अब सुबह आठ बजे तक हर हालत में शिक्षकों को अपनी लीव के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा. अगर वह आवेदन आठ बजे तक नहीं कर पाएंगे तो उनकी छुट्टी स्वीकृत नहीं होगी. इसके लिए पोर्टल को भी इस तरह से डिजाइन किया जा रहा है कि आठ बजे के बाद उस पर लीव अप्लाई ना हो सके।


■  आठ कारण जिनकी वजह से नहीं मिलेगी लीव
योगी सरकार ने जो आठ पॉइंट निर्धारित किए हैं उनमें मुख्य रूप से पहला नियम अटैच का है।

● - शिक्षक को लीव एप्लीकेशन के साथ संबंधित दस्तावेज संलग्नक यानि अटैच करने होंगे. अगर सबंधित दस्तावेज अटैच नहीं हैं तो अवकाश नहीं मिलेगा

● - अगर कोई शिक्षक पहले से अवकाश पर हैं तो वह अवकाश पर हुए आगे अवकाश के लिए अप्लाई नहीं कर सकेंगे।

● - अगर शिक्षक किसी ऐसे ऑफिसर के पास आवेदन करता है जिसको छुट्टी देने का अधिकार नहीं है तो भी अवकाश स्वीकृत नहीं होगा।

● - परीक्षा के दौरान शिक्षक की लीव वाली एप्लीकेशन की स्वीकार नहीं किया जाएगा यानि अवकाश नहीं मिल सकेगा।

● - अगर शिक्षक की ड्यूटी निर्वाचन कार्य में लगी है ताे ऐसी स्थिति में भी अवकाश स्वीकार्य नहीं होगा

● - अगर शिक्षक पर अपरिहार्य कारणों से विभागीय कार्य की जिम्मेदारी दी गई है तो ऐसी स्थिति में भी अवकाश स्वीकृत नहीं होगा।

● - अवकाश के लिए सुबह आठ बजे तक हर हालत में ऑनलाइन आवेदन करना अनिवार्य हाेगा


आने वाले दिनों में शिक्षकों को ऑनलाइन अवकाश के लिए विशेष सावधानी बरतनी होगी। अगर समय से पहले अवकाश नहीं लेंगे तो उन्हें इसकी सुविधा नहीं मिलेगी। जुलाई से सितंबर के बीच शिक्षकों को  आठ बजे के बाद तथा अक्टूबर से 20 मई तक सुबह नौ बजे के बाद अवकाश नहीं मिलेगा। यही नहीं मानव संपदा पोर्टल में इस तरह परिवर्तन किया जा रहा है ताकि इस अवधि के बाद शिक्षक छुट्टी का आवेदन ही न कर पाएं। यानी अवकाश का हिस्सा लाक हो जाएगा। 

स्वीकृत किए जा चुके तथा फॉरवर्ड किए जा चुके अवकाश प्रकरणों को भविष्य में देखने की भी सुविधा मिलेगी। इसके लिए भी परिवर्तन हो रहा है। पूर्व में चिकित्सा अवकाश पर चल रहे कार्मिकों की भी जानकारी मिलेगी। वह पिछले कितने दिनों से चिकित्सा अवकाश पर हैं, यह भी पता चलेगा। इसमें जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के स्तर पर लंबित अवकाश भी दिखेंगे। इसमें आठ प्वाइंट ऐसे हैं जिन पर शिक्षकों को छुट्टियां नहीं मिलेंगी। इनमें अगर संलग्नक नहीं हैं या अपूर्ण हैं तो अवकाश नहीं मिलेगा। इसके साथ अगर कई शिक्षक पहले से अवकाश पर हैं, गलत रिपोर्टिंग ऑफिसर के पास आवेदन किया है, परीक्षाएं हैं, निर्वाचन कार्य के लिए ड्यूटी या अपरिहार्य विभागीय कार्य हैं तो शिक्षकों को अवकाश नहीं मिलेंगे।



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