पोर्टल पर स्वयं को रिपोर्टिंग ऑफिसर चुनकर अवकाश लेने, पूर्व उपभोग अवकाश के अंकन न होने एवं अन्य अनियमितता के संबंध में जांच कर कार्यवाही हेतु आदेश जारी

छुट्टियों में हेरफेर की जांच न करने वाले 19 बीएसए को चेतावनी, DGSE ने एक हफ्ते में जांच कर कार्रवाई करने को कहा


लखनऊ। परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों, कर्मचारियों द्वारा ली गईं छुट्टियों के ब्योरे में गड़बड़ी की शिकायतों की जांच में 19 जिलों के बीएसए पिछड़े पाए गए हैं। समीक्षा में इनकी ढिलाई सामने आई है। संबंधित जिलों के अधिकारियों को चेतावनी दी गई है, एक सप्ताह में जांच पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं। निदेशालय के अधिकारियों के अनुसार विभिन्न जिलों में शिक्षकों व कर्मचारियों के अवकाश का ब्योरा गड़बड़ होने की शिकायत मिली थी।

खासतौर पर अंतर्जनपदीय स्थानांतरण के तहत दूसरे जिलों से आए शिक्षकों द्वारा उपभोग की गईं पिछली छुट्टियों का ब्योरा गड़बड़ होने की बात सामने आ चुकी है। इसी क्रम में उपभोग की गईं छुट्टियों का ब्योरा मानव संपदा पोर्टल पर दर्ज कराने के निर्देश भी दिए गए थे। इसके बावजूद गड़बड़ी की जांच में ढिलाई सामने आने पर महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने नाराजगी जताई है। उन्होंने बलरामपुर, गोरखपुर, कुशीनगर, सुल्तानपुर, बलिया, हरदोई, फतेहपुर, मुजफ्फरनगर, हापुड़, कासगंज, शाहजहांपुर, वाराणसी, कन्नौज, संत कबीर नगर, सीतापुर, बांदा, औरैया, चंदौली व रामपुर जिलों के बीएसए को चेतावनी दी है। साथ ही एक हफ्ते में कार्रवाई करने के लिए कहा है। 


अवकाश प्रकरणों के सम्बन्ध में आख्या उपलब्ध कराने के सम्बन्ध में



स्वयं को रिपोर्टिंग ऑफिसर चुनकर अवकाश लिए जाने के  प्रकरणों के सम्बन्ध में आख्या उपलब्ध कराने के सम्बन्ध में

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पोर्टल पर स्वयं को रिपोर्टिंग ऑफिसर चुनकर अवकाश लेने, पूर्व उपभोग अवकाश के अंकन न होने एवं अन्य अनियमितता के संबंध में जांच कर कार्यवाही हेतु आदेश जारी। 

छुट्टियों में हेरफेर के नजरिए से इन शिक्षकों की होगी जांच, खुद को रिपोर्टिंग अफसर बना कर लिया था अवकाश


लखनऊ : परिषदीय स्कूलों के कुछ शिक्षक खुद को ही रिपोर्टिंग अफसर बना कर छुट्टियों को ले रहे हैं। ऐसे शिक्षकों की सूची बेसिक शिक्षा विभाग तैयार कर रहा है। महानिदेशक विजय किरन आनंद ने ऐसे 32 शिक्षकों के खिलाफ जांच के आदेश के दिए हैं। संबंधित जिलों के बीएसए को एक हफ्ते के अंदर रिपोर्ट देनी है।


विजय किरन आनंद के मुताबिक निरीक्षण की सूचना या टीम के आने पर कुछ  शिक्षक खुद को ही रिपोर्टिंग अफसर बना कर छुट्टी ले रहे हैं और शाम तक उसे कैंसल कर देते हैं। इनमें वे शिक्षक हैं, जिन्हें प्रधानाध्यापक के न रहने पर रिपोर्टिंग अफसर बनने का अधिकार दिया गया है। अब निरीक्षण के दौरान छुट्टियों पर रहने वाले शिक्षकों का ब्योरा खंगाला जा रहा है। इनमें वे शिक्षक भी शामिल हैं जिनकी मानव संपदा पोर्टल और सेवा पुस्तिका में अंतर दिख रहा है। 










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पोर्टल पर स्वयं को रिपोर्टिंग ऑफिसर चुनकर अवकाश लेने, पूर्व उपभोग अवकाश के अंकन न होने एवं अन्य अनियमितता के संबंध में जांच कर कार्यवाही हेतु आदेश जारी Reviewed by sankalp gupta on 9:12 PM Rating: 5

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