फर्जी शिक्षकों / कर्मचारियो पर कार्यवाही विषयक।

हीलाहवाली : 1050 फर्जी शिक्षकों से एक पाई की नहीं हो सकी वसूली, 125 फर्जी शिक्षकों के खिलाफ एफआइआर तक दर्ज नहीं

लखनऊ : चार दर्जन से अधिक परिषदीय स्कूलों में चिह्नित किए गए 1337 फर्जी शिक्षकों पर सरकार ने कार्रवाई की है। लंबे समय से वेतन तथा अन्य सुविधा लेने वाले फर्जी शिक्षकों से वसूली भी की जा रही है, लेकिन अब तक फर्जी 1337 शिक्षकों में से सिर्फ 287 से ही 133 करोड़ रुपये की वसूली की गई है। 1050 फर्जी शिक्षकों से एक पाई की वसूली नहीं हो सकी है। यह स्थिति तब है जबकि 624 फर्जी शिक्षकों से वेतन की वसूली का ब्योरा तैयार किया जा चुका है। अभी तक 125 फर्जी शिक्षकों के खिलाफ एफआइआर दर्ज नहीं की गई है। ऐसे में प्रमुख सचिव, बेसिक शिक्षा दीपक कुमार की ओर से सबसे खराब प्रदर्शन वाले सात जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों से जवाब-तलब कर नाराजगी जताई गई है।


परिषदीय विद्यालयों में 2010 के बाद हुई सभी शिक्षकों की नियुक्तियों की जांच के आदेश, विभिन्न जिलों में कार्रवाई में ढिलाई


लखनऊ। परिषदीय विद्यालयों में फर्जी शिक्षकों की जांच कर उनके खिलाफ कार्रवाई में ढिलाई पर शासन ने नाराजगी जताई है। हर जिले में अपर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित समितियों से 2010 के बाद हुई शिक्षकों की नियुक्तियों की जांच 15 दिन में कराने के लिए कहा है। साथ ही फर्जी पकड़े जाने वाले शिक्षकों के विरुद्ध सेवा समाप्ति, एफआईआर व वेतन वसूली की कार्रवाई कराने के दिए निर्देश दिए गए हैं। यही नहीं प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा जल्द ही जिले स्तर पर हुई कार्रवाई की ऑनलाइन समीक्षा करेंगे।

इस संबंध में महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने सभी जिलाधिकारियों को पत्र लिखा है। उनके अनुसार शासन ने 2018 व 2020 के अलग-अलग आदेशों में प्रत्येक जिले में अपर जिला मजिस्ट्रेट की अध्यक्षता में समिति गठित कर परिषदीय विद्यालयों में हुई नियुक्तियों की जांच कर अनियमित फर्जी शिक्षकों पर कार्रवाई के आदेश दिए थे। इस क्रम में अब तक मात्र 1337 फर्जी शिक्षक चिह्नित किए गए हैं। इनमें 1323 शिक्षकों की ही सेवा समाप्त की गई है जबकि एफआईआर मात्र 1212 शिक्षकों पर ही हुई है। कुल पकड़े गए फर्जी शिक्षकों में से प्रदेश में अब तक मात्र 287 से ही वेतन वसूली की कार्रवाई की गई है।


फर्जी शिक्षकों / कर्मचारियो पर कार्यवाही विषयक।

फर्जी शिक्षकों से हुई 133 करोड़ रुपये की वसूली, 
ढीली कार्रवाई पर प्रमुख सचिव ने जताई नाराजगी, केवल 287 फर्जी शिक्षकों से हो पाई है रिकवरी 


लखनऊ : फर्जी शिक्षक चिह्नित हुए 1337 और एफआईआर दर्ज हुई केवल 1212 के खिलाफ, वहीं वसूली केवल 287 शिक्षकों से की गई। फर्जी शिक्षकों से अब तक 133.93 करोड़ रुपये की रिकवरी हो चुकी है। इस ढीली कार्रवाई को लेकर बेसिक शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव दीपक कुमार ने नाराजगी जताई है। प्रमुख सचिव जल्द ही अपर जिलाधिकारियों के साथ इस संबंध में बैठक करेंगे।


महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने फर्जी शिक्षकों का ब्यौरा जारी करते हुए कहा है कि 1337 शिक्षकों फर्जी पाया गया लेकिन इनमें से केवल 1323 की सेवा समाप्ति की गई है। वहीं इनमें केवल 1212 के खिलाफ एफआईआर की गई। वसूली की कार्रवाई बहुत ढीली है। केवल 287 से वसूली हो पाई है जबकि 624 शिक्षकों की वसूली का आगणन हो चुका है और 500 को नोटिस जारी किया गया है। 143 के लिए आरसी जारी की गई है।


उन्होंने कहा कि झांसी, जालौन, ललितपुर, चित्रकूट, हमीरपुर, बांदा, महोबा से एक भी सूचना प्राप्त नहीं हुई है। बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में एसआईटी, एसटीएफ व विभिन्न जांचों में फर्जी प्रमाणपत्रों से नौकरी पाए हुए शिक्षकों की जांच विभाग करा रहा है।


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