स्कूल भले ही बंद हों बच्चों को मिलता रहेगा मिड डे मील, कोरोना काल में घर बैठे स्कूली बच्चों को पोषण देने को सरकार ने उठाए कदम
स्कूल भले ही बंद हों बच्चों को मिलता रहेगा मिड डे मील
कोरोना काल में घर बैठे स्कूली बच्चों को पोषण देने को सरकार ने उठाए कदम
नई दिल्ली : कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए स्कूल भले ही बंद है और आगे भी बंद रहने की संभावना है, लेकिन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को पहले की तरह मिड-डे मील मिलता रहेगा। हालांकि अब यह पका हुआ नहीं मिलेगा, बल्कि इसकी जगह सूखा खाद्यान्न मिलेगा। जो प्रत्येक बच्चे के औसत के हिसाब से सभी को हर महीने मिलेगा। इसके साथ ही उन्हें भोजन पर पकाने पर खर्च होने वाले राशि भी दी जाएगी।
केंद्र सरकार ने सभी राज्य सरकार और केंद्र शासित प्रदेशों को सुझाव दिया है, यदि वह कुकिंग कॉस्ट नहीं दे पा रहे हैं, तो छात्रों को इसके बदले दाल, खाद्य तेल जैसी दूसरी पोषण युक्त चीजें उपलब्ध कराएं।
नामांकित छात्रों और उन्हें अब तक प्रदान किए खाद्यान्न आदि का ब्योरा भी उपलब्ध कराए ताकि छात्रों को जल्द से जल्द केंद्रीय मदद भी जारी की जा सके। अब तक पहली से आठवीं तक पढ़ने वाले बच्चों को खाद्यान्न दिया जाता है। लेकिन नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति आने के बाद सरकार ने प्री प्राइमरी से ही बच्चों को खाद्यान्न उपलब्ध कराने की तैयारी में है।
मिड-डे मील योजना के तहत स्कूलों में प्राइमरी व जूनियर के बच्चों को हर दिन अनाज और भोजन तैयार करने के लिए धनराशि दिया जाता है।
स्कूल भले ही बंद हों बच्चों को मिलता रहेगा मिड डे मील, कोरोना काल में घर बैठे स्कूली बच्चों को पोषण देने को सरकार ने उठाए कदम
Reviewed by प्राइमरी का मास्टर 2
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8:51 AM
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