प्राथमिक शिक्षकों को नई तबादला नीति का बेसब्री से इंतजार : तबादला सत्र शून्य घोषित होने की आशंका
- शासन से अभी तक नहीं लगी नयी तबादला नीति पर मुहर
- अधिकारी जता रहे स्थानांतरण सत्र शून्य घोषित होने की आशंका
एक जुलाई से नया शैक्षिक सत्र शुरू हो जाएगा। अभी तक परिषदीय स्कूलों के तबादले पर शासन की मुहर नहीं लग पायी है। दूसरी ओर प्राथमिक शिक्षकों को नई तबादला नीति का बेसब्री से इंतजार है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों की मानें तो विलंब को देखते हुए अब तबादला सत्र शून्य घोषित होने की आशंका सताने लगी है। शासन ने प्रशासनिक एवं पुलिस अफसरों के साथ ही अन्य महकमों में बड़े पैमाने पर फेरबदल किया है। शिक्षा विभाग खासकर परिषदीय स्कूल अभी तक इससे अछूते हैं।
प्रदेश सरकार ने पिछले दिनों प्राथमिक शिक्षकों का तबादला करने का ऐलान किया था। इसमें महिलाओं के साथ पुरुष शिक्षकों का भी स्थानांतरण करने को कहा गया था। इससे दूरदराज के जिलों में कार्यरत शिक्षकों के अपने जिलों में तैनाती की उम्मीद जगी थी। इस क्रम में बेसिक शिक्षा परिषद की लखनऊ में आयोजित बैठक में तबादला नीति का मसौदा तैयार कर शासन को भेजा भी गया है। इस नीति को अभी तक शासन की मंजूरी नहीं मिल सकी है। नया सत्र शुरू होने में अब एक सप्ताह ही बचे हैं। परिषद के अधिकारियों का कहना है कि शैक्षिक सत्र शुरू होने के बाद शिक्षकों का तबादला करने में समस्या आ सकती है। ऐसे में इस वर्ष स्थानांतरण होगा या नहीं, इसे लेकर अटकलें शुरू हो गई हैं। इस बात की आशंका को बल पूर्व में हुए स्थानांतरणों के दौरान दिखीं समस्याओं से भी मिल रहा है।
पिछली मर्तबा आनलाइन तबादले किए गए थे। इसमें ढेरों समस्याएं आईं थीं। इसके चलते सत्र शुरू होने के महीनों बाद तक स्थानांतरण होता रहा।अभी तक नयी तबादला नीति पर मुहर नहीं लगी है इसलिए उस संबंध में कुछ भी कहना ठीक नहीं है। नयी नीति में क्या प्रस्ताव किये गये हैं यह भी गोपनीय है। हो सकता है कि इस बार शिक्षकों के तबादले न हों, क्योंकि सत्र शुरू होने के बाद फेरबदल करना मुश्किल होगा। ~ संजय सिन्हा, सचिव बेसिक शिक्षा परिषद इलाहाबाद
पिछले सत्र में आनलाइन तबादले हुए थे उसमें तमाम गड़बड़ियां थी इसलिए शिक्षक परेशान हुए। सत्र के दौरान तबादला करना उचित नहीं है क्योंकि जब जुलाई में तबादले शुरू होंगे तो सितंबर-अक्टूबर तक चलेंगे इससे पठन-पाठन प्रभावित होगा। ऐसा पहले हो भी चुका है। ~ लल्लन मिश्र, प्रांतीय अध्यक्ष प्राथमिक शिक्षक संघ
प्रदेश सरकार ने पिछले दिनों प्राथमिक शिक्षकों का तबादला करने का ऐलान किया था। इसमें महिलाओं के साथ पुरुष शिक्षकों का भी स्थानांतरण करने को कहा गया था। इससे दूरदराज के जिलों में कार्यरत शिक्षकों के अपने जिलों में तैनाती की उम्मीद जगी थी। इस क्रम में बेसिक शिक्षा परिषद की लखनऊ में आयोजित बैठक में तबादला नीति का मसौदा तैयार कर शासन को भेजा भी गया है। इस नीति को अभी तक शासन की मंजूरी नहीं मिल सकी है। नया सत्र शुरू होने में अब एक सप्ताह ही बचे हैं। परिषद के अधिकारियों का कहना है कि शैक्षिक सत्र शुरू होने के बाद शिक्षकों का तबादला करने में समस्या आ सकती है। ऐसे में इस वर्ष स्थानांतरण होगा या नहीं, इसे लेकर अटकलें शुरू हो गई हैं। इस बात की आशंका को बल पूर्व में हुए स्थानांतरणों के दौरान दिखीं समस्याओं से भी मिल रहा है।
पिछली मर्तबा आनलाइन तबादले किए गए थे। इसमें ढेरों समस्याएं आईं थीं। इसके चलते सत्र शुरू होने के महीनों बाद तक स्थानांतरण होता रहा।अभी तक नयी तबादला नीति पर मुहर नहीं लगी है इसलिए उस संबंध में कुछ भी कहना ठीक नहीं है। नयी नीति में क्या प्रस्ताव किये गये हैं यह भी गोपनीय है। हो सकता है कि इस बार शिक्षकों के तबादले न हों, क्योंकि सत्र शुरू होने के बाद फेरबदल करना मुश्किल होगा। ~ संजय सिन्हा, सचिव बेसिक शिक्षा परिषद इलाहाबाद
पिछले सत्र में आनलाइन तबादले हुए थे उसमें तमाम गड़बड़ियां थी इसलिए शिक्षक परेशान हुए। सत्र के दौरान तबादला करना उचित नहीं है क्योंकि जब जुलाई में तबादले शुरू होंगे तो सितंबर-अक्टूबर तक चलेंगे इससे पठन-पाठन प्रभावित होगा। ऐसा पहले हो भी चुका है। ~ लल्लन मिश्र, प्रांतीय अध्यक्ष प्राथमिक शिक्षक संघ
खबर साभार : दैनिक जागरण
प्राथमिक शिक्षकों को नई तबादला नीति का बेसब्री से इंतजार : तबादला सत्र शून्य घोषित होने की आशंका
Reviewed by प्रवीण त्रिवेदी
on
9:49 AM
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6 comments:
Ye sarkar nikmmi hai
Lok Shabh Election se bhi bad sitution hogi es sarkar ki Vidhan Shabh ke election mein, Es sarkar ko dekh nahi ki kitne teachers ke sath mein unke Parivar wale prashan hai..........Plz do inter-district transfer..............
antarjanpadiy sthantaran ki ab ummid nahi hai.ab tin sal aur uasi jile men rahana padega.
antarjanpadiy sthantaran ki ummid khatam hai.
ek ummid jagin thi.ab yah padhkar bahut dukh ho raha hai.kya kiya jay?
Ye Kya, sarkar Jo. Kar rahi hai acha nahi kar rahi hai, Ye Sun kar bhahut dukh hua ...........
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