फर्जी शिक्षकों को बचाने में छह बीएसए और 5 लिपिकों ने किया सत्यापन में खेल, सिद्धार्थनगर में करीब 400 शिक्षक फर्जी अंकपत्र के आधार पर कर रहे नौकरी
फर्जी शिक्षकों को बचाने में छह बीएसए और 5 लिपिकों ने किया सत्यापन में खेल, सिद्धार्थनगर में करीब 400 शिक्षक फर्जी अंकपत्र के आधार पर कर रहे नौकरी।
सिद्धार्थनगर फर्जी शिक्षक मामले में बड़ा खुलासा, स्टेनो बोला - बीएसए ने भी लिए थे 10 लाख
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एनबीटी : सिद्धार्थनगर जनपद में शिक्षक भर्ती में हुए फर्जीवाड़े में चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है। एसटीएफ के सामने गिरफ्तार स्टेनो ने उगला है कि फर्जी शिक्षकों को बचाने के लिए बीएसए सिद्धार्थनगर ने 10 लाख रुपये लिए थे। इस काम में मदद करने के लिए स्टेनो ने भी पांच लाख रुपये लिए थे। एसटीएफ ने मंगलवार को गोरखपुर से पांच लोगों को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार लोगों में बीएसए का स्टेनो, एक फर्जी हेडमास्टर व तीन और लोग शामिल थे। इन लोगों के पास से ढाई लाख रुपए भी मिले थे जिसके बारे में स्टेनों ने कबूला था कि यह रकम एक शिक्षक की फर्जी नियुक्ति के एवज में उसने गिरफ्तार किए गए फर्जी हेडमास्टर सच्चिदानंद से ली थी। एसटीएफ ने गिरफ्तारी के बारे में जो एफआईआर लिखवाई है, उसमें कई चौंकाने वाले तथ्य हैं। स्टेनो ने बताया है कि जो 29 शिक्षक बर्खास्त किए गए हैं उन्हें बचाने के लिए राकेश सिंह नामक शख्स ने उसे 5 लाख रुपये व बीएसए सिद्धार्थनगर राम सिंह को 10 लाख रुपये दिए थे। स्टेनो ने बताया कि इस रकम के बदले में मामले को लंबित करने और दस्तावेज सही करवाकर आरोपितों की तैनाती सही साबित की जानी थी। आरोपित के बयान के बाद अब एसटीएफ बीएसए सिद्धार्थनगर पर शिकंजा कसने की तैयारी में है। एसटीएफ ने एफआईआर में बीएसए का जिक्र कर दिया है। अब शासन से बीएसए के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की अनुमति मांगेगी। |
फर्जी शिक्षकों को बचाने में छह बीएसए और 5 लिपिकों ने किया सत्यापन में खेल, सिद्धार्थनगर में करीब 400 शिक्षक फर्जी अंकपत्र के आधार पर कर रहे नौकरी
Reviewed by प्राइमरी का मास्टर 2
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7:02 AM
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