वित्तीय वर्ष 2021-22 में गैर सहायतित मान्यता प्राप्त निजी विद्यालयों में अलाभित समूह एवं दुर्बल वर्ग के बच्चों को यूनीफार्म तथा पाठ्य पुस्तकों के लिये वित्तीय सहायता प्राप्त किये जाने हेतु धनराशि का आवंटन।

वित्तीय वर्ष 2021-22 में गैर सहायतित मान्यता प्राप्त निजी विद्यालयों में अलाभित समूह एवं दुर्बल वर्ग के बच्चों को यूनीफार्म तथा पाठ्य पुस्तकों के लिये वित्तीय सहायता प्राप्त किये जाने हेतु धनराशि का आवंटन।

RTE  के तहत निजी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के यूनिफार्म समेत किताब, स्टेशनरी आदि के लिए 5 करोड़ रुपये का बजट जारी
 


लखनऊ। प्रदेश सरकार ने आरटीई के तहत निजी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के यूनिफार्म समेत किताब, स्टेशनरी आदि के लिए 5 करोड़ रुपये जारी कर दिया है। ये धनराशि केवल इस वर्ष प्रवेश लेने वाले बच्चों को दी जाएगी। वर्ष 2022-22 के शैक्षिक सत्र में 1.24 लाख बच्चों को निजी स्कूलों की कक्षा एक में प्रवेश दिया गया है। वहीं इस समय 4,66,552 बच्चे निजी स्कूलों में आरटीई के तहत पढ़ रहे हैं।


पहली किश्त से केवल 10 हजार बच्चों को ही यह धनराशि दी जाएगी। प्रति विद्यार्थी पांच हजार रुपये देने का नियम है। बाकी बच्चों को सरकार की किश्त का इंतजार करना होगा। वहीं पहले से पढ़ रहे विद्यार्थियों को भी कॉपी किताबों के लिए सरकार की मदद का इंतजार है।

इस नियम के तहत सरकार निजी स्कूलों की कक्षा एक की 25 फीसदी सीटों पर गरीब बच्चों को प्रवेश दिलवाती है और उसकी फीस प्रतिपूर्ति कक्षा आठ तक करती है।


वित्तीय वर्ष 2021-22 में गैर सहायतित मान्यता प्राप्त निजी विद्यालयों में अलाभित समूह एवं दुर्बल वर्ग के बच्चों को यूनीफार्म तथा पाठ्य पुस्तकों के लिये वित्तीय सहायता प्राप्त किये जाने हेतु धनराशि का आवंटन। Reviewed by प्राइमरी का मास्टर 2 on 5:49 AM Rating: 5

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