परिषदीय बच्चों को होनहार बनाने के लिए बड़े संस्थानों के विशेषज्ञों की सहायता लेने की तैयारी
परिषदीय बच्चों को होनहार बनाने के लिए बड़े संस्थानों के विशेषज्ञों की सहायता लेने की तैयारी
■ राज्य शैक्षिक प्रबंधन और प्रशिक्षण संस्थान (सीमैट) की पहल
■ ट्रिपल आईटी के साथ एमएनएनआईटी, पंत संस्थान से करेंगे एमओयू (एमएनएनआईटी)
■ अमेरिकन खान एकेडमी बताएगी यूपी में कैसे हो डिजिटल पढ़ाई
प्रयागराज । बेसिक शिक्षा परिषद के डेढ़ लाख से अधिक प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में पढ़ने वाले तकरीबन दो करोड़ बच्चों को होनहार बनाने के लिए बड़े संस्थानों के विशेषज्ञों की सहायता ली जाएगी। परिषदीय स्कूलों में अध्यापनरत 5.5 लाख से अधिक शिक्षकों के प्रशिक्षण का जिम्मा उठा रहे राज्य शैक्षिक प्रबन्धन एवं प्रशिक्षण संस्थान (सीमैट) प्रशिक्षण को और प्रभावी बनाने के लिए भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (ट्रिपल आईटी), मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान और गोविन्द बल्लभ पंत सामाजिक विज्ञान संस्थान से समझौता करने जा रहा है।
वर्तमान में सीमैट के विशेषज्ञ और कुछ चुनिंदा शिक्षकों से प्रशिक्षण दिलाया जाता है। लेकिन बेसिक शिक्षा विभाग का मानना है कि शिक्षकों को जो प्रशिक्षण मिल रहा है वह पूरी तरह से ग्रासरूट लेवल तक नहीं पहुंच पा रहा। यानि प्रशिक्षण का परा लाभ बच्चों को नहीं मिल पा रहा। इसलिए बड़े संस्थानों के विशेषज्ञों को प्रशिक्षण देने के लिए आमंत्रित करेंगे ताकि उनके अनुभव का लाभ मिल सके।
इस संबंध में इन संस्थानों के विशेषज्ञों से दो चक्र की बैठक हो चुकी है और जल्द ही समझौते पत्र पर हस्ताक्षर होंगे।
अमेरिकन खान एकेडमी बताएगी यूपी में कैसे हो डिजिटल पढ़ाई
प्रयागराज । अमेरिका की खान एकेडमी उत्तर प्रदेश के उच्च प्राथमिक स्कूलों में विज्ञान और गणित की डिजिटल पढ़ाई के टिप्स देगी। महानिदेशक स्कूली शिक्षा विजय किरन आनंद ने राज्य विज्ञान शिक्षा संस्थान के निदेशक अनिल भूषण चतुर्वेदी को निर्देशित किया है कि आईआईटी गांधीनगर, मदन मोहन मालवीय यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी (एमएमएमयूटी) गोरखपुर और खान अकादमी से संपर्क कर शैक्षणिक डिजिटल कंटेंट विकसित करने की योजना तैयार करें।
संस्थान की टीम आईआईटी गांधीनगर और एमएमएमयूटी गोरखपुर का दौरा कर परिषदीय स्कूलों के उपयोग के लिए विज्ञान किट और लैब विकसित रिपोर्ट दें।
■ खान एकेडमी से संपर्क कर कंटेंट विकसित करेंगे आईआईटी, एमएमयूटी गोरखपुर से भी लेंगे मदद
करने के संबंध में एक महीने में सुविचारित कार्ययोजना राज्य परियोजना कार्यालय को भेजें। राज्य हिन्दी संस्थान वाराणसी की निदेशक ऋचा जोशी को निर्देशित किया है कि केंद्रीय हिन्दी संस्थान का भ्रमण करते हुए संस्थान के अकादमिक सुधार के लिए कार्याजना उपलब्ध कराएं। राज्य शिक्षा संस्थान के प्राचार्य डॉ. आशुतोष दुबे को निर्देश दिया है कि शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत भारत की उत्कृष्ट संस्थाओं जैसे ऋषि वैली आदि का भ्रमण कर एक महीने में रिपोर्ट दें।
परिषदीय बच्चों को होनहार बनाने के लिए बड़े संस्थानों के विशेषज्ञों की सहायता लेने की तैयारी
Reviewed by प्राइमरी का मास्टर 2
on
6:57 AM
Rating:
No comments:
Post a Comment