पीरियड के मुताबिक होगी पढ़ाई व बच्चे रख सकेंगे अपनी बात
- परिषदीय विालयों के लिए प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा ने जारी किया आदेश |
- अब परिषदीय विद्यालयों के बच्चे अपनी बात भी रख सकेंगे और अपने साथियों की बातें सुन सकेंगे।
- विद्यालय में बच्चों की समितियों-बाल सभा समिति, पुस्तकालय समिति, खेल समिति, प्रार्थना, साफ सफाई समिति व भोजन समिति का भी गठन कराया जाएगा।
- इनके गठन और क्रिया कलापों के क्रियान्वयन की शैली का निर्धारण भी बच्चों से ही कराया जाए।
- इसमें शिक्षक का दायित्व होगा कि इन समितियों की बैठक नियमित रूप से हो और ये क्रियाशील हों।
लखनऊ । प्रदेश
के परिषदीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में अब बच्चों को पीरियड के
मुताबिक विषयों की पढ़ाई करना अनिवार्य होगा। इसकी जिम्मेदारी विद्यालय के
प्रधानाध्यापक एवं शिक्षकों की होगी। इसके लिए प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा
सुनील कुमार ने मंगलवार को प्रत्येक विालय में प्रति घंटे विषयवार समय
सारिणी तय करते हुए मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक, बेसिक शिक्षा
अधिकारियों एवं डायट प्राचार्यो को आदेश जारी कर दिए हैं। बेसिक शिक्षा
परिषद द्वारा प्रदेश में करीब एक लाख 55 हजार प्राथमिक व उच्च प्राथमिक
विालय संचालित हैं। इन विद्यालयों में अभी तक खुलने व बंद होने का समय तो
निर्धारित है लेकिन किस घंटे में क्या पढ़ाया जाएगा, यह नहीं तय है। इसलिए
निशुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम-2009 के तह अब हर विद्यालय
में प्रत्येक घंटे में विषयवार पीरियड के मुताबिक पढ़ाई करवाई जाएगी। शासन
की ओर से जारी आदेश के अनुसार पढ़ाई से पहले विालय में अनिवार्य रूप से
दैनिक सभा शुरू होगी जिसमें सभा स्थल पर ही छात्रों को समाज में व्याप्त
कुरीतियों जैसे-दहेज प्रथा, मपान, धूम्रपान, जाति प्रथा, लिंग भेद,
भ्रष्टाचार व साम्प्रदायिकता आदि दूर करने की शिक्षा दी जाएगी। इसके अलावा
देश भक्ति व अच्छे संस्कार के लिए अमर शहीदों, देश भक्तों एवं सदाचार
विषयों पर रोजाना बच्चों से व्याख्यान दिलवाया जाए। विालय में बच्चों की
उपस्थिति को नीली स्याही से उ तथा अनुपस्थिति को लाल स्याही से अनु लिखा
जाएगा। विद्यालय के प्रधान अध्यापक समय सारिणी तय करेंगे जिसकी एक सूची
प्रत्येक कक्ष के बाहर लटका दी जाएगी। अब विद्यालय में परिषद द्वारा मान्य
पाठ्यपुस्तकों को छोड़कर किसी अन्य पुस्तक, सहायक पुस्तक या कुंजी का
प्रयोग वर्जित होगा। शिक्षकों को भी विालय में 7.30 घंटे उपस्थित रहना
आवश्यक होगा। प्रत्येक विद्यालय में पहला घंटा अनिवार्य रूप से भाषा-शिक्षण
के अंतर्गत श्रवण, वाचन, पठन एवं लेखन दक्षताओं के विकास को ध्यान में रखकर
संचालित किया जाएगा। इसके लिए सुलेख, श्रुतलेख, एकल वाचन, समूह वाचन कराए
जाने के साथ-साथ बच्चों को हस्तलेख (हैंडराइटिंग), वर्तनी एवं शब्द ज्ञान व
अभिव्यक्ति कौशल को विकसित करने पर भी ध्यान दिया जाए। (साभार-:-डेली न्यूजएक्टिविस्ट)
- आदेश देखने के लिये (यहाँ) क्लिक करें |
पीरियड के मुताबिक होगी पढ़ाई व बच्चे रख सकेंगे अपनी बात
Reviewed by Brijesh Shrivastava
on
5:35 PM
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4 comments:
Transfer ki koi kabar nahi de rahe sahab. ..jara hum bhari adyapko ka b kyal kre.
Latest news from Allah.........List Nahi aaygi .........ab next year mein transfer hoge..........
time table to ban gaya par jangarna kare ki padhye.
Departmental news--
ab koi list nahi ayegi.ab tranfer june mah mai hoge.
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