प्रमोशन एवं तबादलों की अनदेखी पर गरजा शिक्षक संघ का दूसरा गुट, हाईकोर्ट में संघीय विवाद लंबित होने के बावजूद दूसरे गुट को महत्व दिए जाने से आया उबाल, सचिव परिषद कार्यालय पर दिन भर चला प्रदर्शन
इलाहाबाद : विभागीय नियम है कि नए शैक्षिक सत्र से पहले ही प्रमोशन एवं तबादले कार्य पूरे कर लिए जाएं, लेकिन नियमों को धता बताकर यह कार्य अब तक लटकाए रखा गया है। वहीं, अफसर शिक्षकों की शक्ति को बांटने में जुटे हैं। यह बात उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के शिक्षकों ने सोमवार को कही। वे शिक्षा निदेशालय में बेसिक शिक्षा परिषद सचिव कार्यालय के सामने धरना दे रहे थे।
धरने में शिक्षकों ने प्रांतीय आह्वान पर अपनी ताकत दिखाई। प्रदेश अध्यक्ष सतीश चंद्र मिश्र की अध्यक्षता में सैकड़ों की संख्या में शिक्षक अपनी लंबित मांगों एवं शिक्षक संघ में अनावश्यक व अनाधिकार हस्तक्षेप करने को लेकर सभी जिलों से यहां पहुंचे और जमकर प्रदर्शन किया। शिक्षकों ने मांगों पर अभी तक कार्रवाई नहीं होने पर नाराजगी जाहिर की। प्रदर्शन में अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ राष्ट्रीय सलाहकार वेदपाल सिंह ने धरने का समर्थन करते हुए कहा कि शिक्षकों का यह प्रदर्शन अपने भविष्य को लेकर किया गया है। प्रदेशीय शिक्षक संघ का विवाद उच्च न्यायालय में लंबित है। इसके बावजूद दूसरे संगठन को महत्व दिया जा रहा है। उनके पक्ष में पत्र भी जारी कर रहे हैं।
अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ के संगठन मंत्री संजय मिश्र ने भी नवीन सत्र शुरू होने से पूर्व शिक्षकों की पदोन्नति एवं स्थानांतरण हो जाने के मुद्दे को उठाया। उन्होंने कहा कि उदासीनता के कारण विभागीय नियम होने के बावजूद आज शिक्षक अपने हक के लिए धरना व प्रदर्शन करने को बाध्य हैं।
अध्यक्ष संघर्ष समिति सुशील कुमार पांडेय ने शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षकों की तमाम मांगे सचिव स्तर पर लंबित हैं, सचिव अपने पद का दुरुपयोग व उच्चाधिकारियों के निर्देशों की अवहेलना कर रहे हैं। यहां नौरंग सिंह, अखिलेश कुमार द्विवेदी, अनुज त्यागी, जितेंद्र दीक्षित समेत अन्य शिक्षक नेता मौजूद थे।
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