डीपीसी के बाद बेसिक शिक्षा महकमे को मिलेंगे अफसर, बेसिक शिक्षा निदेशक के रूप में संजय सिन्हा की ताजपोशी लगभग तय
इलाहाबाद : सूबे की सत्ता पर नई टीम काबिज हो चुकी है। अब अलग-अलग महकमों को अफसर मिलने की बारी है। इसमें शिक्षा विभाग का नाम सबसे ऊपर है। शिक्षा निदेशक बेसिक का पद एक माह से खाली है। इस पद के लिए चयन प्रक्रिया अंतिम चरण में है, सिर्फ डीपीसी का इंतजार है। इसी तरह विभाग में अपर शिक्षा निदेशक के तीन पद भी लंबे समय से खाली चल रहे हैं। उसके लिए भी निदेशालय से रिपोर्ट मांगी गई है।
बीएसए व अन्य अफसरों को यहां से वहां भेजने की सूची जारी हुई। चुनाव की अधिसूचना जारी होने से पहले तक यह फेरबदल चलता रहा। शासन बीते दिसंबर माह में ही नए शिक्षा निदेशक के चयन की प्रक्रिया शुरू कर चुका है। इस पद पर उप्र शैक्षिक सामान्य शिक्षा संवर्ग सेवा समूह ‘क’ के अधिकारियों की पदोन्नति होनी है। शासन ने अपर शिक्षा निदेशक स्तर के आठ अफसरों संजय सिन्हा, विनय कुमार पांडेय, साहब सिंह निरंजन, रमेश, उत्तम गुलाटी, शैल कुमारी यादव, ममता रानी एवं नीना श्रीवास्तव के संबंध में गोपनीय रिपोर्ट व अन्य सूचनाएं उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
वरिष्ठता में परिषद सचिव सिन्हा सबसे ऊपर है। वहीं, जारी सूची में उत्तम गुलाटी 31 दिसंबर को सेवानिवृत्त हो चुकी हैं उनकी दावेदारी खुद ही खत्म हो गई। सूची के दो अन्य अफसर रमेश व शैल कुमारी यादव 2017 में ही सेवानिवृत्त होंगे। ऐसे में नए शिक्षा निदेशक के रूप में सिन्हा का प्रमोशन होना लगभग तय है। असल में कुछ माह पहले एक शिक्षा निदेशक के प्रतिनियुक्ति पर नई दिल्ली जाने की चर्चा तेज थी, उस समय से यह कयास लगाए जा रहे थे कि सिन्हा को उस पद पर भेजा जा सकता है। शिक्षा निदेशक बेसिक दिनेश बाबू शर्मा बीते 28 फरवरी को सेवानिवृत्त हो चुके हैं।
Reviewed by प्राइमरी का मास्टर 1
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6:55 AM
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