सात रिजल्ट में हुए थे पास, पुनर्मूल्यांकन में हुए फेल, 68500 भर्ती का दूसरा परिणाम आया 5 माह बाद, अभी सिर्फ ऑनलाइन आवेदक और याचियों का ही परिणाम घोषित
राज्य ब्यूरो, प्रयागराज : शिक्षक भर्ती के दूसरे रिजल्ट में 4688 अभ्यर्थी उत्तीर्ण जरूर हुए हैं, वहीं सात ऐसे अभ्यर्थी भी हैं, जो 13 अगस्त को जारी भर्ती के मूल रिजल्ट में उत्तीर्ण थे, वे पुनमरूल्यांकन में अनुत्तीर्ण हो गए हैं। हालांकि परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय का दावा है कि इन अभ्यर्थियों को किसी जिले में नियुक्ति नहीं मिली थी, दरअसल ये अभ्यर्थी उन 23 की सूची में शामिल थे, जिनका जिला आवंटन होने के बाद नियुक्ति रोक दी गई थी। सात ने दोबारा मूल्यांकन में उत्तीर्ण होने का दांव चला था, जो सफल नहीं रहा।
योगी सरकार की पहली 68500 शिक्षक भर्ती में पुनमरूल्यांकन का परिणाम अभी सिर्फ उन अभ्यर्थियों का जारी हुआ है, जिन्होंने ऑनलाइन आवेदन किया था या फिर कोर्ट के जरिये याची बने थे। ये रिजल्ट देने में ही परीक्षा संस्था को पांच माह लग गए। ज्ञात हो कि सितंबर 2018 में ऑनलाइन आवेदन 30751 ने किया था। वहीं, 118 याची थे, यह दोनों संख्या मिलाकर 30869 होता है, उनमें से सात अनुत्तीर्ण को बाहर करके 30852 का परिणाम जारी किया गया है। इन्हीं के अंकों में बदलाव हुए हैं।
उच्च स्तरीय जांच में कॉपी पर फेल मिलने वालों का परिणाम जल्द : परीक्षा संस्था ने एससीईआरटी से उन 53 अभ्यर्थियों की उत्तर पुस्तिकाओं का भी दोबारा मूल्यांकन कराया है, जो रिजल्ट में उत्तीर्ण होकर नियुक्ति पा चुके हैं, जबकि उच्च स्तरीय जांच समिति को कॉपी पर अनुत्तीर्ण मिले थे। उनका परिणाम अभी घोषित नहीं किया गया है।
मुख्य व अन्य याची दोबारा मूल्यांकन में भी अनुत्तीर्ण : मूल्यांकन में कटिंग व मामूली गलतियों पर भी अंक देने के लिए भी हाईकोर्ट में याचिका दाखिल हुई थी। कोर्ट ने अनिरुद्ध नारायण शुक्ल की याचिका पर निर्णय दिया जिसका लाभ हजारों अभ्यर्थियों को तो मिला पर मुख्य याची अनिरुद्ध दोबारा मूल्यांकन में भी फेल हो गए हैं। उन्हें पहले रिजल्ट में 66 अंक मिले थे और दोबारा मूल्यांकन में भी इतने ही अंक आए हैं। इसी तरह से एक अन्य याची अनूप कुमार सिंह के पहले 63 अंक थे, उन्हें दो अंक का तो फायदा मिला लेकिन, उत्तीर्ण अंक हासिल नहीं कर सके। दोनों अब फिर कोर्ट जाने की तैयारी में है।
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