आठ आकांक्षी जिलों में हो सकेंगे शिक्षकों के हो सकेंगे सशर्त ट्रांसफर, जितने आएंगे उतने ही जा सकेंगे
आठ आकांक्षी जिलों में हो सकेंगे शिक्षकों के हो सकेंगे सशर्त ट्रांसफर, जितने आएंगे उतने ही जा सकेंगे।
आठ आकांक्षी जनपदों से भी होंगे तबादले, रिक्तियों की संख्या तलब, सक्रिय हुआ विभाग।
राज्य ब्यूरो, प्रयागराज : नई अंतर जिला तबादला नीति के तहत प्रदेश के आठ आकांक्षी जिले सिद्धार्थ नगर, श्रवस्ती, बहराइच, सोनभद्र, चंदौली, फतेहपुर, चित्रकूट व बलरामपुर में से हर जिले से उतने ही शिक्षकों का अन्यत्र तबादला होगा जितने शिक्षक संबंधित आकांक्षी जिलों में आने के लिए अनुरोध करेंगे। इसमें भारतीय सेना, अर्धसैनिक बलों से संबंधित प्रकरणों पर लागू नहीं होगा। पारस्परिक तबादलों में दोनों शिक्षकों से सहमति का शपथपत्र अनिवार्य रूप से लिया जाएगा। दोनों को ऑनलाइन आवेदन में जिक्र करना होगा।
सैनिक परिवार वालों को इच्छित तैनाती : ऐसे शिक्षक जिनके पति या पत्नी भारतीय सेना या अर्धसैनिक बलों में कार्यरत हैं, उन्हें जिले व इच्छित ग्राम पंचायत में स्थानांतरित किया जाएगा। शर्त यह है कि इसका लाभ मात्र एक बार ही मिलेगा। जिन शिक्षकों का पूर्व में अंतर जिला तबादला हो चुका है वे ऑनलाइन आवेदन के पात्र नहीं है लेकिन, यदि वे तबादला पाने में असफल रहे हैं तो आवेदन कर सकते हैं।
विज्ञापन से मान्य होगी सेवा अवधि : आवेदन के लिए तीन वर्ष की सेवा अवधि 2019-20 के लिए अंतर जिला तबादले की विज्ञापन निर्गत होने की तारीख से मानी जाएगी।
किसी विद्यालय के बंद या फिर एकल होने पर स्थानांतरित शिक्षक को तब तक कार्यमुक्त नहीं किया जाएगा, जब तक वहां अध्यापक की व्यवस्था न हो। निरस्त होने वाले आवेदन का ब्योरा कारण सहित स्पष्ट किया जाएगा। तबादले से वरिष्ठता शून्य हो जाएगी।
अंतर जिला तबादला नीति
आठ आकांक्षी जिलों में हो सकेंगे शिक्षकों के हो सकेंगे सशर्त ट्रांसफर, जितने आएंगे उतने ही जा सकेंगे
Reviewed by प्राइमरी का मास्टर 2
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8:40 AM
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