बीएड- 2005 फर्जीवाड़ा : आपत्ति देकर भी नहीं कम होंगी मुश्किलें
बीएड- 2005 फर्जीवाड़ा : आपत्ति देकर भी नहीं कम होंगी मुश्किलें।
डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के बीएड-2005 फर्जीवाड़े में आपत्ति देने वालों को बड़ी राहत मिलना आसान नहीं है। विश्वविद्यालय को आईआईटी की सूची पर 814 पत्तियां या फिर पति उत्तर मिले थे। इन पर विवि ने फरवरी में कोई फैसला नहीं लिया था। हालांकि कोर्ट के निर्देश के बाद विवि अब आपत्ति देने वाले प्रकरणों पर फैसला ले रहा है।
इसके लिए विवि ने कमेटी का गठन कर दिया है। बता दें कि विवि के बीएड 2005 फर्जीवाड़े के मामले में कोर्ट ने विविको आपत्ति देने वाले और टैंपर्ड मामलों में फैसला लेने के निर्देश दे दिए थे। इसके बाद शुक्रवार को विवि की कार्य परिषद ने प्रक्रिया शुरू कर दी है। कमेटी 814 आपत्तियों पर फैसला लेगी।
साथ ही 1084 टेंपर्ड मामलों को भी निपटाएगी। राहत मिलती नहीं दिख रही है। क्योंकि विवि ने फरवरी में जांच के दौरान पाया था कि 795 आपत्ति उन मानकों पर ही नहीं है, जिन पर विवि ने आपत्ति या फिर आपत्ति देने वाले ज्यादातर को बड़ी प्रति उत्तर मांगे थे।
बीएड- 2005 फर्जीवाड़ा : आपत्ति देकर भी नहीं कम होंगी मुश्किलें
Reviewed by प्राइमरी का मास्टर 2
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6:41 AM
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