69000 भर्ती में अभिलेखीय विसंगति के कारण नियुक्ति पत्र वितरण में नहीं चलेगी बीएसए की मनमानी, नियमानुसार प्रक्रिया पूर्ण होने का देना होगा सर्टिफिकेट
69000 भर्ती में अभिलेखीय विसंगति के कारण नियुक्ति पत्र वितरण में नहीं चलेगी बीएसए की मनमानी, नियमानुसार प्रक्रिया पूर्ण होने का देना होगा सर्टिफिकेट।
69000 शिक्षक भर्ती: चयनित अभ्यर्थियों को परेशान करना बीएसए को पड़ेगा महंगा, शासन की निगाह हुई टेढ़ी
नियुक्ति पत्र न देने के चलते नहीं हो पा रहा 69000 भर्ती में रिक्त पदों का आंकलन, बीएसए की इस हीलाहवाली पर शासन सख्त
69 हजार शिक्षक भर्ती में तीसरे चक्र की काउंसलिंग नहीं शुरू हो पाई है क्योंकि रिक्त पदों का सही आकलन नहीं हो पाया है । जिलों में बेसिक शिक्षा अधिकारी कुछ अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र देने में आनाकानी कर रहे हैं और उन पदों को अटकाकर रखे हैं।
अब अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा रेणुका कुमार ने सभी बीएसए से रिक्त पदों समेत तीन बिन्दुओं पर प्रमाणपत्र तलब किए हैं। तीन दिनों में प्रमाणपत्र न देने की दशा में विभागीय कार्रवाई होगी। राज्य सरकार ने इस भर्ती में रिक्त पांच हजार से ज्यादा पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने की घोषणा की है।
उन्होंने महानिदेशक बेसिक शिक्षा विजय किरन आनंद को पत्र भेज कर सभी जिलों से प्रमाणपत्र मांगने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि 69 हजार शिक्षक भर्ती में सभी तरह की विसंगतियों के बारे में स्पष्टीकरण पांच मार्च को जारी किया था उसमें बेसिक शिक्षा अधिकारियों की शंकाओं का निवारण भी किया था लेकिन इसके बाद भी कई जिलों के बीएसए नियुक्ति पत्र जारी नहीं कर रहे हैं और अभ्यर्थियों को दौड़ा रहे हैं। इसके कारण रिक्तियों की गणना भी नहीं हो पा रही है।
लिहाजा बीएसए प्रमाणपत्र दें कि चयन के अभिलेखों में विसंगति के संबंध में जारी स्पष्टीकरण के बाद किसी भी अभ्यर्थी का आवेदन निस्तारण के लिए शेष नहीं है। वहीं उन्हें सभी पात्र अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र जारी करने का प्रमाणपत्र भी देना होगा। रिक्त पदों का विवरण भी दें । उन्होंने कहा कि यदि कोई जिला प्रमाणपत्र नहीं देता है तो माना जाएगा कि वह सरकारी काम की अवहेलना कर रहा है।
लखनऊ : परिषदीय स्कूलों में शिक्षकों के 69 हजार रिक्त पदों पर चल रही भर्ती प्रक्रिया में अभिलेख सत्यापन के नाम पर चयनित अभ्यर्थियों को परेशान किया जा रहा है।
कई जिलों में बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) शासन द्वारा उनकी शंकाओं का निवारण किए जाने के बावजूद सत्यापन के नाम पर अभ्यर्थियों को दौड़ा रहे हैं। ऐसे में किस जिले में शिक्षक के किस कैटेगरी में कितने पद खाली हैं, इसका ब्योरा नहीं मिल पा रहा है। अपर मुख्य सचिव (बेसिक शिक्षा) रेणुका कुमार की ओर से सभी बीएसए से तीन दिन के अंदर खाली पदों का ब्योरा मांगा गया है।
69000 भर्ती में अभिलेखीय विसंगति के कारण नियुक्ति पत्र वितरण में नहीं चलेगी बीएसए की मनमानी, नियमानुसार प्रक्रिया पूर्ण होने का देना होगा सर्टिफिकेट
Reviewed by sankalp gupta
on
6:17 PM
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