परिषदीय विद्यालयों में मूलभूत अवस्थापना सुविधाओं के संतृप्तीकरण हेतु ग्राम पंचायत निधि के अन्तर्गत केन्द्रीय वित्त आयोग की धनराशि से वरीयता प्रदान किये जाने के सम्बन्ध में
परिषदीय विद्यालयों में मूलभूत अवस्थापना सुविधाओं के संतृप्तीकरण हेतु ग्राम पंचायत निधि के अन्तर्गत केन्द्रीय वित्त आयोग की धनराशि से वरीयता प्रदान किये जाने के सम्बन्ध में।
अब फिर विद्यालयों के कायाकल्प पर फोकस, पंचायत की केंद्रीय वित्त आयोग की धनराशि से होंगे ये कार्य
परिषदीय विद्यालयों का तेजी से हो सकेगा विकास, केंद्रीय वित्त की धनराशि भी कर सकेंगे खर्च
अब ग्रामीण क्षेत्र के परिषदीय विद्यालयों का और तेजी से विकास हो सकेगा। इन विद्यालयों के विकास पर राज्य वित्त के साथ ही केंद्रीय वित्त की धनराशि का भी प्राथमिकता के आधार पर उपयोग किया जा सकेगा। भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय एवं पंचायती राज मंत्रालय की ओर से इसकी अनुमति दे दी गई है। यूपी की महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने सभी जिला प्रशासन को केंद्रीय वित्त का उपयोग कर स्कूलों का विकास कार्य जल्द पूरा करने को कहा है।
ग्राम पंचायत निधि से स्कूलों की दशा सुधारने का निर्देश दिया गया। नतीजा यह रहा कि राज्य वित्त से स्कूलों की मरम्मत के कार्य कराने का जो सिलसिला शुरू हुआ वह धीरे-धीरे स्कूलों में टाइल्स, मेज-कुर्सी, आकर्षक व जागरूकता वाली पेंटिंग कराने, छत, शौचालयों की मरम्मत आदि तक पहुंच गया है।
स्कूलों की सूरत में अब बदलाव दिखने लगा है। अब केंद्रीय वित्त का धन भी स्कूलों पर खर्च करने की अनुमति मिलने के बाद बड़ा बदलाव दिखाई पड़ेग। विद्यालयों में विकास कार्य तेजी से हो सकें, इसके लिए केंद्रीय वित्त की धनराशि का प्राथमिकता के आधार पर उपयोग करने की अनुमति मिली है।
ग्राम पंचायतों में ऑपरेशन कायाकल्प के अंतर्गत परिषदीय विद्यालयों के कायाकल्प पर फोकस किया जाएगा। महानिदेशक स्कूली शिक्षा की ओर से आए पत्र के बाद ग्राम पंचायतों में स्थित परिषदीय विद्यालयों में कायाकल्प के काम पर फोकस किए जाने की रणनीति तैयार की जाने लगी है। ग्राम पंचायत निधि के अंतर्गत केंद्रीय वित्त आयोग की धनराशि से यह कायाकल्प के काम सुनिश्चित होंगे।
इसमें विद्यालय के रख रखाव के अलावा स्वच्छ एवं सुरक्षित पेयजल, नल, जल आपूर्ति, हैंडवाश यूनिट, बालक, बालिकाओं के लिए अलग अलग शौचालय, मूत्रालय, सेनेटरी पैड, इंसीनेटर, दिव्यांग सुलभ शौचालय, विद्यालय परिसर में रैंप और रेलिंग का निर्माण, रसोई एवं मिड डे मील सेड, किचन वाटिका, बिजली संयोजन, कक्षा कक्ष व शौचालय, टायलीकरण, विद्यालय में खिड़की, दरवाजों का जीर्णोद्धार, मुख्य गेट के साथ बाउंड्रीवाल का निर्माण, खेल के मैदान का विकास और रख रखाव और विद्यालयों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग के निर्माण पर केंद्रीय वित्त आयोग की धनराशि खर्च की जाएगी।
परिषदीय विद्यालयों में मूलभूत अवस्थापना सुविधाओं के संतृप्तीकरण हेतु ग्राम पंचायत निधि के अन्तर्गत केन्द्रीय वित्त आयोग की धनराशि से वरीयता प्रदान किये जाने के सम्बन्ध में
Reviewed by sankalp gupta
on
7:23 PM
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