निपुण भारत मिशन के अंतर्गत कक्षा 1-3 में अध्ययनरत विद्यार्थियों के आकलन एवं निपुण विद्यार्थी के चयन के संबंध में।

भाषा व गणित में दक्ष निपुण विद्यार्थियों को किया जाएगा सम्मानित

डीएलएड प्रशिक्षु करेंगे निपुण विद्यार्थियों का आकलन, मिलेंगे 500₹ प्रति कार्यदीवस


परिषदीय स्कूल में पंजीकृत नौनिहालों की शैक्षिक क्षमता बढ़ाने के लिए निपुण भारत योजना संचालित की जा रही है। योजना सफल हो इसके लिए नौनिहालों को भाषा व गणित में दक्ष करने के लिए शिक्षकों के साथ अब डीएलएड प्रशिक्षु की मदद ली जाएगी। पढ़ाने के बाद कक्षावार हिंदी व भाषा में दक्ष बच्चों को निपुण विद्यार्थी के रुप में तैयार कर सम्मानित किया जाएगा।


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 बेसिक शिक्षा विभाग पंजीकृत बच्चों में समझ व कौशल विकसित लर्निंग की व्यवस्था को सुदृढ़ करने की कोशिश में जुटा है। कक्षा एक से तीन तक पंजीकृत विद्यार्थियों को भाषा व गणित में दक्ष करने के लिए निपुण भारत योजना संचालित की जा रही है।

निपुण भारत मिशन के तहत कक्षा एक से तीन में पढने वाले विद्यार्थियों की कक्षा अनुरूप दक्षता सुनिश्चित करने के लिए शासन की ओर से कई प्रयास किए जा रहे हैं। शैक्षिक गुणवत्ता परखने के लिए स्कूल शिक्षा महानिदेशक विजय किरन आनंद ने डायट प्राचार्य को जिम्मेदारी सौंपी है।


डीएलएड प्रशिक्षुओं को विद्यालय आवंटित किए जाएंगे।  डायट में प्रशिक्षणरत डीएलएड प्रशिक्षु ही निपुण विद्यार्थी के चयन के लिए विद्यालयों का भ्रमण करेंगे।

भ्रमण के दौरान स्कूल में कार्यरत शिक्षकों की मदद से नौनिहालों को पढ़ाने के बाद कक्षावार हिंदी व भाषा में दक्ष बच्चों को निपुण विद्यार्थी के रूप में तैयार कर सम्मानित किया जाएगा। परिषदीय विद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों की शैक्षिक गुणवत्ता निपुण लक्ष्य एप के माध्यम से पहचान करते हुए कमजोर विद्यार्थियों को विशेष रूप से शिक्षित किया जाएगा।



निपुण विद्यार्थियों का होगा सम्मान, इस आदेश को पढ़कर जानिए क्यों और कैसे?


लखनऊ। निपुण विद्यार्थी की पहचान के लिए जनवरी से मार्च तक अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए डीएलएड प्रशिक्षुओं को आकलन का काम सौंपा जाएगा। निपुण विद्यार्थियों को हर महीने निपुण सम्मान समारोह में सम्मानित किया जाएगा।


निपुण भारत मिशन के अंतर्गत कक्षा 1-3 में अध्ययनरत विद्यार्थियों के आकलन एवं निपुण विद्यार्थी के चयन के  संबंध में।


आप अवगत हैं कि निपुण भारत मिशन के अंतर्गत कक्षा 1-3 में अध्ययनरत बच्चों का कक्षानुरूप दक्षतायें सुनिश्चित करने के लिये सुनियोजित प्रयास किये जा रहे हैं । तत्क्रम में "निपुण लक्ष्य एप" के माध्यम से "निपुण विद्यार्थी" की पहचान किये जाने का निर्णय लिया गया है। उक्त कार्य के सम्पादन हेतु मुख्य निर्देश  निम्नवत हैं।


👉 निपुण विद्यार्थी की पहचान / आकलन का कार्य डायट प्राचार्य के निर्देशन में डी.एल. एड. प्रशिक्षुओं द्वारा किया जायेगा। 

👉  डायट प्राचार्य एवं डी.एल. एड. प्रशिक्षुओं के ऑनलाइन प्रशिक्षण के उपरांत D El Ed प्रशिक्षुओं द्वारा स्वयं के स्मार्टफोन / टेबलेट के माध्यम से उक्त कार्य सम्पन्न किया जायेगा।

👉 प्रत्येक माह 5 कार्य दिवस विद्यालय भ्रमण कर बच्चों का आकलन किया जायेगा। प्रत्येक कार्य दिवस हेतु ₹ 500/ की  प्रोत्साहन धनराशि प्रदान की जायेगी ।

 उक्त से सम्बंधित विस्तृत निर्देश संलग्न है। अतः संलग्न निर्देश के अनुसार कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।




निपुण भारत मिशन के अन्तर्गत प्राचार्य डायट, प्रवक्ता डायट, एवं डी0एल0एड0 प्रशिक्षुओं का आनलाईन उन्मुखीकरण



डीएलएड प्रशिक्षु जाचेंगे परिषदीय विद्यालयों के बच्चों का ज्ञान, निपुण विद्यार्थी की पहचान के लिए जनवरी से मार्च तक अभियान 



लखनऊ : निपुण विद्यार्थी की पहचान के लिए जनवरी से मार्च तक अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए नौ हजार से ज्यादा डीएलएड प्रशिक्षुओं को आकलन का काम सौंपा जाएगा। हर प्रशिक्षु को एक स्कूल के 30 बच्चों का आकलन करना होगा। प्रशिक्षु को 500 रुपये प्रति दिन प्रोत्साहन राशि का भुगतान किया जाएगा। महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरण आनंद ने बुधवार को आदेश जारी कर दिया है।


निपुण आकलन कक्षा एक से तीन के बच्चों का किया जाना है। एक स्कूल के 30 यानी हर कक्षा के 10-10 बच्चों का आकलन किया जाएगा। इसके लिए रोस्टर तैयार करते हुए दो चरण में इसे पूरा किया जाएगा। जनवरी से मार्च के बीच बच्चों का निपुण लक्ष्य ऐप पर आकलन पूरा हो जाएगा। दो डीएलएड प्रशिक्षुओं द्वारा संयुक्त रूप से प्रतिमाह 5 कार्यदिवसों में 10 विद्यालयों (2 विद्यालय प्रति कार्यदिवस) में जाना होगा।



बच्चों की निपुण दक्षताओं का आकलन करेंगे डीएलएड प्रशिक्षु

लखनऊ : डायट प्राचार्य के नेतृत्व में डीएलएड प्रशिक्षु परिषदीय स्कूलों में कक्षा एक से तीन तक के विद्यार्थियों की निपुण दक्षताओं का मूल्यांकन करेंगे। यह आकलन निपुण लक्ष्य एप के माध्यम से किया जाएगा। वर्तमान सत्र में विद्यार्थियों की निपुण दक्षताओं के आकलन के लिए जनवरी से मार्च तक के लिए एक रोस्टर तैयार किया जाएगा। 


आकलन के उद्देश्य से स्कूल भ्रमण के लिए प्रत्येक डीएलएड प्रशिक्षु को प्रति दिवस 500 रुपये की दर से प्रोत्साहन राशि का भुगतान किया जाएगा। महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने इस बारे में सभी डायट प्राचार्यों और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को बुधवार को निर्देश जारी कर दिया है। 


गौरतलब है कि निपुण भारत मिशन के तहत कक्षा एक से तीन तक के विद्यार्थियों के लिए कक्षा अनुरूप सीखने और पढ़ने की दक्षताएं निर्धारित की गई हैं। वर्ष 2025 - 26 तक निपुण लक्ष्य प्राप्त किया जाना है। 


महानिदेशक की ओर से भेजे गए निर्देश के अनुसार दो डीएलएड प्रशिक्षुओं द्वारा संयुक्त रूप से हर महीने पांच कार्यदिवसों में 10 विद्यालयों का भ्रमण किया जाएगा। हर प्रशिक्षु को प्रत्येक कार्यदिवस में दो स्कूलों का भ्रमण करना होगा। उन्हें रैंडम आधार पर कक्षा एक से तीन तक के बच्चों का निपुण लक्ष्य एप के माध्यम से मूल्यांकन करना होगा।
निपुण भारत मिशन के अंतर्गत कक्षा 1-3 में अध्ययनरत विद्यार्थियों के आकलन एवं निपुण विद्यार्थी के चयन के संबंध में। Reviewed by प्राइमरी का मास्टर 2 on 6:29 AM Rating: 5

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