परिषदीय स्कूलों के बच्चे खेल-खेल में पढ़कर बनेंगे होशियार
- कक्षा 1 के बच्चों को दिखाई जाएगी कार्टून फिल्म
- कक्षा 6 के बच्चे नाटक के जरिये करेंगे पढ़ाई
- बेसिक स्कूलों में नये सत्र से लागू करने की तैयारी
लखनऊ।
पढ़ोगे लिखोगे तो होगे नवाब, खेलोगे कूदोगे तो बनोगे खराब...। यह बीते
जमाने की बातें होंगी। अब बच्चे जितना खेलेंगे उतना ही पढ़ाई में अच्छे
होंगे। यही नहीं, बच्चों को ऐसी कार्टून फिल्में भी दिखाई जाएंगी जो बच्चों
में समझ विकसित करेंगी। इसके लिए न पाठ्यक्रम संशोधित होगा और न ही नई
किताबें छापी जाएंगी। इस हेतु बेसिक शिक्षा विभाग विशेषज्ञों की एक टीम
तैयार करेगा। नई व्यवस्था अगले शिक्षण सत्र जुलाई 2014 से लागू करने की
तैयारी है। शासन स्तर पर इस संबंध में सहमति बन गई है। नई व्यवस्था ब्लाक
संसाधन केंद्र के कक्षा एक व छह तथा कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में
लागू की जाएगी। इनमें सफलता के बाद इसे अन्य स्कूलों में लागू किया जाएगा।
प्रदेश
में बेसिक शिक्षा का बहुत बड़ा दायरा है। 1,54,272 प्राइमरी स्कूलों में
2.61 करोड़ बच्चे पढ़ते हैं। 76,782 उच्च प्राइमरी स्कूलों में 92.15 लाख
बच्चे पढ़ते हैं। इसके बाद भी यहां पढ़ाई व्यवस्था बहुत अच्छी नहीं है।
अभिभावक बच्चों का नाम लिखाते तो जरूर हैं, लेकिन काफी बच्चे पढ़ाई बीच में
ही छोड़ देते हैं। स्कूल आने वालों की भी बौद्धिक क्षमता अच्छी नहीं होती।
कई बच्चों को अक्षर का ज्ञान तक नहीं होता। इसलिए सरकार चाहती है कि कुछ
ऐसा किया जाए जिससे बच्चे खेल-खेल में पढ़ने लगें।
शासन
स्तर पर इस बारे में बैठक बुलाई गई थी। इसमें परिषदीय स्कूलों में बच्चों
की पढ़ाई का स्तर सुधारने पर विचार-विमर्श किया गया। यह सहमति बनी है कि
प्राइमरी स्कूलों में कक्षा एक के बच्चों को कार्टून फिल्म व खेल के माध्यम
से शिक्षा दी जाए। कार्टून के माध्यम से हिंदी, अंग्रेजी व खेल से गणित की
पढ़ाई कराई जाए। कार्टून फिल्मों का निर्माण बेसिक शिक्षा विभाग के राज्य
शैक्षिक तकनीकी संस्थान से कराया जाए। इसी तरह कक्षा छह व कस्तूरबा गांधी
बालिका विद्यालयों की इस कक्षा की लड़कियों को हिंदी नाटक के माध्यम से
पढ़ाया जाए। इसके लिए ऐसा फॉर्मूला विकसित किया जाएगा कि नाटक में बच्चे भी
शामिल होंगे। इससे उनकी समझ विकसित होगी।
(खबर साभार : अमर उजाला)
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परिषदीय स्कूलों के बच्चे खेल-खेल में पढ़कर बनेंगे होशियार
Reviewed by Brijesh Shrivastava
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9:26 AM
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16 comments:
Kya bat ab laga ki basic siksha vibhag jag raha hai
pratibhaji vibhag jage ya na jage par teacher so rahe ha....
માસ્ટર સાહબ સોતે હી રહેગેં
jis din master ji jag jayege.To bsa &BEO k babu usi din ro jayege.orpaise ki ugai band ho jayegi .
verygood bhaijan
सबसे बड़ी समस्या शिक्षको की स्कूल late पहुचने की है । जिस दिन biometric attendence सभी स्कूलोमें लागू जो जाएगी तभी बच्चों का कल्याण होगा ।महीने में unofficial 4-5 छुट्टियाँ लेना तो आम बात है ।खासकर महिलाओं की हेडमास्टर अगर मना करे तो उसे "महिला उत्पीड़न" की धमकी मिलती है ।
मास्टर **** क्या जागेंगे जब वो अपना antarjanpadiy transfer के बाद 1-1 लाख ₹ में अपना पदस्थापन कराये है ।
Ab transfar list nahi aayegi.
Basic siksha vibhag siksha ki maa chodne pe tula hai
31.10.2013 tak aajayga
क्या अब अन्तरजनपदीय स्थानान्तरण लिस्ट नहीं आएगी
रायबरेली के 61अहर्ता रखने वाले अध्यापक अन्तरजनपदीय स्थानान्तरण से वंचित रह गए। बीएसए आफिस ने 3ब्लॉक के वेरीफिकेशन सचिव आफिस नहीं भेजे । विभाग की गलती की कीमत निदोष अध्यापक को चुकानी पङी। अधिकारियों से आश्वासन मिलने केबाद भी दूसरी लिस्ट में भी नाम नहीं आए।हमारी ही सरकार में गृह जनपद जाने का सपना टूटता दिख रहा है। एक ईमानदार मंत्री अधिकारी या आप इसमें न्याय दिला सकते हैं। क्या 3 लिस्ट में न्याय मिलेगा ?
अध्यापक kar bhi kya sakata hai, sab jante hai ki jadkar transfer galat Rules se hua hai............na tu CM sahib or Na hai adhikari he dekh raha hai, en adikhari ki vaha se teacaher prasahan hai............
क्या अब स्थानान्तरण लिस्ट नहीं आएगी
kuch nahi pata..............
बॄजेश जी कृपया मालूम कर बताने का कष्ट करें की स्थानान्तरण लिस्ट कब तक आएगी।
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