निजी कॉलेजों के बीटीसी छात्र मायूस : बीटीसी 2011 के चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा कराने में हीलाहवाली
इलाहाबाद : अजीब विडंबना है कि डायट में पढ़ने वाले बीटीसी 2011 के छात्रों की लिखित एवं प्रायोगिक परीक्षा समय पर हो रही है, लेकिन प्राइवेट कॉलेजों में प्रायोगिक परीक्षा कब होगी, कोई बताने वाला नहीं है। इससे शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में शामिल न हो पाने को लेकर बीटीसी छात्रों में मायूसी है। प्रदेश के कई कॉलेजों के छात्रों ने जब परीक्षा नियामक प्राधिकारी के दफ्तर में प्रदर्शन किया तो इसकी पोल खुली। अब परीक्षा नियामक प्राधिकारी सभी डायटों को निर्देश भेज रही हैं कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है। परीक्षाएं एक साथ आयोजित होनी चाहिए।
बीटीसी 2011 का सेशन काफी विलंब से चल रहा है। तीन वर्ष में इसे पूरा किया जा रहा है। इसके बाद भी परीक्षा कराने में अनदेखी की जा रही है। डायट के छात्रों की परीक्षाएं करा ली गई हैं और उनका परीक्षाफल भी फाइनल होने वाला है, जबकि निजी कॉलेज के छात्रों की परीक्षा तिथियां अभी तक घोषित नहीं हुई हैं। बेनी माधव सिंह बिगहियां, हंडिया पीजी कॉलेज, हंडिया उपरदहा कॉलेज, पूर्वाचल पीजी कॉलेज आजमगढ़, भालचंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन एंड मैनेजमेंट व गाजीपुर कॉलेज समेत कई कॉलेजों में अभी चौथे सेमेस्टर की परीक्षा नहीं हो सकी है। परेशानी का सबब यह है कि सरकार 2011 बैच के बीटीसी अभ्यर्थियों की भर्ती प्रक्रिया शुरू करने वाली है, क्योंकि इस बैच के तमाम छात्र ऐसे हैं, जिन्होंने टीईटी की परीक्षा उत्तीर्ण कर रखी है। सचिव बेसिक शिक्षा परिषद संजय सिन्हा ने दो दिन पहले ही शासन को भर्ती कराने के लिए प्रस्ताव भी भेज दिया है। छात्र शिवकुमार पांडेय ने कहा है कि यह हमारे साथ अन्याय है। भर्ती होने पर वे प्रक्रिया में शामिल होने के लिए अर्ह ही नहीं होंगे। सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी उप्र नीना श्रीवास्तव ने कहा है कि बीटीसी 2011 के चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा निजी कॉलेजों में न हो पाने की बात उनके संज्ञान में आई है। सभी डायटों को पत्र भेज रही हैं कि ऐसा न किया जाए, परीक्षाएं एक साथ होनी चाहिए। किसी का भविष्य न खराब हो, इसलिए समय पर परीक्षा करा ली जाए।
बीटीसी 2011 का सेशन काफी विलंब से चल रहा है। तीन वर्ष में इसे पूरा किया जा रहा है। इसके बाद भी परीक्षा कराने में अनदेखी की जा रही है। डायट के छात्रों की परीक्षाएं करा ली गई हैं और उनका परीक्षाफल भी फाइनल होने वाला है, जबकि निजी कॉलेज के छात्रों की परीक्षा तिथियां अभी तक घोषित नहीं हुई हैं। बेनी माधव सिंह बिगहियां, हंडिया पीजी कॉलेज, हंडिया उपरदहा कॉलेज, पूर्वाचल पीजी कॉलेज आजमगढ़, भालचंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन एंड मैनेजमेंट व गाजीपुर कॉलेज समेत कई कॉलेजों में अभी चौथे सेमेस्टर की परीक्षा नहीं हो सकी है। परेशानी का सबब यह है कि सरकार 2011 बैच के बीटीसी अभ्यर्थियों की भर्ती प्रक्रिया शुरू करने वाली है, क्योंकि इस बैच के तमाम छात्र ऐसे हैं, जिन्होंने टीईटी की परीक्षा उत्तीर्ण कर रखी है। सचिव बेसिक शिक्षा परिषद संजय सिन्हा ने दो दिन पहले ही शासन को भर्ती कराने के लिए प्रस्ताव भी भेज दिया है। छात्र शिवकुमार पांडेय ने कहा है कि यह हमारे साथ अन्याय है। भर्ती होने पर वे प्रक्रिया में शामिल होने के लिए अर्ह ही नहीं होंगे। सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी उप्र नीना श्रीवास्तव ने कहा है कि बीटीसी 2011 के चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा निजी कॉलेजों में न हो पाने की बात उनके संज्ञान में आई है। सभी डायटों को पत्र भेज रही हैं कि ऐसा न किया जाए, परीक्षाएं एक साथ होनी चाहिए। किसी का भविष्य न खराब हो, इसलिए समय पर परीक्षा करा ली जाए।
निजी कॉलेजों के बीटीसी छात्र मायूस : बीटीसी 2011 के चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा कराने में हीलाहवाली
Reviewed by Brijesh Shrivastava
on
4:17 PM
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