इस साल मदरसा शिक्षकों को नहीं बंट पाएंगे राज्य पुरस्कार
मदरसा शिक्षकों को इस साल पहली बार मिलने वाले राज्य पुरस्कार नहीं बंट पाएंगे। अल्पसंख्यक कल्याण एवं वक्फ मंत्री मो. आजम खां ने इसके लिए तैयार कैबिनेट नोट में एक बार फिर संशोधन करने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश सरकार ने बेसिक व माध्यमिक शिक्षकों की तर्ज पर मदरसा शिक्षकों को भी शिक्षक दिवस पर पांच सितंबर को राज्य पुरस्कार से सम्मानित करने का फैसला किया है। खुद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इसकी घोषणा की थी। इसका कैबिनेट नोट भी तैयार हो गया था, लेकिन मंत्री ने इसमें कई संशोधन करवा दिए। उन्होंने सबसे पहले संशोधन करवाया कि आंदोलन में शिरकत करने वाले या फिर जेल जा चुके शिक्षक राज्य पुरस्कार से वंचित नहीं किए जाएंगे।
अब मंत्री ने कैबिनेट नोट में एक और संशोधन करने के निर्देश दे दिए हैं। ऐसे में अब संशोधन के बाद ही यह प्रस्ताव कैबिनेट में रखा जाएगा। वहां से पास होने के बाद इसका शासनादेश व नियमावली जारी होगी। शिक्षक दिवस में अब 25 दिन ही बचे हैं। पुरस्कार के लिए आवेदन मंगाने, उनकी छंटनी करने और फिर पुरस्कार पाने योग्य शिक्षकों के चयन की औपचारिकताएं पूरी करने में काफी समय लग जाएगा। ऐसे में इस शिक्षक दिवस पर इन पुरस्कारों का बंटना संभव नहीं दिख रहा।
बजट भी तीन लाख रुपये बढ़ाया: मंत्री ने मदरसा शिक्षकों को राज्य पुरस्कार देने के लिए तय बजट दो लाख से बढ़ाकर पांच लाख रुपये करने के निर्देश दिए हैं। इसके तहत प्रत्येक शिक्षक को 10 हजार रुपये नकद, प्रशस्ति पत्र व शॉल भेंट किया जाएगा। इसके अलावा इन शिक्षकों को जिस साल पुरस्कार मिलेगा, उस साल वे रोडवेज बसों में 4000 किलोमीटर मुफ्त सफर भी कर सकेंगे।
खबर साभार : अमर उजाला
इस साल मदरसा शिक्षकों को नहीं बंट पाएंगे राज्य पुरस्कार
Reviewed by प्रवीण त्रिवेदी
on
7:21 AM
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