01 जुलाई से प्रारम्भ अवशेष नवीन शिक्षण सत्र में बेसिक शिक्षा मंत्री राम गोविंद चौधरी का परिषदीय शिक्षकों के नाम खुला पत्र
- बेसिक शिक्षा मंत्री का शिक्षकों को खुला पत्र
- गुणवत्ता में सुधार की अपील
- समस्याएं दूर करने का भरोसा
- दिखाया आईना
मंत्री ने हर जिले के शिक्षकों को खुला पत्र भेजकर पढ़ाई में सुधार की अपील की तो आईना दिखाने से भी नहीं चूके। कहा है कि आज भी सरकारी स्कूलों में आठवीं के बच्चे पांच का पहाड़ा नहीं सुना पाते। ये सूरत बदलनी है। शिक्षकों की कमी से चुनौतियां जरूर रही हैं, मगर अब संख्याबल भरपूर है। लिहाजा, नए शैक्षिक सत्र में नई ऊर्जा और उमंग से काम करें।
बेसिक शिक्षा विभाग ने पहली बार सीबीएसई के साथ एक अप्रैल से शैक्षिक सत्र की शुरुआत की है। इसे लेकर बेसिक शिक्षा मंत्री रामगोविंद चौधरी ने 28 अप्रैल को सभी शिक्षकों को खुला पत्र लिखा है। कहा है कि सूबे में अब एक लाख भर्तियों के बाद शिक्षक-विद्यार्थी अनुपात मानक के अनुरूप होने जा रहा है। पदोन्नति के नियम भी शिथिल किए जा रहे हैं। तल्ख हकीकत बयां करते हुए कहा है कि कक्षा पांच से आठवीं तक के बच्चे पांच का पहाड़ा भी नहीं सुना पाते। हिन्दी के आसान वाक्य भी नहीं पढ़ पाते। हमारी विफलता की चर्चा मीडिया में होती है। शिक्षक समय से स्कूल नहीं पहुंचते।
पठन-पाठन में रुचि न होने के कारण छात्र संख्या घटती जा रही है। शिक्षकों को मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री का नाम न पता होना असहज कर जाता है। सवाल दागा है कि क्या शिक्षकों को ऐसे में अच्छे की अनुभूति होती होगी। मंत्री ने कहा कि विभाग किताबें, यूनिफार्म, मिड-डे मील, योग्य शिक्षक दे रहा है तो लोग क्यों निजी स्कूलों में मोटी रकम खर्च करने को उत्सुक हैं। यह चिंता का समाधान शिक्षकों को ही करना है। मंथन करें, ताकि गिरती साख को बचाया जा सके।
खबर साभार : अमर उजाला / दैनिक जागरण / हिन्दुस्तान / डेली न्यूज एक्टिविस्ट
01 जुलाई से प्रारम्भ अवशेष नवीन शिक्षण सत्र में बेसिक शिक्षा मंत्री राम गोविंद चौधरी का परिषदीय शिक्षकों के नाम खुला पत्र
Reviewed by प्रवीण त्रिवेदी
on
6:43 AM
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