अल्पसंख्यकों के लिए खोले जाएंगे नवोदय जैसे स्कूल, 40 फीसद सीटें लड़कियों के लिए की जाएंगी आरक्षित
■ एमएईएफ ने अपनी रिपोर्ट में की है सिफारिश
■ उप्र ने जताई सहमति, अगले साल हो सकती है शुरुआत
■ मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में शिक्षा का स्तर सुधारने पर विशेष ध्यान
नई दिल्ली : नवोदय विद्यालयों की तर्ज पर सरकार अल्पसंख्यक समुदाय के लिए विशेष स्कूल खोलने जा रही है। अल्पसंख्यक मामलों के केंद्रीय राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी का कहना है कि इससे इन लोगों को बेहतरीन शिक्षा दी जा सकेगी। सरकार इनमें लड़कियों के लिए 40 फीसद सीटें आरक्षित रखेगी। ग्रामीण क्षेत्रों में नवोदय विद्यालय सरकार ने खोल रखे हैं। इनमें मुफ्त भोजन के साथ गुणवत्ता परक शिक्षा दी जा रही है।
सरकार इस तर्ज पर 105 स्कूल खोलेगी। इनमें सौ स्कूल नवोदय की तर्ज पर अल्पसंख्यक बहुल्य इलाकों में खोले जाएंगे। जबकि पांच अन्य शैक्षणिक संस्थान इस समुदाय के लोगों के लिए खोलने पर विचार चल रहा है। 1मौलाना आजाद एजुकेशन फाउंडेशन (एमएईएफ) को सरकार ने सर्वे की जिम्मेदारी दी थी। फाउंडेशन ने अपनी रिपोर्ट में मुस्लिम समुदाय को विशेष तौर पर ध्यान में रखते हुए इसके साथ बौद्ध, ईसाई, सिख, पारसी व जैन समुदाय के लोगों के बीच शिक्षा का स्तर सुधारने पर विशेष ध्यान देने की जरूरत बताई थी । सरकार ने इसी दिशा में स्कूल खोलने का फैसला किया है। भारत में छह समुदाय अल्पसंख्यक हैं, जिनमें का पता लगाना था। शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए एक त्रिस्तरीय पर काम करने के जरूरत है।
नकवी का कहना है कि राजस्थान व उप्र की सरकार ने उच्च शिक्षा के लिए संस्थान खोलने पर सहमति जताई है। उनका कहना है कि इन्हें अगले साल से शुरू किया जा सकता है। एमएसडीपी कार्यक्रम के तहत बनाए गए भवनों में इन्हें खोला जाएगा। इनमें छात्रवास की व्यवस्था भी सरकार उपलब्ध कराएगी।
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