आधार नम्बर के जरिये दो शिक्षकों की दो जिलों में नियुक्ति की खुली पोल, एक ही व्यक्ति के डाक्यूमेंट्स पर पाई नियुक्ति, एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश
इलाहाबाद : बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में सहायक अध्यापकों की भर्ती में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। पिछले वर्षो में दो अलग-अलग शिक्षक भर्तियां हुईं। इनमें दो शिक्षकों ने दो अलग-अलग जिलों में नियुक्ति पा ली। दोनों को समान शैक्षिक अभिलेखों के जरिए तैनाती भी मिली। इसकी शिकायत होने पर अफसर चौकन्ने हुए, लेकिन दो नियुक्तियां पाने वाले शिक्षक आधार नंबर के जरिए पकड़े जा सके हैं। उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने का आदेश बेसिक शिक्षा परिषद सचिव संजय सिन्हा ने दिया है।
परिषद के प्राथमिक स्कूलों के लिए 10 हजार सहायक अध्यापकों की भर्ती आठ अगस्त 2014 को फिरोजाबाद जिले में हुई थी। उसमें सुक्रांत यादव व वैभव यादव को नियुक्ति मिली। इसके बाद 2016 में गोंडा जिले में 16448 सहायक अध्यापकों की भर्ती हुई। इसमें भी फीरोजाबाद में पहले से तैनात दोनों शिक्षकों ने जालसाजी करके शैक्षिक अभिलेख जमाकर नियुक्ति पा ली। एक शख्स ने तीन शिक्षकों के शैक्षिक अभिलेखों में गड़बड़ी होने की शिकायत शासन में कर दी।
अफसरों ने इस मामले को गंभीरता से लिया और अपर मुख्य सचिव आरपी सिंह ने बेसिक शिक्षा परिषद सचिव संजय सिन्हा को मामले की जांच सौंपी। सचिव सिन्हा ने फीरोजाबाद और गोंडा के बेसिक शिक्षा अधिकारियों से तीन शिक्षकों के रिकॉर्ड समेत अन्य ब्योरा मांगे। सूत्र बताते हैं कि पर्सनल इंफार्मेशन सिस्टम के डाटा के जरिए शैक्षिक अभिलेख खंगाले गए तो आधार नंबर से खुलासा हो गया।
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