परिषदीय विद्यालयों में अब शिक्षक बनना आसान नहीं, टीईटी से कठिन होगी अब शिक्षकों की लिखित परीक्षा
सचिव बेसिक शिक्षा कार्यालय में तैयार हुआ लिखित परीक्षा का प्रारुप, शासन को भेजा जाएगा
परिषदीय विद्यालयों में शिक्षक बनना आने वाले समय में अब आसान नहंी होगा क्योंकि टीईटी परीक्षा पास करने के बाद होने वाली परीक्षा और कड़ी होने जा रही है।उसका माडल तैयार हो गया है।अभ्यर्थियों को अब विकल्प वाले प्रश्नों के उत्तर ओएमआर शीटपर काला नहीं करना पड़ेगा बल्कि अति लघु उत्तरीय प्रश्नों के उत्तर लिखकर देने होंगे जो कि एक-एक अंक के होगे।इस दौरान हिन्दी,अंग्रेजी, गणित, विज्ञान, भूगोल, सामाजिक विज्ञान, मनोविज्ञान, शिक्षक मनोविज्ञान सहित अन्य विषयों से प्रश्न पूछे जायेंगे।इसकी तैयारियां सचिव बेसिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश इलाहाबाद में पूरी हो गयी है।संभावना है कि एक या दो दिन में लिखित परीक्षा का माडल एवं पूछे जाने वाले प्रश्नों का प्रारुप शासन को सचिव बेसिक शिक्षा परिषद भेज दिया देगा जिससे कि जो भी संस्था परीक्षा करायेगी वह प्रश्नों को अपने स्तर से उस माडल के अनुसार विशेषज्ञों से तैयार करवा सके।बेसिक शिक्षा परिषद के सूत्रों ने बताया कि परिषदीय विद्यालयों में शिक्षक-शिक्षिका बनना अब आसान नहंी होगा।टीईटी पास करने के बाद होने वाली लिखित परीक्षा में इण्टरमीडिएट स्तर के प्रश्न पूछे जायेंगे।इस दौरान सभी विषयों के प्रश्न होंगे जो कि अति लघु उत्तरीय होंगे। इस दौरान अभ्यर्थियों को गोला काला करके नहीं बल्कि प्रश्न का उत्तर लिखकर देना होगा।इससे भावी शिक्षक-शिक्षिकाओं के व्यक्तित्व एवं लिखावट का भी पता चलेगा।उधर, सचिव बेसिक शिक्षा संजय सिन्हा ने बताय कि लिखित परीक्षा का जो प्रारुप तैयार कि या जा रहा है वह स्टैण्र्डडहोगा। उसमें किसी भी प्रकार का कोईसमझौता नहंी किया जायेगा।उन्होंने बताया कि शासन को यह तय करना है कि वह लिखित परीक्षा किससे करवायेगा।
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