एमएलसी बासुदेव के कार्यकाल का ब्योरा जुटा रही विजिलेंस, आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोप में जांच के दायरे में पूर्व शिक्षा निदेशक
इलाहाबाद : आय से अधिक संपति अर्जित करने के आरोप को लेकर जांच की जद में आए समाजवादी पार्टी एमएलसी बासुदेव यादव के कार्यकाल की पड़ताल भी चल रही है। विजिलेंस टीम ने आरोपों से संबंधित दस्तावेज जांचने शुरू कर दिए हैं। वह (बासुदेव) कब, कहां किन जिलों में किन पदों पर कार्यरत रहे हैं, इसका पता लगाया जा रहा है। इस दौरान भर्ती, नियुक्ति को लेकर कोई आरोप, विवाद तो नहीं है, इसकी भी जानकारी जुटाई जा रही है।
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■ पूर्व शिक्षा निदेशक बासुदेव यादव की संपत्ति का ब्योरा जुटा रही विजिलेंस
बासुदेव यादव 1978 में शिक्षा विभाग में अधिकारी बने थे। उनका सफर निदेशक और सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद तक रहा है। आरोप हैं कि निदेशक और सचिव रहने के दौरान अनुचित तरीकों से उन्होंने संपति जुटाई। विजिलेंस अधिकारियों ने जांच और पूछताछ की शुरुआत शिक्षा विभाग से ही की है। कार्यकाल का ब्योरा, वेतन, पीएफ और अन्य सुविधाओं की जानकारी ली जा रही है। बासुदेव यादव इलाहाबाद के अतिरिक्त झांसी और कानपुर में संयुक्त निदेशक (जेडी) रहे थे। इसके अलावा मिर्जापुर और देवरिया में भी उनकी तैनाती रही थी।
विजिलेंस की टीम यह विवरण जुटा रही है कि वे कब, कहां, कितने समय तक कार्यरत रहे? प्रमोशन कब हुआ? कहा जा रहा है कि जानकारी जुटाने के बाद विजिलेंस टीम संबंधित जिलों में जाकर भी पूछताछ करेगी। एसपी (विजिलेंस) अवधेश यादव के मुताबिक जांच की जा रही है। सारी जानकारी गोपनीय स्तर पर जुटाई जा रही है।
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