स्कूलों में लाइब्रेरी के साथ खेलकूद पर भी जोर, समग्र शिक्षा अभियान के तहत केंद्र सरकार ने उप्र के लिए 2018-19 में 9430.78 करोड़ रुपये की कार्ययोजना स्वीकृत की
लखनऊ : समग्र शिक्षा अभियान के तहत चालू वित्तीय वर्ष में प्रदेश के 1.61 लाख परिषदीय स्कूलों में बच्चों के लिए लाइब्रेरी विकसित की जाएंगी जिसमें मनोरंजक और शिक्षाप्रद किताबें सुलभ होंगी। स्कूलों में खेलकूद और शारीरिक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए खेलकूद के सामान भी मुहैया कराए जाएंगे।
चालू वित्तीय वर्ष से शुरू हुए समग्र शिक्षा अभियान के तहत केंद्र सरकार ने उप्र के लिए 2018-19 में 9430.78 करोड़ रुपये की कार्ययोजना स्वीकृत की है। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने इस साल से सर्व शिक्षा अभियान और राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के स्थान पर कक्षा एक से 12 तक के लिए समग्र शिक्षा अभियान चालू किया है। समग्र शिक्षा अभियान के प्रोजेक्ट अप्रूवल बोर्ड ने चालू वित्तीय वर्ष के लिए स्वीकृत की गई कार्ययोजना में प्राथमिक व उच्च प्राथमिक शिक्षा के लिए 8685.92 करोड़ रुपये, माध्यमिक शिक्षा के लिए 256 करोड़ रुपये और शिक्षक शिक्षण कार्यो के लिए 193 करोड़ रुपये के प्रस्तावों को मंजूरी दी है।
परिषदीय स्कूलों में लाइब्रेरी विकसित करने के लिए 104.97 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। लाइब्रेरी को संचालित करने के लिए स्कूल के किसी कमरे को रीडिंग रूम या रीडिंग कॉर्नर के तौर पर विकसित करने को कहा है। खेलकूद के सामान के लिए 107.55 करोड़ की व्यवस्था की गई है।
आइसीटी को बढ़ावा : ऑपरेशन डिजिटल बोर्ड के तहत 949 परिषदीय स्कूलों में सूचना संचार प्रौद्योगिकी (आइसीटी) के इस्तेमाल के लिए प्रति स्कूल एक लाख रुपये की दर से 9.49 करोड़ रुपये मंजूर किये गए हैं। वहीं माध्यमिक सतर पर 525 स्कूलों में आइसीटी के लिए 26.72 करोड़ रुपये स्वीकृत किये गए हैं। 1चार हजार से ज्यादा स्कूलों में शौचालय : स्कूल सुदृढ़ीकरण के तहत 1973 परिषदीय स्कूलों में बालकों और 2155 विद्यालयों में बालिकाओं के लिए शौचालय बनवाए जाएंगे। वहीं 5783 स्कूलों को बिजली मुहैया कराने का प्रस्ताव है।
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