69000 शिक्षक भर्ती के अन्तर्गत वाट्सएप्प/सोशल मीडिया पर जातिवार/गलत प्रमाण पत्र के आधार पर चयन होने सम्बन्धी भ्रामक खबर पर कार्यवाही किये जाने एवं चयन प्रक्रिया सम्बन्धी स्पष्टीकरण जारी, देखें
69000 शिक्षक भर्ती के अन्तर्गत वाट्सएप्प/सोशल मीडिया पर जातिवार/गलत प्रमाण पत्र के आधार पर चयन होने सम्बन्धी भ्रामक खबर पर कार्यवाही किये जाने एवं चयन प्रक्रिया सम्बन्धी स्पष्टीकरण जारी, देखें।
69000 : अभ्यर्थियों के चयन में कोई भी मानवीय हस्तक्षेप नहीं, सोशल मीडिया पर भ्रामक आंकड़ों के बाद जारी हुआ स्पष्टीकरण
प्रयागराज। 69 हजार शिक्षक भर्ती को लेकर सोशल मीडिया पर जातिवाद भ्रामक आंकड़े जातिवाद भ्रामक आंकड़े फैलाए जाने वायरल होने पर बेसिक शिक्षा के बाद उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद ने स्पष्ट किया है कि आवेदन में गलती के लिए अभ्यर्थी ही जिम्मेदार होता है। अभ्यर्थी का चयन पूरी पारदर्शिता के साथ होता है परिषद ने स्पष्ट की स्थिति इसमें किसी प्रकार का मानवीय हस्तक्षेप नहीं होता है।
भ्रामक संदेश फैलाए जाने के मामले में बेसिक शिक्षा परिषद ने शिकायत दर्ज कराने के साथ साइबर सेल से भ्रामक संदेशों का परीक्षण कर कार्रवाई किए जाने का अनुरोध किया है। पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर इस तरह की सूचनाएं वायरल हो रही है कि सामान्य श्रेणी के अभ्यर्थी का चयन ओबीसी श्रेणी में हो और गया है मामला बढ़ने पर बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से स्थिति स्पष्ट की गई।
परिषद के उप सचिव अनिल कुमार ने कहा है कि 69 हजार भर्ती के अभ्यर्थियों से ऑनलाइन आवेदन लिए गए थे आवेदन पत्र में समस्त सूचनाएं अभ्यर्थी ही भरते हैं, जिसमें किसी प्रकार की गलती के लिए वे स्वयं जिम्मेदार हैं।
69000 शिक्षक भर्ती के अन्तर्गत वाट्सएप्प/सोशल मीडिया पर जातिवार/गलत प्रमाण पत्र के आधार पर चयन होने सम्बन्धी भ्रामक खबर पर कार्यवाही किये जाने एवं चयन प्रक्रिया सम्बन्धी स्पष्टीकरण जारी, देखें
Reviewed by sankalp gupta
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