69000 : भर्ती परीक्षाओं में एक सवाल के अलग-अलग जवाब, एक परीक्षा संस्था, एक ही प्रश्न और जवाब अलग-अलग, है अजीब पर है सच
69000 : भर्ती परीक्षाओं में एक सवाल के अलग-अलग जवाब, एक परीक्षा संस्था, एक ही प्रश्न और जवाब अलग-अलग, है अजीब पर है सच।
क्यों न हो विवाद?
● टीईटी 2019 एवं 69 हजार भर्ती परीक्षा में पूछे एक ही सवाल के जवाब अलग
● विषय विशेषज्ञों के कारण भी विवादों में फंस गई 69 हजार शिक्षक भर्ती
प्रयागराज : एक परीक्षा संस्था, एक ही प्रश्न और जवाब अलग-अलग। यह सुनकर अजीब लग सकता है लेकिन सच है। और इसका खामियाजा लाखों अभ्यर्थी भुगत रहे हैं।
परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में 69 हजार सहायक अध्यापक भर्ती में परीक्षा नियामक प्राधिकारी के विषय विशेषज्ञों ने प्रश्नों का ऐसा विवाद पैदा किया कि हाईकोर्ट को यूजीसी के पैनल से आपत्तियों के निस्तारण का आदेश करना पड़ा। 6 जनवरी 2019 को हुई शिक्षक भर्ती परीक्षा में एक प्रश्न का जवाब कुछ और जबकि इसी संस्था की ओर से सालभर बाद 8 जनवरी 2020 को आयोजित शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) 2019 में कुछ और था।
सहायक अध्यापक परीक्षा की बुकलेट सीरीज डी के प्रश्न संख्या 137 -‘पढ़ने लिखने की अक्षमता है' का जवाब विषय विशेषज्ञों ने ‘डिस्लेक्सिया' माना है। जबकि टीईटी 2019 की बुकलेट सीरीज डी के प्रश्न संख्या 2-‘डिस्लेक्सिया से यह करने में कठिनाई होती है?' का जवाब एक्सपर्ट कमेटी ने ‘पढ़ने/वर्तनी में' को माना है। प्रमाणित पुस्तकों में डिस्लेक्सिया पढ़ने की अक्षमता से जुड़ा है। लिखने की अक्षमता को डिस्पाइरेक्सिया कहा जाता है।
69000 : भर्ती परीक्षाओं में एक सवाल के अलग-अलग जवाब, एक परीक्षा संस्था, एक ही प्रश्न और जवाब अलग-अलग, है अजीब पर है सच
Reviewed by प्राइमरी का मास्टर 2
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6:33 AM
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