राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस प्रथम चरण माह जुलाई 2022 के क्रियान्वयन के सम्बंध में।
राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस प्रथम चरण माह जुलाई 2022 के क्रियान्वयन के सम्बंध में।
9.41 करोड़ बच्चों को दी जाएगी एल्बेन्डाजॉल, 20 जुलाई से शुरू होगा कृमि मुक्ति अभियान
पांच जिलों में 28 जुलाई से चलेगा अभियान
लखनऊ। प्रदेश में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान के तहत 9.41 करोड़ बच्चों को पेट में कीड़े मारने की दवा एल्बेन्डाजॉल खिलाई जाएगी। इसके लिए 70 जिलों में 20 जुलाई से अभियान शुरू होगा जबकि कांवड़ यात्रा को देखते हुए पांच जिले में यह 28 जुलाई से शुरू होगा।
आंगनबाड़ी केंद्र, सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों में 19 वर्ष तक के बच्चों व किशोर- किशोरियों को यह दवा खिलाई जाती है। राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरकेएसके ) के महाप्रबंधक डॉ. वेद प्रकाश ने बताया कि बीएसए और बीईओ के अलावा निजी स्कूल संचालकों से भी बात की गई है। यदि कोई बच्चा छूट जाता है तो उसे 25 से 27 जुलाई के बीच मॉपअप राउंड में दवा खिलाई जाएगी। मेरठ, मुजफ्फरनगर, बागपत, शामली, सहारनपुर में कांवड़ यात्रा को देखते हुए अभियान 28 जुलाई से चलेगा।
क्यों जरूरी है दवा खिलाना
डॉ. वेद प्रकाश ने बताया कि बच्चे अक्सर जमीन में गिरी चीज उठाकर खा लेते हैं। इसी तरह नंगे पांव संक्रमित स्थानों पर चले जाते हैं। इससे उनके पेट में कीड़े या कृमि विकसित हो जाते हैं। इससे बच्चा शारीरिक व मानसिक रूप से कमजोर होने लगता है। वह एनीमिया से ग्रसित हो जाता है। एल्बेन्डाजॉल खाने से यह कीड़े पेट से बाहर हो जाते हैं। दवा खाने से कुछ बच्चों को हल्का चक्कर, थोड़ी घबराहट या उल्टी हो सकती है। दो से चार घंटे में स्थिति ठीक हो जाती है। परामर्शदाता इंद्रजीत ने बताया कि एल्बेन्डाजॉल कई क्लेवर में है। पहले यह दवा वनीला और मैंगो फ्लेवर में थी, जबकि इस बार स्ट्राबेरी फ्लेवर में मिलेगी।
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