बच्चों की संख्या देखते हुए बनवाएं मिड-डे मील : जिन स्कूलों में बच्चे नहीं आ रहे हैं, वहां न बनवाया जाए मध्याह्न् भोजन
लखनऊ : प्रचंड गर्मी को देखते हुए पिछले साल सूबे में सूखाग्रस्त
घोषित किये गए 58 जिलों के जिलाधिकारियों से कहा गया है कि जिन स्कूलों में
पर्याप्त संख्या में बच्चे उपलब्ध हों, वहां मिड-डे मील बनवाया जाए। जिन
स्कूलों में बच्चे नहीं आ रहे हैं, वहां मध्याह्न् भोजन न बनवाया जाए। इस
बारे में मध्याह्न् भोजन प्राधिकरण की निदेशक श्रद्धा मिश्र की ओर से
सोमवार को संबंधित जिलाधिकारियों को निर्देश जारी कर दिया गया
है।
मध्याह्न् भोजन योजना के दिशा निर्देशों में सूखाग्रस्त घोषित किये गए
जिलों के स्कूलों में गर्मी की छुट्टियों में भी बच्चों को मिड-डे मील
उपलब्ध कराने का प्रावधान है। इसी आधार पर मध्याह्न् भोजन प्राधिकरण ने
पिछले साल सूखाग्रस्त घोषित किये गए 58 जिलों के जिलाधिकारियों को निर्देश
दिया था कि वे अपने जिले में योजना से आच्छादित स्कूलों व मदरसों में गर्मी
की छुट्टियों में भी बच्चों को पका हुआ मिड-डे मील उपलब्ध कराने की
व्यवस्था कराएं।
बच्चों की संख्या देखते हुए बनवाएं मिड-डे मील : जिन स्कूलों में बच्चे नहीं आ रहे हैं, वहां न बनवाया जाए मध्याह्न् भोजन
Reviewed by Brijesh Shrivastava
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7:41 AM
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