कार्यवाहक के भरोसे बेसिक शिक्षा महकमा, मॉनिटरिंग का जिम्मा लिए शिक्षा निदेशक सहित कई अपर शिक्षा निदेशकों के कई पद भी खाली
इलाहाबाद : बेसिक शिक्षा में पठन-पाठन पर विशेष जोर है। सत्र शुरू होने के बाद शैक्षिक कैलेंडर और फिर समय सारिणी जारी हो चुकी है। विद्यालयों का निरीक्षण करने के निर्देश भी दिए गए हैं, लेकिन इन कार्यो की मॉनीटरिंग करने वाले अफसर की कुर्सी खाली चल रही है। इधर दो माह से बेसिक शिक्षा महकमा कार्यवाहक के भरोसे है। शिक्षा निदेशक ही नहीं अपर शिक्षा निदेशकों के कई पद भी खाली हैं। निदेशालय से सारी सूचनाएं मंगाई जा चुकी हैं, पदोन्नति की तैयारियां ही पूरी हैं, लेकिन उसका मुहूर्त नहीं तय हो पा रहा है। कुछ अफसर ही नहीं चाहते कि उनकी बादशाहत में कमी आए।
पिछले साल शिक्षा विभाग में फेरबदल चरम पर हुआ है। बेसिक शिक्षा अधिकारी से लेकर शिक्षक तक के अंतर जिला, जिले क अंदर खूब तबादले हुए। यह सिलसिला चुनाव की अधिसूचना तक चलता रहा। इधर सरकार गठन के बाद शिक्षा महकमे में बड़े बदलाव छोड़िए जो नियुक्तियां हो रही थी। वह भी रुक गई हैं। विभागीय मंत्री जरूरी पदों पर अफसरों की तैनाती नहीं कर रहे हैं और न ही ‘दागी’ चेहरों से महकमे को मुक्त कराने की दिशा में बढ़ रहे हैं। संयुक्त सचिव अनिल कुमार बाजपेई ने बीते दिसंबर में ही नए शिक्षा निदेशक के चयन की प्रक्रिया शुरू की थी। इस पद पर उप्र शैक्षिक सामान्य शिक्षा संवर्ग सेवा समूह ‘क’ के अधिकारियों की पदोन्नति होनी है।
शासन ने अपर शिक्षा निदेशक स्तर के आठ अफसरों संजय सिन्हा, विनय कुमार पांडेय, साहब सिंह निरंजन, रमेश, उत्तम गुलाटी, शैल कुमारी यादव, ममता रानी एवं नीना श्रीवास्तव के संबंध में गोपनीय रिपोर्ट व अन्य सूचनाएं उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। वरिष्ठता में परिषद सचिव सिन्हा सबसे ऊपर है। यही नहीं जारी सूची में उत्तम गुलाटी 31 दिसंबर को सेवानिवृत्त हो चुकी हैं और सूची के दो अन्य अफसर रमेश व शैल कुमारी यादव 2017 में ही सेवानिवृत्त होंगे। शिक्षा निदेशक बेसिक दिनेश बाबू शर्मा बीते 28 फरवरी को सेवानिवृत्त हो चुके हैं। उस समय आदर्श आचार संहिता के कारण पदोन्नति नहीं हो सकी। इसलिए बेसिक शिक्षा सचिव अजय कुमार सिंह ने ही यह अतिरिक्त प्रभार ले रखा है, जबकि नियमानुसार वरिष्ठ अपर शिक्षा निदेशक को यह कार्यभार ग्रहण करना चाहिए था।
इसी तरह अपर शिक्षा निदेशक के तीन पद खाली चल रहे हैं। इसे भरने के लिए शासन ने शिक्षा निदेशालय से रिपोर्ट मांगी है। इस पद के लिए सरिता तिवारी, सुत्ता सिंह, अंजना गोयल, मंजू शर्मा, ललिता प्रदीप, शुभ्रा सिंह, अनारपति वर्मा, माया निरंजन, प्रभावती वर्मा, शील वर्मा, कमलेश प्रियदर्शी व गायत्री के संबंध में रिपोर्ट मांगी गई है। इसके लिए प्रोफार्मा भी भेजा गया है।
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