शासन की रोक के बाद भी शिक्षामित्र प्रदर्शन और सत्याग्रह पर अड़े, नाराज शिक्षामित्रों ने किसी भी स्थिति में धरना देने का ऐलान किया, सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई
नियमित नियुक्ति की मांग पर लखनऊ लक्ष्मण मेला स्थल में सोमवार को विशाल धरना देने आ रहे शिक्षा मित्रों के प्रदर्शन पर सरकार ने रोक लगा दी है। जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने दलील दी है कि शहर में शासन के निर्देश पर 6 जुलाई 2017 से धारा 144 लागू है। ऐसे में यहां प्रदर्शन या धरना नहीं दिया जा सकता है। धारा 144 के अन्तर्गत एक जगह पर चार व्यक्ति से ज्यादा लोग एकत्र नहीं हो सकते हैं। शासन की रोक से नाराज शिक्षामित्रों ने किसी भी स्थिति में धरना देने का ऐलान किया है।
आदर्श समायोजित शिक्षक शिक्षा मित्र वेलफेयर असोसिएशन के अध्यक्ष जितेन्द्र शाही ने दावा है कि शहर में अपनी मांगों को लेकर एक लाख से ज्यादा लोग एकत्र होंगे। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में अपनी मांगों के लिए शांतिपूर्वक धरना देना किसी तरह का अपराध नहीं है। हालांकि शासन कानूनों की आड़ में उनके आंदोलन को दबाना चाहता है, जिसे किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं किया जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर किसी भी शिक्षामित्र के साथ बदतमीजी की गई तो आंदोलन उग्र भी हो सकता है और उससे होने वाले नुकसान की जिम्मेदारी सरकार की ही होगी।
■ शासन की रोक, फिर भी प्रदर्शन पर अड़े शिक्षा मित्र
शिक्षा मित्र लक्ष्मण मेला मैदान सहित एनेक्सी, सीएम आवास और विधानसभा को घेराव कर सकते हैं। इससे कानून-व्यवस्था बिगड़ने की पूरी आशंका है। लिहाजा तीनों जगह की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इसके अलावा राजधानी नैशनल हाईवे, स्टेट हाईवे और शॉर्ट रूट पर पुलिस को बैरिकेडिंग लगातर चेकिंग के निर्देश दे दिए गए हैं। इसके अलावा सभी जिलों के डीएम और पुलिस अधिकारियों को संबंधित जिलों से राजधानी कूच करने वाले शिक्षामित्रों को उनके जिले में रोकने के पुख्ता इंतजाम के लिए कहा है। इसके अलावा आरटीओ संबंधित संघों के सदस्यों को भी कहा गया है कि जिले से बाहर के लिए बस या ट्रक किराए पर बुक न करें। इसके अलावा आरटीओ को भी सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं ताकि बाहरी जिलों से आने वाली भीड़ को रोका जा सके।
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