बेसिक शिक्षा विभाग ने फिर कराई सरकार की किरकिरी, स्कूली बच्चों को इस साल स्वेटर मिलना मुश्किल
स्कूली बच्चों को स्वेटर आपूर्ति में फिर फंसा पेच
परिषदीय स्कूलों के बच्चों को स्वेटर मुहैया कराने में फिर पेच फंस गया है। बच्चों को सरकार की ओर से निर्धारित दर पर स्वेटर मुहैया कराने में सप्लायर फर्म दिलचस्पी नहीं दिखा रही हैं। स्वेटर आपूर्ति के लिए आमंत्रित की गईं निविदा में सिर्फ दो सप्लायर ने ही टेंडर डाले। लिहाजा टेंडर कमेटी ने फिर से निविदाएं आमंत्रित करने का फैसला किया है। इन परिस्थितियों में बच्चों को स्वेटर जाड़ा बीतते-बीतते ही मिलने के आसार हैं।
योगी सरकार ने जाड़े से निजात दिलाने के लिए परिषदीय स्कूलों के हर बच्चे को मुफ्त में स्वेटर बांटने का एलान किया था। परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले 1.54 करोड़ बच्चों को स्वेटर बांटे जाने हैं। प्रत्येक बच्चे को स्वेटर बांटने के लिए 200 रुपये की धनराशि मंजूर की गई है। बेसिक शिक्षा विभाग ने पहले जेम पोर्टल के जरिये स्वेटर की आपूर्ति के लिए टेंडर आमंत्रित किये थे लेकिन इससे बात नहीं बनी। लिहाजा विभाग ने ई-बिड के जरिये आपूर्तिकर्ताओं से टेंडर आमंत्रित किये थे। शुक्रवार को जब टेक्निकल बिड खोली गई तो सिर्फ दो सप्लायरों ने ही टेंडर डाले थे। सिर्फ दो टेंडर के कारण प्रतिस्पर्धात्मक दर न मिल पाने के कारण टेंडर कमेटी ने नए सिरे से टेंडर आमंत्रित करने का फैसला किया है। अब इच्छुक आपूर्तिकर्ताओं से 27 दिसंबर की शाम 6.30 बजे तक टेंडर आमंत्रित किये गए हैं। 28 दिसंबर की सुबह टेक्निकल बिड खोली जाएंगी और शाम को फाइनेंशियल बिड। इन परिस्थितियों में बच्चों को जाड़े के मौसम में स्वेटर मिलना मुश्किल है। इसे देखते हुए बेसिक शिक्षा विभाग जनप्रतिनिधियों, ग्राम प्रधानों और गैर सरकारी संगठनों की मदद से बच्चों को स्वेटर मुहैया कराने की कोशिशों में जुटा है।
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