परिषदीय स्कूलों के छात्रों को लगातार दूसरे साल बिना परीक्षा पास करने की तैयारी, महानिदेशक बोले शासन से लिया जाएगा मार्गदर्शन
परिषदीय स्कूलों के छात्रों को लगातार दूसरे साल बिना परीक्षा पास करने की तैयारी, महानिदेशक बोले शासन से लिया जाएगा मार्गदर्शन
बगैर परीक्षा के अगली कक्षा में प्रोन्नत होंगे बच्चे, कोरोना की भेंट चढ़ा सत्र, शासन व विभाग में मंथन जारी
जूनियर हाईस्कूल स्तर के विद्यालयों का वर्तमान सत्र कोरोना संक्रमण की भेंट चढ़ गया है। वर्तमान शैक्षणिक सत्र में जूनियर हाईस्कूल स्तर के विद्यालयों का ताला अब तक नहीं खुल सका है। जब कि ढाई माह में नया सत्र शुरू होगा। इसे देखते हुए बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय विद्यालयों में बगैर परीक्षा के बच्चों को अगली कक्षा में प्रोन्नत करने के लिए मंथन शुरू कर दिया गया है। इस बार भी परीक्षा होने की उम्मीद नहीं है। ऐसे में बिना परीक्षा में शामिल हुए एक से कक्षा आठ तक के लाखों बच्चों का अगली कक्षा में जाना तय माना जा रहा है।
राइट-टू-एजुकेशन (आरटीई) के तहत कक्षा आठ तक के बच्चों को अनुत्तीर्ण करने का प्रावधान नहीं हैं। ऐसे में निजी विद्यालयों ने आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर बच्चों को अगली कक्षा में प्रोन्नत करने पर विचार कर रहे हैं। ज्यादातर निजी विद्यालयों में शिक्षकों को आनलाइन क्लास के साथ बच्चों का आंतरिक मूल्यांकन करने का भी निर्देश दिया जा रहा है।
वहीं, परिषदीय विद्यालयों में तमाम प्रयासों के बावजूद मोहल्ला स्कूल में बच्चों की उपस्थिति 50 से 60 फीसद तक ही पहुंची है। वहीं, कोरोना महामारी के चलते इस बार परिषदीय विद्यालयों में अर्ध वार्षिक परीक्षाएं नहीं कराई गईं। अब वर्तमान सत्र में महज ढाई माह और बचे हुए हैं। इसे देखते हुए अब अगले सत्र में दाखिले की रूपरेखा बनाई जा रही है।
■ अब तक नहीं खुला जू. हाईस्कूल स्तर तक के विद्यालयों का ताला
■ वर्तमान शैक्षणिक सत्र समाप्ति की ओर, अब नए सत्र की तैयारी शुरू
लखनऊ। बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में पढ़ रहे 1.60 करोड़ से अधिक विद्यार्थियों को लगातार दूसरे साल बिना परीक्षा के उत्तीर्ण करने को तैयारी है। विभाग बिना परीक्षा के बच्चों को पास करने पर मंथन कर रहा हैं। शैक्षिक सत्र 2019-20 में कोरोना संक्रमण के चलते सभी विद्यार्थियों को बिना परीक्षा के अगली कक्षा में प्रवेश दिया गया था। शैक्षिक सत्र 2020-21 में भी कोरोना संक्रमण के चलते नियमित कक्षाओं का संचालन नहीं हो पाया है।
अब तक ऑनलाइन क्लास ही चल रहो हैं। अधिकारियों का मानना है कि शैक्षिक सत्र मार्च तक चलेगा। स्कूल जल्द नहीं खोले गए तो बच्चों की परीक्षा कराना संभव नहीं होगा। ग्रामीण क्षेत्रों के परिषदीय स्कूलों के बच्चों व निम्न आय वर्ग के बच्चों तक भी ऑनलाइन क्लास का लाभ नहीं पहुंच रहा है। ऐसे में स्कूल खुलने पर परीक्षा कराने पर वे बच्चे अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकेंगे। अधिकारियों का मानना है कि स्कूलों में बच्चों को परीक्षा के लिए बुलाने से संक्रमण का खतरा है। लिहाजा विभाग बच्चों को बिना परीक्षा के उत्तीर्ण करने पर विचार कर रहा है।
इस साल स्कूल नहीं खुले तो परीक्षा कराना संभव नहीं होगा। ऐसे में बच्चों को पिछले साल की तरह बिना परीक्षा के उत्तीर्ण किया जाएगा। शासन से इस संबंध में मार्गदर्शन लिया जाएगा। - विजय किरण आनंद, महानिदेशक स्कूल शिक्षा
परिषदीय स्कूलों के छात्रों को लगातार दूसरे साल बिना परीक्षा पास करने की तैयारी, महानिदेशक बोले शासन से लिया जाएगा मार्गदर्शन
Reviewed by प्राइमरी का मास्टर 2
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6:43 AM
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