UP Teachers Transfer : 50 हजार से अधिक शिक्षक तबादला सूची से बाहर, मात्र 21695 की मनोकामना हुई पूरी, 9 हजार से अधिक शिक्षकों के पारस्परिक तबादले की सूची जारी होना शेष
UP Teachers Transfer : 50 हजार से अधिक शिक्षक तबादला सूची से बाहर, मात्र 21695 की मनोकामना हुई पूरी,
9 हजार से अधिक शिक्षकों के पारस्परिक तबादले की सूची जारी होना अभी शेष
सेवा अवधि में बदलाव की और स्वीकृत पदों के सापेक्ष सिर्फ 15 फीसद तबादले की शर्त ने अधिकांश के तबादले पर लगाया ब्रेक
शिक्षकों की सेवा अवधि बदली : बेसिक शिक्षा परिषद परिषद ने कोर्ट के निर्देश पर जिलों में पुरुष शिक्षकों की पांच साल व महिला शिक्षिकाओं की दो साल की सेवा अवधि तय की। इस आधार पर बड़ी संख्या में आवेदन निरस्त हुए हैं। ज्ञात हो कि पहले पुरुष शिक्षकों की तीन साल व महिला शिक्षिकाओं की एक साल व दिव्यांग को सेवा अवधि से मुक्त रखा गया था।
ये शर्त भी बनी बाधा : तबादले की नियमावली में उल्लेख था कि जिले में स्वीकृत पदों के सापेक्ष सिर्फ 15 फीसद ही तबादले हो सकेंगे। इस वजह से उन जिलों के आवेदन निरस्त हुए जहां शिक्षक पहले से अधिक थे और वहां जाने वालों की तादाद ज्यादा थी।
नए साल के मौके पर उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के अंतर जिला तबादले का इंतजार पूरा हो गया है। 21695 शिक्षकों को मनचाहे जिले में जाने की सौगात मिली। वहीं करीब 50 हजार शिक्षकों को तबादला सूची से बाहर होना पड़ा है।
लखनऊ । नए साल के मौके पर उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के अंतर जिला तबादले का इंतजार पूरा हो गया है। 21,695 शिक्षकों को मनचाहे जिले में जाने की सौगात मिली। वहीं, करीब 50 हजार शिक्षकों को तबादला सूची से बाहर होना पड़ा है। यह उलटफेर बदले नियम और कड़ी शर्तों की वजह से हुआ है। बेसिक शिक्षा विभाग के अफसरों ने मुख्यमंत्री की भी इन तबादलों में किरकिरी करा दी है। जिलों में कुल 43,916 पद रिक्त होने के बाद भी 20 सितंबर को 54,120 पदों पर तबादले की अनुमति ली गई थी। एनआइसी ने गुरुवार देर रात तबादला सूची वेबसाइट पर अपलोड कर दी है। जिसे शिक्षक देख सकते हैं।
बेसिक शिक्षा परिषद परिषद के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में नियुक्त शिक्षकों की अंतर जिला तबादला प्रक्रिया दो दिसंबर, 2019 को शुरू हुई थी। पहले चरण में 1.04 लाख शिक्षकों ने पंजीकरण कराया और 70,838 ने आवेदन किया। बीएसए तय समय में आवेदनों का सत्यापन नहीं कर सके। समय सीमा बढ़ी, लेकिन फिर कोरोना संक्रमण काल में सब कुछ ठप हो गया।
विवाह बाद महिलाओं को तबादले की मिली सौगात : दिव्या गोस्वामी की हाई कोर्ट में याचिका हुई, तीन नवंबर को हाई कोर्ट ने फैसला सुनाया। कोर्ट के आदेश पर उन महिला शिक्षिकाओं से 18 से 21 दिसंबर तक आवेदन मांगे गए, जो विवाह के बाद दोबारा अंतर जिला तबादला चाहती थी। इस दौरान करीब तीन हजार आवेदन हुए थे।
आकांक्षी जिलों ने नहीं किया आकर्षित : प्रदेश में आठ आकांक्षी सिद्धार्थ नगर, श्रावस्ती, बहराइच, सोनभद्र, चंदौली, फतेहपुर, चित्रकूट व बलरामपुर जिले हैं। इन जिलों में पारस्परिक तबादलों को ही अनुमति दी गई। यानी जितने शिक्षक वहां जाएंगे उतने ही अन्य जिलों में जा सकते हैं। इन जिलों में जाने वालों की तादाद कम होने से भी तबादला आवेदन निरस्त हुए।
अभी आएगी पारस्परिक तबादला सूची : बेसिक शिक्षा परिषद परिषद ने इस बार दो तरह से अंतर जिला तबादलों के लिए आवेदन मांगे थे। पहला रिक्त पद व दूसरा पारस्परिक स्थानांतरण। रिक्त पद की सूची जारी हो गई है, जबकि अभी करीब नौ हजार से अधिक शिक्षकों के पारस्परिक तबादले की सूची जारी होना शेष है।
सहायक अध्यापकों के अंतर्जनपदीय तबादलों की संशोधित संख्या 21695
2021 का पहला दिन शिक्षकों के लिए खुशखबरी लेकर आया है। इस दिन अंतरजनपदीय स्थानांतरण की सूची जारी होने से कई शिक्षकों की मुराद पूरी हो गई है। बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल ने सहायक अध्यापकों के अंतर्जनपदीय तबादलों की संशोधित संख्या 21695 बताई है।
गौरतलब है कि बेसिक शिक्षा विभाग में अंतरजनपदीय स्थानांतरण के तहत कार्यरत शिक्षकों से आवेदन मांगे गए थे। इसके तहत शिक्षकों ने ऑनलाइन आवेदन किए थे। फिर इन आवेदनों की जिले स्तर पर जांच हुई थी। इस जांच प्रक्रिया के बाद ट्रांसफर के लिए सीधे आवेदन शासन को फॉरवर्ड कर दिए गए थे। आवेदन के समय शिक्षकों ने तीन विकल्प भरे थे। इनमें एक विकल्प शिक्षकों को मिलना तय है। अधिकतर शिक्षकों ने अपने मूल जनपद में जाने के लिए आवेदन किया है।
UP Teachers Transfer : 50 हजार से अधिक शिक्षक तबादला सूची से बाहर, मात्र 21695 की मनोकामना हुई पूरी, 9 हजार से अधिक शिक्षकों के पारस्परिक तबादले की सूची जारी होना शेष
Reviewed by प्राइमरी का मास्टर 2
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12:57 AM
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25 comments:
OTP aa ni rha mb p?? kaise dekha jaye inter district transfer
List show nahi karenge kya??
उत्तर प्रदेश सरकार का यही काम है जिसका वेटेज ज्यादा है उसका otp ही नही आ रहा सिर्फ सेटिंग वालो का हुआ है। यदि लिस्ट निकलेंगे तो पोल खुल जाएगी कि क्योंकि कम वेटेज ववाले सेटिंग वालो का हुआ है और जो सरकार पर विश्वास करके अप्लाई किया था।।उनका किसी का नही हुआ है।।जो साफ सुथरा काम करते है ।।वो लिस्ट निकालते है
सरासर फर्जीवाड़ा कर रही है सरकार जिन से पैसे ले लिए हैं उनका ट्रांसफर कर दिए हैं बाकी के नहीं हुए हैं और कह रही है कि मनचाहे जिले में तबादला हुआ है जबकि किसी को भी अपना मनचाहा जिला नहीं मिला है केवल दिव्यांगों और शादीशुदा गवर्नमेंट एम्पलाई को छोड़कर
अधिकारियों के अनुसार आकांक्षी जनपद में जाने वाले कम लोग थे ,परंतु वास्तविकता ये है कि आकांक्षी जनपद में भी जाने के इच्छुक लोगो का तबादला नहीं हो पाया है।यह अत्यंत ही निराश करने वाला है।काश अधिकारी हम लोगो के परिवार की भी भावनाएं समझती की कैसे कोई अपने परिवार से १५-२० वर्षों से दूर है।
Otp nahi aa raha hai ,,,sab setting waalo ka he transfer huwa,,
सरकार 1 साल से पारदर्शिता - पारदर्शिता गाये जा रही थी , देख ली सबने इनकी पारदर्शिता , लास्ट मोमेंट पर ओ टी पी का झमेला कर दिया ,तुम रहने दो
In Sarkaari Lutero ka ek heilaaj hai, Privatisation
In Sarkari Chauro ka 1 he Ilaaj hai, aur wo hai Privatisation. I support Modi Ji in this matter. Sab kuch private karo, tabhi kaam karenge ye saale sarkari daakoo
Otp किसी का नहीं आ रहा है एसा क्यों हो रहा है
Status तो दिखाना चाहिए हुआ हो या नहीं
This is a draconian failure of the Basic Siksha Vibhaag and the UP Government who was sitting on the transfer for more than a year. When it was time to show some professionalism in conducting an official process of conducting a fair transfer, the machinery fell on its face.
Employer (Basic Siksha Vibhaag) knows that its employees are docile. Hence they gleefully change the transfer schedule multiple times within a year OR continue to ask its teachers to warm the wooden benches in the foggy cold of a 1st Jan morning.. Not getting an OTP to view the list is such a small system glitch..employees are accommodative. They can continue to wait endlessly for another couple of hundred hours.. Hail yogambo !!
पारस्परिक स्थानांतरण की सूची के संबंध में यदि कोई लीगल सूचना हो तो कृपया शेयर करें।
एक बात जो मुझे बहुत दुख पहुंचा रही है।
जैसे कि सरकार ने गवर्मेंट employ होने पर 10 -10 नो का वैटेज रखा है।।जिसका हसबैंड या जिसकी वाइफ गवर्नमेंट नौकरी पर होगी उन्हें 10 no दिए जाएंगे।।
क्या उन्ही के बच्चे है क्या दूसरों के बच्चे नहीं है उनका परिवार नहीं है।।
।क्यों दिया गया उनको वैटेज ।।
जो बेचारा 5-9 साल से काम कर रहा है वो इससे बाहर निकाल गया और जिसको 2-4 साल हुए है उसका ट्रान्सफर हो गया।।
बहुत दुखदाई है।।
Ye sarkar really m bahut hi Galat tarike s transfer Ki h purush k liye inke pas koi relaxing nhi h Bs problems mahilayo ko hi h itna jyada weighatage nhi Dena chahiye ki koi mouj s 2 sal katkr chala gya dusra 5 years s pda h koi sunwai nhi
Sarasar dhoka hua hai teacher ke saath.kya bolte hai kya karte hai kuch pata nahi chalta.ye sarkar sabki baddua le rahi hai
kyo nhi government list ki pdf jari karti sath me marks bhi? tab sahi pata chalega ki kya jhol hai
SABHI SE ANURODH HAI KI FULL TRANSFER LIST PUBLIC KARNE KE LIYE MUKHYAMANTRI JANSUNWAI PORTAL PR ANURODH KARE.
Transfer kiska hua h ye he samajh nhi aarha hai jisse pucho wo he mana kar rha hai ke transfer nhi hua, bewakoof bana diya iss govt ne, logo ka 20 number pr bhi transfer nhi ho rha hai to kya jab sab bhuddhe ho jayenge tabhi karoge kya transfer
Mutual list kb ayegi
आकांक्षी जिलों से ट्रान्सफर नहीं होगा क्या ? ये कब तक पिछड़े बने रहेंगे ट्रान्सफर के समय ही पिछड़ा होता है फार्म भरते समय नहीं दो बार ऐसा हुआ इसमें कब सुधार होगा?
माननीय मुख्मंत्री जी आपको इसका करारा जवाब अगले इलेक्शन में मिल जाएगा जिन 8 जिलों से आपने ट्रान्सफर नहीं किया इस बात को याद रखना
मुख्य मंत्री जी आपका ईन आकंछी जिलों से हारना पक्का है इंशाल्लाह जो आपने दो बार से ट्रांसफर नहीं किया।
Complete list jari ho tbhi pta chalega Fareness ka aur 43000se jyada rikt pd the to 31600kyo kiye.
Sarkar k shiksha mantri ji se jinka setting tha un sabka ho gya tarnsfer.
List nhi nikala is liye k sabko pta chal jata ki kam bharank walo ka ho gya kyse.
Jai ho sar kar ki
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