यूपी : प्रदेश की बुनियादी शिक्षा पर नजर रखने के लिए अगले महीने विद्या समीक्षा केन्द्र की होगी शुरुआत, कक्षा में होने वाली पढ़ाई की होगी अब निगरानी
यूपी : प्रदेश की बुनियादी शिक्षा पर नजर रखने के लिए अगले महीने विद्या समीक्षा केन्द्र की होगी शुरुआत
● केंद्र के डैश बोर्ड से पूरे प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था एक नजर में दिखेगी
● जियो टैगिंग की मदद से होने वाले निरीक्षणों की स्थिति देखी जा सकेगी
कक्षा में होने वाली पढ़ाई की होगी अब निगरानी : डीजी स्कूल शिक्षा
● निपुण प्रदेश बनाने को कक्षा शिक्षण की मानिटरिंग के लिए नई सूची अगले सप्ताह
● पढ़ाई में मदद करने वाले एसआरजी व एआरपी पर भी होंगी निगाहें
लखनऊ : महानिदेशक (डीजी) स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने कहा है कि निपुण प्रदेश बनाने के लिए बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक विद्यालयों में कक्षा शिक्षण की आनलाइन मानीटरिंग की जाएगी। हर विद्यालय को भेजी गई संदर्शिका में इसका उल्लेख किया गया है । कक्षा शिक्षण के पर्यवेक्षण की नई सूची भी अगले सप्ताह जारी की जाएगी। उसी के अनुरूप कार्य किया जाना है, ताकि हर बच्चा भाषा व गणित में दक्ष बन सके।
निपुण भारत मिशन के तहत इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित कार्यशाला के दूसरे दिन समग्र शिक्षा अभियान के आनंद पांडेय ने कहा कि प्रदेश में शिक्षक संकुल के 41 हजार विद्यालयों को निपुण विद्यालय में बदलना है यह कार्य बेहतर पढ़ाई से ही संभव है। शिक्षक व छात्रों में बेहतर सामंजस्य व आत्मीयता होनी चाहिए इसके लिए सभी जिलों को विस्तृत निर्देश भेजे गए हैं। पांडेय ने कहा कि स्टेट रिसोर्स ग्रुप यानी एसआरजी के 225 व अकादमिक रिसोर्स परसन यानी एआरपी 4400 से अधिक तैनात हैं, इन्हें विद्यालयों में पढ़ाई में शिक्षकों का सहयोग करना है। इसे कैसे अमल में लाना है इसका उल्लेख संदर्शिका में किया गया है।
कार्यशाला में बताया गया कि स्कूल सपोर्टिव सिस्टम के लोगों को विद्यालयों में जाकर कार्य देखने के निर्देश हैं। एसआरजी हर माह 20 विद्यालय व एआरपी हर माह 30 विद्यालयों में जाएंगे। वे विद्यालयों में किस तरह का सहयोग कर रहे हैं इसकी भी नियमित निगरानी की जाएगी। इसके अलावा लैंग्वेज लर्निंग फाउंडेशन की ओर से आदर्श शिक्षण कक्ष पर प्रस्तुतीकरण किया गया।
उन्हें बताया गया कि कक्षा एक के विद्यार्थी एक अंक वाला जोड़ घटाव के 75 प्रतिशत सवालों को आसानी से कर सकें। कक्षा दो विद्यार्थी दो अंकों वाले अंकों का जोड़ व घटाना लगा सके। इसी तरह से कक्षा तीन और भाषा पर भी जोर दिया जा रहा है। ये कार्य 2025-26 तक हर हाल में पूरा करना है। कार्यशाला में सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक, बेसिक शिक्षा अधिकारी व स्टेट रिसोर्स ग्रुप यानी एसआरजी के हर जिले से तीन-तीन सदस्य शामिल हुए।
लखनऊ : प्रदेश की बुनियादी शिक्षा पर नजर रखने के लिए अगले महीने विद्या समीक्षा केन्द्र की शुरुआत होगी। इसके पहले परिषदीय स्कूलों में तिमाही परीक्षाएं करवाने की योजना है।
इस केन्द्र के डैशबोर्ड से पूरे प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था एक नजर में दिख जाएगी। ऑपरेशन कायाकल्प के साथ ही निपुण लक्ष्यों के आकलन का मूल्यांकन मिनटों में होगा। इस केन्द्र से रियल टाइम मॉनिटरिंग की जाएगी।
केंद्र की शुरुआत करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से समय मांगा गया है। परीक्षा के बाद रिजल्ट का डैशबोर्ड लाइव मुख्यमंत्री को दिखाने की योजना है। यह केन्द्र राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत तैयार किया गया है।
इसके लाइव होने से पहले तिमाही परीक्षाएं करवाई जाएंगी ताकि परीक्षा के बाद बच्चों की ओएमआर शीट को सरल एप के माध्यम से स्कैन किया जाए, तुरंत ही विद्या समीक्षा केन्द्र के डैशबोर्ड पर परिणाम आ जाएगा। इससे ही बच्चों का रिजल्ट तैयार किया जाएगा और ब्लॉक, जिले का आकलन भी तुरंत इसके डैशबोर्ड पर दिखेगा। अभी तक मिड डे मील, ऑपरेशन कायाकल्प, निपुण भारत, निरीक्षण आदि के अलग-अलग मॉड्यूल हैं और इसकी मॉनिटरिंग का तरीका भी अलग-अलग है।
इससे स्कूलों में चल रहे विभिन्न कार्यक्रमों की रियल टाइम मॉनिटरिंग होगी। इससे आने वाले डाटा का विश्लेषण किया जाएगा। वहीं डैशबोर्ड पर यह भी दिखेगा कहां पर समस्याएं ज्यादा हैं। इससे नीति बनाने में मदद मिलेगी। इस केंद्र के लिए 50 लोगों की टीम का प्रशिक्षण चल रहा है।
चाइल्ड ट्रैकिंग भी की जा सकेगी
इसकी मदद से चाइल्ड ट्रैकिंग भी की जा सकेगी। वहीं कितने बच्चों के खाते में डीबीटी की धनराशि पहुंची, इसका ब्यौरा रोज अपडेट होगा। पंजीकरण, ड्रापआउट व रिटेंशन दर भी अपडेट होती रहेगी। निपुण भारत के लक्ष्यों को इससे जांचा जा सकेगा और डैशबोर्ड पर स्कूलवार, ब्लॉकवार और जिलावार स्थिति दिखेगी। इसके माध्यम से मिड डे मील की मॉनिटरिंग भी की जाएंगी। स्कूल से मिड डे मील खाते हुए फोटो अपलोड की जाएंगी। निरीक्षण मॉड्यूल को भी यहां लाइव किया जाएगा।
बुनियादी शिक्षा के नौ मॉड्यूलों की होगी मॉनिटरिंग
इसकी मदद से चाइल्ड ट्रैकिंग भी की जा सकेगी। वहीं कितने बच्चों के खाते में डीबीटी की धनराशि पहुंची, इसका ब्यौरा रोज अपडेट होगा। पंजीकरण, ड्रापआउट व रिटेंशन दर भी अपडेट होती रहेगी। निपुण भारत के लक्ष्यों को इससे जांचा जा सकेगा और डैशबोर्ड पर स्कूलवार, ब्लॉकवार और जिलावार स्थिति दिखेगी। इसके माध्यम से मिड डे मील की मॉनिटरिंग भी की जाएंगी। स्कूल से मिड डे मील खाते हुए फोटो अपलोड की जाएंगी। निरीक्षण मॉड्यूल को भी यहां लाइव किया जाएगा।
यूपी : प्रदेश की बुनियादी शिक्षा पर नजर रखने के लिए अगले महीने विद्या समीक्षा केन्द्र की होगी शुरुआत, कक्षा में होने वाली पढ़ाई की होगी अब निगरानी
Reviewed by प्राइमरी का मास्टर 2
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5:47 AM
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