कैशलेस चिकित्सा के लिए पंजीकरण होगा 12 से 26 दिसंबर तक
सचिव शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल ने सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को शिक्षकों-कर्मचारियों को प्रेरित करके पंजीकरण कराने के निर्देश दिए हैं। विकास खंडों में कैंप लगाकर खंड शिक्षाधिकारियों के माध्यम से जागरुकता फैलाने की बात कही गई है। इस योजना से पांच लाख से अधिक परिषदीय शिक्षकों, 1.10 लाख शिक्षामित्रों, तकरीबन 30 हजार अंशकालिक अनुदेशकों और हजारों शिक्षणेत्तर कर्मचारियों उनके पति/पत्नी, दो बच्चों और आश्रित माता-पिता को पहली बार कैशलेस सामूहिक स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ मिलेगा।
पॉलिसी लेने के पहले दिन से हर प्रकार की बीमारी के इलाज की सुविधा मिलेगी। इसके लिए किसी चिकित्सकीय जांच की जरूरत नहीं होगी। कैशलेश चिकित्सा के लिए सेवारत कर्मचारी की अधिकतम आयु 62 वर्ष और आश्रित माता-पिता की अधिकतम आयु 85 वर्ष होगी। पॉलिसी धारक को कैशलेस कार्ड के आधार पर नेटवर्क अस्पताल में कैशलेस चिकित्सा की सुविधा मिलेगी।
बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन कार्यरत शिक्षकों/पैरा शिक्षक एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के लिए कैशलेश सामूहिक स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी की सुविधा लागू किये जाने के संबंध में।
🆕 Update
बेसिक परिषदीय शिक्षकों / शिक्षामित्रों / अनुदेशकों हेतु कैशलेस सामूहिक स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी लागू किए जाने का आदेश जारी।
अपनी जेब से प्रीमियम भरने पर परिषदीय शिक्षकों को मिलेगी कैशलेस चिकित्सा, ऊंचे प्रीमियम से शिक्षामित्र-अनुदेशक हो सकते हैं वंचित
🔵 पॉलिसी की खास बातें
● सभी प्रकार की बीमारी के इलाज समेत सभी सुविधाएं पॉलिसी लेने के पहले दिन से मिलेगी।
● पॉलिसी लेने के लिए किसी भी चिकित्सीय जांच की जरूरत नहीं होगी।
● मातृत्व चिकित्सा की सुविधा पहले दिन से अनुमन्य होगी, जो अन्य किसी पॉलिसी में नहीं होती।
● सेवारत कर्मचारी की अधिकतम आयु 62 वर्ष व आश्रित माता- पिता की अधिकतम आयु 85 वर्ष होगी। आश्रित माता-पिता की अधिकतम आयु किसी अन्य बीमा पॉलिसी में 70 वर्ष से अधिक नहीं है।
● सभी बीमा धारकों को कैशलेश कार्ड दिए जाएंगे, जिससे देश के किसी भी नेटवर्क वाले अस्पताल में कार्ड के आधार पर कैशलेश चिकित्सा की सुविधा मिल सकेगी।
● पॉलिसी के अंतर्गत आयुष चिकित्सा भी अनुमन्य होगी। बीमा एक साल के लिए होगा।
प्रयागराज। परिषदीय शिक्षकों को पहली बार कैशलेस चिकित्सा की सुविधा मिलने जा रही है। इस संबंध में सचिव बेसिक शिक्षा परिषद ने सभी बीएसए को आदेश भेजा है।
प्रयागराज : परिषदीय प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक स्कूलों में कार्यरत पांच लाख से अधिक शिक्षकों, 1.10 लाख शिक्षामित्रों, तकरीबन 30 हजार अंशकालिक अनुदेशकों और हजारों शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को पहली बार कैशलेस सामूहिक स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ मिलेगा। बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं।
न्यू इंडिया, युनाइटेड इंडिया और द ओरियेन्टल इंश्योरेंस कंपनियों को बीमा के लिए अधिकृत किया गया है। इसका लाभ पति-पत्नी, दो बच्चे और आश्रित माता-पिता को मिलेगा। लाभार्थियों की संख्या, कैशलेश चिकित्सा की राशि का चयन प़ॉलिसीधारक को करना होगा।
पॉलिसी लेने के पहले दिन से हर प्रकार की बीमारी के इलाज की सुविधा मिलेगी। इसके लिए किसी चिकित्सकीय जांच की जरूरत नहीं होगी। कैशलेश चिकित्सा के लिए सेवारत कर्मचारी की अधिकतम आयु 62 वर्ष और आश्रित माता-पिता की अधिकतम आयु 85 वर्ष होगी। पॉलिसी धारक को कैशलेस कार्ड के आधार पर नेटवर्क अस्पताल में कैशलेस चिकित्सा की सुविधा मिलेगी। इसके लिए 12 से 26 दिसंबर तक वेबसाइट
www.basiceducation.up.gov.in पर पंजीकरण कराया जा सकता है। शिक्षकों-कर्मचारियों को प्रेरित करके पंजीकरण कराया जाएगा।
शिक्षामित्र-अनुदेशक हो सकते हैं वंचित
प्रयागराज। कैशलेस चिकित्सा सुविधा की प्रीमियम अधिक होने के कारण शिक्षामित्रों और अनुदेशकों को इससे वंचित होना पड़ सकता है। शिक्षामित्रों को दस हजार रुपये जबकि अनुदेशकों को नौ हजार प्रतिमाह मानदेय मिलता है। इसमें परिवार का खर्च चला पाना भी मुश्किल है। ऐसे में प्रीमियम भुगतान करना मुश्किल होगा।
76 हजार प्रीमियम पर 10 लाख तक इलाज
प्रयागराज। इस योजना के तहत तीन, पांच, सात और दस लाख तक कैशलेस चिकित्सा का लाभ पति-पत्नी, दो बच्चे और आश्रित माता-पिता को मिलेगा। अलग-अलग राशि के लिए लाभार्थियों की संख्या के अनुसार प्रीमियम निर्धारित की गई है। तीन लाख तक की सुविधा के लिए पति-पति को 18500 सालाना, पति-पति और दो बच्चे के लिए 21000 जबकि पति-पत्नी, दो बच्चे और आश्रित माता-पिता के लिए 45000 प्रीमियम देना होगा। दस लाख की कैशलेस चिकित्सा के लिए क्रमश 34000, 39200 और 76000 प्रीमियम रखा गया है।
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