सालों बाद होने जा रहे बेसिक शिक्षकों के प्रमोशन को बना दी मनमानी वरिष्ठता सूची, विवाद होना तय
सालों बाद होने जा रहे बेसिक शिक्षकों के प्रमोशन को बना दी मनमानी वरिष्ठता सूची, विवाद होना तय
■ नियुक्ति तिथि समान होने पर गुणांक को बनाते हैं आधार
■ बलिया, रायबरेली समेत कई जिलों में मिली विसंगति
■ गुणांक की बजाय आयु के आधार पर बना दी लिस्ट
प्रयागराज । बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों में कार्यरत सहायक अध्यापकों के प्रमोशन को लेकर अड़चनें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। बेसिक शिक्षा अधिकारियों ने उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा अध्यापक सेवा नियमावली 1981 की अनदेखी करते हुए मनमानी सूची बना दी है। जिसके कारण विवाद होना तय है।
नियमावली के मुताबिक जेष्ठता सूची अध्यापक की मौलिक नियुक्ति तिथि से तय होती है। यदि नियुक्ति तिथि समान है तो चयन के समय गुणांक के आधार पर बनाई गई सूची ही वरिष्ठता का आधार मानी जाती है। यदि गुणांक भी समान हैं तो अधिक जन्मतिथि वाला अभ्यर्थी वरिष्ठ माना जाता है।
लेकिन बलिया, बाराबंकी समेत कई जिलों ने नियुक्ति तिथि समान होने पर जन्मतिथि के आधार पर वरिष्ठता तय कर दी है। इसके चलते गुणांक के आधार पर वरिष्ठता का दावा कर रहे शिक्षकों में असंतोष है। यदि संबंधित जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी 22 अप्रैल तक आपत्ति का निस्तारण नहीं करते तो मामला कोर्ट जाना तय है।
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सालों बाद होने जा रहे बेसिक शिक्षकों के प्रमोशन को बना दी मनमानी वरिष्ठता सूची, विवाद होना तय
Reviewed by प्राइमरी का मास्टर 2
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5:10 AM
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