अर्द्धवार्षिक परीक्षा के वक्त शिक्षामित्रों की 'चाक डाउन', शासन की हाईपावर कमेटी द्वारा निर्णय न लेने पर आक्रोश
अर्द्धवार्षिक परीक्षा के वक्त शिक्षामित्रों की 'चाक डाउन', शासन की हाईपावर कमेटी द्वारा निर्णय न लेने पर आक्रोश
जागरण संवाददाता, लखनऊ : परिषदीय स्कूलों में अर्धवार्षिक परीक्षा करीब है। ऐसे में शिक्षामित्रों ने ‘चाक डाउन’ हड़ताल शुरू कर दी है। अधिकतर विद्यालयों में शिक्षामित्र शिक्षण कार्य से विरत रहे। 1प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय में 30 अक्टूबर से अर्धवार्षिक परीक्षाएं हैं। वहीं दूरस्थ बीटीसी शिक्षक संघ के आह्वान पर शिक्षामित्रों ने चाक डाउन हड़ताल शुरू कर दी। गुरुवार को राजधानी के नगरीय व ग्रामीण प्राथमिक स्कूलों में आए शिक्षामित्रों ने शिक्षण कार्य ठप रखा। 1एकल शिक्षक स्कूलों में रही अव्यवस्था: राजधानी में 1600 के करीब प्राथमिक स्कूल हैं। इसमें दो लाख के करीब बच्चे पढ़ते हैं। वहीं दर्जन भर से अधिक एकल शिक्षक स्कूल हैं। इन स्कूलों में शिक्षामित्र के कार्य ठप करने से एक शिक्षक को ही सभी कक्षाएं संभालनी पड़ीं।1सरकार पर अनसुनी का आरोप: उत्तर प्रदेश दूरस्थ बीटीसी शिक्षक संघ के अध्यक्ष अनिल कुमार यादव ने कहा कि शासन ने हाई कमेटी का गठन किया। बावजूद शिक्षामित्रों की समस्याओं का हल नहीं हुआ। अभी तक शिक्षामित्र उपेक्षा का शिकार हैं। वहीं महामंत्री धर्मेद्र यादव ने कहा कि दीपावली से पहले शिक्षामित्रों की मांगे पूरी नहीं हुईं तो 10 नवंबर को विधानसभा घेराव किया जाएगा। 1नहीं है जानकारी: बीएसए डॉ. अमरकांत ने शिक्षामित्र की चाक डाउन हड़ताल की जानकारी से इन्कार किया। उन्होंने कहा कि इस संबंध में संघ द्वारा कोई सूचना नहीं दी गई। उधर, महामंत्री धमेंद्र यादव ने कहा कि विभाग को पत्र भेजा गया था।
जागरण संवाददाता, लखनऊ : परिषदीय स्कूलों में अर्धवार्षिक परीक्षा करीब है। ऐसे में शिक्षामित्रों ने ‘चाक डाउन’ हड़ताल शुरू कर दी है। अधिकतर विद्यालयों में शिक्षामित्र शिक्षण कार्य से विरत रहे। 1प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय में 30 अक्टूबर से अर्धवार्षिक परीक्षाएं हैं। वहीं दूरस्थ बीटीसी शिक्षक संघ के आह्वान पर शिक्षामित्रों ने चाक डाउन हड़ताल शुरू कर दी। गुरुवार को राजधानी के नगरीय व ग्रामीण प्राथमिक स्कूलों में आए शिक्षामित्रों ने शिक्षण कार्य ठप रखा। 1एकल शिक्षक स्कूलों में रही अव्यवस्था: राजधानी में 1600 के करीब प्राथमिक स्कूल हैं। इसमें दो लाख के करीब बच्चे पढ़ते हैं। वहीं दर्जन भर से अधिक एकल शिक्षक स्कूल हैं। इन स्कूलों में शिक्षामित्र के कार्य ठप करने से एक शिक्षक को ही सभी कक्षाएं संभालनी पड़ीं।1सरकार पर अनसुनी का आरोप: उत्तर प्रदेश दूरस्थ बीटीसी शिक्षक संघ के अध्यक्ष अनिल कुमार यादव ने कहा कि शासन ने हाई कमेटी का गठन किया। बावजूद शिक्षामित्रों की समस्याओं का हल नहीं हुआ। अभी तक शिक्षामित्र उपेक्षा का शिकार हैं। वहीं महामंत्री धर्मेद्र यादव ने कहा कि दीपावली से पहले शिक्षामित्रों की मांगे पूरी नहीं हुईं तो 10 नवंबर को विधानसभा घेराव किया जाएगा। 1नहीं है जानकारी: बीएसए डॉ. अमरकांत ने शिक्षामित्र की चाक डाउन हड़ताल की जानकारी से इन्कार किया। उन्होंने कहा कि इस संबंध में संघ द्वारा कोई सूचना नहीं दी गई। उधर, महामंत्री धमेंद्र यादव ने कहा कि विभाग को पत्र भेजा गया था।
अर्द्धवार्षिक परीक्षा के वक्त शिक्षामित्रों की 'चाक डाउन', शासन की हाईपावर कमेटी द्वारा निर्णय न लेने पर आक्रोश
Reviewed by sankalp gupta
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7:49 AM
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