ग्रीष्मावकाश पर जनगणना का साया मंडराया, 16 मई से 30 जून तक के मध्य जनगणना का प्रथम चरण
ग्रीष्मावकाश पर जनगणना का साया मंडराया, 16 मई से 30 जून तक के मध्य जनगणना का प्रथम चरण।
22 Nov 2019
अगले साल के ग्रीष्मावकाश पर जनगणना का साया मंडरा रहा है। सरकार ने अगले वर्ष 16 मई से 30 जून तक प्रथम चरण की जनगणना कराने का फैसला किया है। चूंकि बेसिक शिक्षक जनगणना का अहम हिस्सा होते हैं इसलिए गर्मियों की छुट्टियों में शिक्षकों को टूर की बजाए जनगणना में जुटना होगा। खबर मिलने के बाद शिक्षकों मंे निराशा दिखने लगी है।
केन्द्र सरकार ने जनगणना 2021 का पहला चरण 16 मई से 30 जून तक कराने का निर्णय किया है। पहले चरण की जनगणना में मकान सूचीकरण, मकान गणना एवं जनसंख्या रजिस्टर को अपडेट किया जाएगा। देश में प्रत्येक एक दशक में होने वाली जनगणना बेहद अहम कार्य है। इस कार्य में लाखों कर्मी अपना योगदान देते हैं। इन कर्मियों में बेसिक शिक्षकों का अहम रोल है। पिछली जनगणना की तरह इस बार भी दशकीय जनगणना का प्रथम चरण ग्रीष्मावकाश के दौरान ही अमल में आएगा। अधिसूचना जारी होने के की जानकारी मिलने के बाद शिक्षकों को गर्मी की छुट्टियां का मजा किरकिरा होने का अंदेशा सताने लगा है।
जनगणना के दौरान गांव, शहर, कस्बे की हर बस्ती, मोहल्ले, रसोईघर, शौचालय, प्रकाश व्यवस्था, नाली खडंजा, पेयजल, अस्पताल समेत अन्य बुनियादी सुविधाओं से जुड़े आंकड़े एकत्र किए जाएंगे। बताया जा रहा है कि 9 फरवरी 2021 से 28 फरवरी के बीच दूसरे चरण की जनगणना कराई जाएगी। पहले चरण में राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर को अद्यतन करने का काम भी होगा। 2010 में जनगणना के साथ यह तैयार किया गया था जिसे 2016 में अपडेट किया गया था। अब 2020 में इसे फिर से अपडेट किया जाएगा।
ग्रीष्मावकाश पर जनगणना का साया मंडराया, 16 मई से 30 जून तक के मध्य जनगणना का प्रथम चरण
Reviewed by प्राइमरी का मास्टर 2
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6:55 AM
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