सात सालों से चला रहा शिक्षक भर्ती फर्जीवाड़े का मास्टरमाइंड का हेडमास्टर भाई गिरफ्तार

सात सालों से चला रहा शिक्षक भर्ती फर्जीवाड़े का मास्टरमाइंड का हेडमास्टर भाई गिरफ्तार

अनामिका मामले के मास्टरमाइंड का भाई भी फर्जी शिक्षक, कन्नौज में तैनाती


कासगंज। शिक्षिका अनामिका शुक्ला फर्जीवाड़ा में कासगंज पुलिस ने मास्टरमाइंड के भाई को गिरफ्तार कर लिया। वह स्वयं भी फर्जी शिक्षक निकला। वह विभव नाम से कन्नौज के ब्लॉक हरसेन के रामपुर बरेली के पूर्व माध्यमिक विद्यालय में प्रभारी प्रधानाध्यापक पद पर तैनात था। उसने पुलिस को बताया कि वह और उसका भाई अब तक प्रदेश के विभिन्न जिलों 20 से अधिक फर्जी नियुक्तियां शिक्षा विभाग में करा चुके हैं। मास्टरमाइंड का असली नाम दस्तावेजों के आधार पर पुष्पेंद्र है। उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। 


अनामिका शुक्ला नाम से कासगंज में नौकरी करने फर्रुखाबाद के राजपालपुर निवासी सुप्रिया ने गिरफ्तारी के बाद मास्टरमाइंड राज उर्फ नीतू के बारे में जानकारी दी थी। एसपी सुशील घुले ने बताया कि मास्टरमाइंड के भाई जसवंत को कासगंज राज कोल्ड स्टोर तिराहे से बुधवार को गिरफ्तार किया। वह मैनपुरी के थाना भोगांव क्षेत्र के गांव नगला खैरा का रहने वाला है। वह भोगांव क्षेत्र के गांव हसनपुर मोटा निवासी विभव कुमार पुत्र विनोद कुमार के शैक्षणिक दस्तावेजों के आधार पर वर्ष 2015 में बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी नियुक्ति पा चुका है।


लखनऊ, 11 जून। यूपी के चर्चित अनामिका शुक्ला के नाम से फर्जी शिक्षक नियुक्ति मामले में केस में गुरुवार को एक और चौंकाने वाला एक और खुलासा हुआ है। फर्जीवाड़े के मास्टरमाइंड मैनपुरी के पुष्पेंद्र सिंह उर्फ राज उर्फ नीतू ने अपने बड़े भाई को फर्जी दस्तावेजों से बेसिक शिक्षा विभाग कन्नौज में हेडमास्टर नियुक्त करा रखा है।


 पुष्पेंद्र ने भी सुप्रिया को अनामिका के नाम से फर्जी तरीके से नौकरी दिलायी थी। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब कासगंज पुलिस ने मैनपुरी पुष्पेंद्र के भाई को गिरफ्तार किया। पूछताछ में पता चला है कि फर्जी तरीके नौकरी दिलाने का काम सात वर्षों से चल रहा है। 


कासगंज के एसपी सुशील घुले ने बताया कि, बीएसएफ कासगंज की ओर से 6 जून को एक केस दर्ज कराया गया था जिसमें अनामिका शुक्ला के नाम से दस्तावेजों पर कस्तूरबा आवासीय विद्यालय में एक शिक्षिक के नौकरी करने की बात कही गई। पुलिस ने इस मामले में शिक्षिक सुप्रिया सिंह को गिरफ्तार किया था। पकड़ी गयी सुप्रिया सिंह ने पूछताछ में मैनपुरी के राज नाम के व्यक्ति का नाम सामने आया। इस पर एएसपी पवित्रमोहन त्रिपाठी एवं सीओ सिटी आरके तिवारी के नेतृत्व में पुलिस टीमें गठित कर जांच करते हुए तलाश में लगायी गयी गुरुवार को सोरों कोतवाली प्रभारी रिपुदमन सिंह, एसआई मोहर सिंह की टीम ने इस मामले में शामिल जसवंत सिंह पुत्र महराम सिंह निवासी नगला खरा थाना भोगांव मैनपुरी को गिरफ्तार किया है। 


एसपी ने बताया कि, इस केस में जसवंत सिंह ने पूछताछ में बताया कि, उसने अपने भाई पुष्पेंद्र सिंह उर्फ राज उर्फ नीतू  के साथ मिलकर फर्जी शिक्षिकों की भर्ती फर्जी दस्तावेज तैयार कराकर कई जिलों में करायी है। पूछताछ में यह भी बताया कि, वह खुद भी विभव कुमार पुत्र विनोद कुमार निवासी हसनपुर मोटा भोगांव के नकली नाम से पूर्व माध्यमिक विद्यालय रामपुर बरौली थाना इन्द्रड ब्लॉक हसेरन जनपद कन्नौज में 22 सितंबर 2015 से फर्जी शिक्षक के रूप में नियुक्त है , वर्तमान में प्रधानाध्यापक के पद पर इसी विद्यालय में तैनात है। 


पुलिस के मुताबिक पूछताछ में जसवंत सिंह ने यह भी बताया कि, उसने अपने भाई पुष्पेंद्र उर्फ राज के साथ मिलकर फर्जी दस्तावेज तैयार कराकर प्रदेश के 20 से अधिक कस्तूरबा आवासीय एवं प्राइमरी विद्यालयों में शिक्षका पदों पर नियुक्तियां कराई हैं।


अनामिका मामले के तार कानपुर देहात से भी जुड़े

रसूलाबाद (कानपुर देहात)। अनामिका शुक्ला के नाम पर नौकरी के मामले के तार रसूलाबाद से भी जुड़े हैं। यहां के चंदनपुरवा गांव निवासी राहुल यादव की पत्नी बब्ली अलीगढ़ में अनामिका शुक्ला के नाम पर एक साल से नौकरी कर रही थी। छानबीन के लिए गुरुवार शाम अलीगढ़ से दरोगा सहबीर सिंह गांव पहुंचे तो मामले का खुलासा हुआ। हालांकि बब्ली के घर के सभी सदस्य दो दिन से फरार हैंे। रूरा के भगरापुर की बब्ली की चंदनपुरवा में ससुराल है।

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