शिक्षामित्रों की गिरफ्तारी को लेकर धरना स्थल पर रही अफरातफरी, 20 एंबुलेंस व 200 बसों का किया गया था इंतजाम, शाम को सरकार से वार्ता के बाद सकारात्मक रुख बात खत्म किया धरना किया स्थगित

लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से वार्ता के पहले शिक्षा मित्रों की गिरफ्तारी को लेकर दिन भर गहमागहमी बनी रही। प्रशासन ने धरना स्थल से कुछ दूर पर बसें भी जमा कर रखी थीं। बारिश के बावजूद शिक्षा मित्र धरना स्थल पर जमे रहे।

शिक्षामित्रों ने बुधवार से जेल भरो आंदोलन शुरू करने की घोषणा की थी, ऐसे में पुलिस व प्रशासन के अधिकारी सुबह से ही सक्रिय हो गए। धरना स्थल पर करीब 20 एंबुलेंस भेज दी गईं और लगभग 200 बसों का इंतजाम कर लिया गया। दोपहर करीब दो बजे से गिरफ्तारी शुरू होनी थी, लेकिन इसी बीच सीएम की ओर से वार्ता के लिए संदेश आया। सीएम से वार्ता करने के लिए उप्र प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के अध्यक्ष गाजी इमाम आला, संरक्षक शिव कुमार शुक्ला व आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष जितेंद्र शाही सहित आठ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल पहुंचा।

शाम चार बजे इन्हें पांच कालिदास मार्ग पर वार्ता के लिए समय दिया गया, लेकिन इसके बाद करीब सवा चार बजे इन्हें एनेक्सी ले जाया गया। यहां करीब डेढ़ घंटे तक सीएम योगी आदित्यनाथ व शासन के अधिकारियों के साथ इस प्रतिनिधिमंडल ने वार्ता की।

प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि शिक्षामित्र दस हजार रुपये मासिक मानदेय दिए जाने और भर्ती में 25 अंक का वेटेज दिए जाने की राज्य सरकार की घोषणा से संतुष्ट नहीं है। वह मांग कर रहे हैं कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम में संशोधन किया जाए और नया अध्यादेश लाकर शिक्षामित्रों का समायोजन किया जाए। समान पद व समान वेतन दिया जाए। फिलहाल सीएम ने आश्वासन दिया कि वह इस पर विचार करेंगे। शाम करीब सात बजे सीएम से मिलने के बाद धरना स्थल पहुंचकर प्रतिनिधिमंडल ने वहां मौजूद शिक्षामित्रों से कहा कि राज्य सरकार का रुख सकारात्मक है, ऐसे में धरना स्थगित किया जा रहा है।


शिक्षा मित्रों की ओर से बुधवार को जेल भरो आंदोलन की धमकी देने के बाद जिला प्रशासन ने दो सौ बसें परिवहन निगम से मंगाई थी। इन बसों से शिक्षामित्रों को गिरफ्तार करके ले जाने की तैयारी थी। ये बसें लक्ष्मण मेला मैदान से लोहिया पथ के आसपास खड़ी कर दी गई। इससे दिन भर लोग जाम से जूझते रहे दिन भर बसें शिक्षा मित्रों के इंतजार में खड़ी रही। बावजूद शिक्षा मित्र जेल भरों आंदोलन से कोसो दूर रहे। ऐसे में ये बसें 1090 चौराहे से लेकर लोहिया पथ, भैंसाकुंड, लक्ष्मण मेला मैदान, शनिदेव मंदिर के आसपास खड़ी रही। जोकि दिन भर जाम की वजह से आम जनता को परेशानी उठानी पड़ी। क्षेत्रीय प्रबंधक एके सिंह ने बताया कि जिला प्रशासन के आदेश पर बसें भेजी गई थी। बसें भेजने से बस अड्डे आने वाले यात्रियों को किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हुई। जो बसें भेजी गई थी वो अतिरिक्त बसें थे।

शिक्षामित्रों की गिरफ्तारी को लेकर धरना स्थल पर रही अफरातफरी, 20 एंबुलेंस व 200 बसों का किया गया था इंतजाम, शाम को सरकार से वार्ता के बाद सकारात्मक रुख बात खत्म किया धरना किया स्थगित Reviewed by प्राइमरी का मास्टर 1 on 6:33 AM Rating: 5

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